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Yearly Archives: 2022

'Parents shouldn't have a problem if kids are having sex sensibly'

नई दिल्ली: कंगना रनौत का एक स्टेटमेंट फिर से सुर्खियों में है। साल 2019 में उन्होंने कहा था कि अगर बच्चे समझदारी से फिजिकल रिलेशन बनाएं तो दिक्कत नहीं होनी चाहिए। कंगना ने बताया कि जब उनके पेरेंट्स को मालूम हुआ कि वह सेक्सुअली एक्टिव हैं तो क्या रिएक्शन था। एक इवेंट के समय वह एक शादी के महत्व पर बात कर रही थीं। कंगना ने बहु विवाह पर भड़ास निकाली तो उनका यह बयान फिर से नजरों पर चढ़ गया।

‘बच्चे समझदारी से सेक्स करें तो हर्ज नहीं’

कंगना रनौत ने करीब 03 साल पहले दिल्ली में निजी चैनल के एक प्रोग्राम में सेक्स पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि जब उनके पेरेंट्स को पता चला कि कंगना सेक्शुअली एक्टिव हैं तो वे दंग रह गए थे। कंगना बोली थीं, मुझे लगता है कि बच्चों के सेक्शुअल पार्टनर्स हों और बच्चे समझदारी से सेक्स कर रहे हों तो पेरेंट्स को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्हें प्रोटेक्शन यूज करना चाहिए और मोनोगैमी (एक पार्टनर से संबंध) बहुत जरूरी है। बार-बार पार्टनर बदलना अच्छा नहीं है। इससे आपके सिस्टम पर असर पड़ सकता है।

कंगना के घर की कहानी, उनकी ही जुबानी

कंगना ने आगे कहा था मुझे लगता है जब बच्चा जवान में जाए तो उन्हें अपने आप ही पता होना चाहिए। जैसे मेरे पेरेंट्स को पता चला कि मैं सेक्शुअली ऐक्टिव हूं तो वे दंग रह गए। तो उन्हें क्या उम्मीद थी? मेरी मां जब 19 साल की थीं तब उनकी शादी हो गई, तब मेरे पापा की उम्र महज 21 की थी। तो मुझे नहीं पता कि उनको क्या उम्मीद थी पर पेरेंट्स को थोड़ा सब्र करना चाहिए और बच्चों को सुरक्षित सेक्स के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

जीवन का जरूरी हिस्सा है सेक्स

सेक्स और इसकी इम्पॉर्टेंस के बारे में कंगना ने कहा था कि सेक्स हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा है। जब आपको लगे सेक्स करना है तो जरूर करें। इसके लिए पागल मत हो जाइए। एक समय था जब बचपन में भी बताया जाता था कि ये आपका पति है और आपके इमोशंस उसी इंसान के लिए होते थे। लेकिन आज की जनरेशन में हम सबकी ज्यादातर 30 के बाद शादी होती है। तो जो असल उम्र होती है, आपको हॉर्मोन्स सिर चढ़कर बोलते हैं वो 20 के आसपास की होती है। वह समय बहुत मुश्किल होता है लेकिन उस वक्त लड़का-लड़की शादी नहीं करना चाहते।

There are some special New Year celebration destinations around Delhi

ये बात हम सब जानते हैं कि 31 दिसंबर की रात (New Year) हर किसी के लिए कितना खास होता है। रात 12 बजते ही लोग आने वाले साल का आगाज करते हैं। इस पल के लिए हर कोई अपने और अपनों के साथ खास प्लान बनाता है। जहां कुछ लोग घर में रह कर पार्टी करते हैं वहीं कुछ लोग इस दौरान बाहर जाने के बारे में सोचते हैं। अगर आप दिल्ली में हैं और नए साल का जश्न कुछ बेहतरीन तरीके से मनाना चाहते हैं तो आप दिल्ली के आसपास मौजूद जगहों पर जाने का प्लान कर सकते हैं। देखें उन स्पेशल जगहों के बारे में-

डलहौजी में एंजॉय

2023 का स्वागत करने के लिए एक शांत जगह की तलाश कर रहे हैं तो डलहौजी से बेहतर कोई जगह नहीं है। यह हिल स्टेशन जंगली जानवरों, पक्षियों और खूबसूरत वनस्पतियों के लिए स्वर्ग है। डलहौजी 5 अलग-अलग पहाड़ियों में फैला हुआ है और यात्रियों के लिए यहां बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं।

ऋषिकेश है लाजवाब

वीकेंड के लिए ऋषिकेश परफेक्ट डेस्टिनेशन है। परिवार के साथ न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए ये अच्छी जगह है, जहां पर आप क प्रीमियम होटल्स का लुत्फ उठा सकते हैं। इस जगह पर पहुंचने के लिए दिल्ली से पांच घंटे की छोटी ड्राइव है।

नीमराना है काफी लोकप्रिय

नीमराना राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक बेहतरीन प्लेस है। नीमराना फोर्ट पैलेस के आने के साथ लोकप्रियता हासिल की, जो कि नए साल के लिए दिल्लीवालों के लिए एक शानदार जगह है। फैमिली और फ्रेंड्स के साथ इस जगह पर आप अच्छा एंजॉय कर सकते हैं।

देहरादून की बात ही अलग है

देहरादून भी दिल्ली के काफी करीब है और इसलिए यह नए साल के दौरान दिल्ली के पास घूमने के लिए शानदार जगहों में शुमार है। यह लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है, जहां पार्टी करने के लिए आपको बहुत सारी जगह मिल जाएंगी। देहरादून में बहुत सारे शानदार पर्यटन स्थल हैं, जहां न्यू ईयर सेलिब्रेट कर सकते हैं।

When Sheejan refused to marry

मुंबई: टेलीविजन एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा (Tunisha Sharma) ने 24 दिसंबर को आत्महत्या कर इस दुनिया को अलविदा कह दिया। तुनिषा ने ‘अली बाबा: दास्तान-ए-काबुल’ (Ali Baba: Dastaan-E-Kabul) के सेट पर फांसी लगाकर आत्महत्या की, जिसके बाद दिवंगत एक्ट्रेस के को-स्टार और एक्स बॉयफ्रेंड शीजान मोहम्मद खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद ऐसी खबरें सामने आईं थीं कि तुनिषा प्रेग्नेंट थीं और जब शीजान ने शादी से इनकार किया तो एक्ट्रेस ने मौत को गले लगा लिया।

ऐसा सुनने को मिल रहा था कि तुनिषा प्रेग्नेंट हैं लेकिन अब ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि ये न्यूज झूठी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस और जेजे अस्पताल की ओर से आधिकारिक तौर पर तो नहीं पर सूत्रों के हवालों से बताया है कि तुनिषा शर्मा प्रेग्नेंट नहीं थीं। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बारे में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि एक्ट्रेस के शरीर पर किसी भी तरह के निशान नहीं हैं, वहीं उनकी मौत दम घुटने ले हुई है।

प्रीति तनेजा का दावा

बता दें कि हाल ही में ‘मैडम सर’ फेम प्रीति तनेजा ने तुनिषा को लेकर एक बड़ा दावा किया था। एक निजी चैनल से चर्चा के दौरान प्रीति ने कहा था कि तुनिषा और शीजान रिलेशनशिप में थे और दिवंगत एक्ट्रेस प्रेग्नेंट थीं। ऐसे में वो बार-बार शीजान से शादी के लिए कह रही थीं लेकिन वो इनकार कर रहा था। प्रेग्नेंसी की वजह से तुनिषा शीजान के साथ शादी करना चाहती थीं पर शीजान बार-बार शादी से इनकार कर रहे थे। हालांकि, अब मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तुनिषा प्रेग्नेंट नहीं थीं।

तुनिषा की मां ने शीजान पर लगाया ये आरोप

तुनिषा शर्मा की मां ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि उनकी बेटी और शीजान खान एक-दूसरे से प्यार करते थे। उन्होंने खान को अपनी बेटी को आत्महत्या के लिए उकसाने का जिम्मेदार ठहराया है। जिसके बाद पुलिस ने शीजान एम खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा इस पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है।

फिल्मों में अभिनय की बदौलत पहचान हासिल

तुनिषा शर्मा ने टीवी धारावाहिक ‘भारत का वीर पुत्र-महाराणा प्रताप’ और ‘चक्रवर्तीन अशोक सम्राट’ के अलावा ‘फितूर’ और ‘बार बार देखो’ जैसी फिल्मों में अभिनय के जरिए पहचान हासिल की थी। इसके अलावा तुनिषा इन दिनों ‘अली बाबा: दास्तान ए काबुल’ में काम कर रही थीं। तुनिषा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती थीं और उनका आखिरी पोस्ट भी वायरल हो रहा है। तुनिषा के फोटोज और वीडियोज शेयर कर फैन्स उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

Your sleeping position reveals your personality

मनोविज्ञान के आधार पर इंसान के सोने का स्टाइल (Sleeping Position) उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ कहता है। हर इंसान के सोने का स्टाइल अलग-अलग होता है। कोई सीधा सोता है तो कोई उल्टा या फिर कोई करवट लेकर सोता है पर यही तरीका इंसान के नेचर के बारे में भी बताता है।

आइये जानते हैं आपका Sleeping Position आपके बारे में क्या कहता है-

फेटल पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

इस पोजीशन में पैर छाती से चिपके होते हैं और मुंह भी झुकाव में होता है। ऐसे सोने वाले लोग बाहर से एक मजबूत व्यक्तित्व का प्रदर्शन करते हैं लेकिन भीतर से काफी कोमल और कमजोर होते हैं। वह कोमल हृदय के होते हैं। ये लोग दोस्त बनने में वक्त लेते हैं लेकिन एक बार जब वे घुल-मिल जाते हैं, तो वे सहज हो जाते हैं।

साइड पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

ये लोग दृढ़ और समझौता न करने वाले हो सकते हैं जो सच्चाई से बहुत दूर है। इसके उलट वे काफी सामाजिक और सहज होते हैं और अपने करीबियों के बीच एक गहरा अपनापन महसूस करते हैं। दूसरा पहलू यह है कि वे भोलेपन की हद तक भरोसा कर सकते हैं।

पेट के बल वाला पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

पेट के बल सोना वाली स्थिति बेहतर श्वास और पाचन को बढ़ावा देती है। ऐसे लोग काफी आउटगोइंग होते हैं। वे अहंकार और मुखरता भी प्रदर्शित करते हैं. हालांकि, ये किसी भी आलोचना से नाराज हो सकते हैं।

बैक पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

 

ऐसी पोजीशन में सीधे, पीठ के बल सोते हैं और उनके हाथ और पैर सीधे होते हैं। दिलचस्प बात ये है कि ये स्थिति उनके व्यक्तित्व से अच्छी तरह से संबंधित है क्योंकि वे आमतौर पर स्वभाव से संयमित होते हैं। वे छोटे मुद्दों पर उपद्रव करना पसंद नहीं करते हैं और उच्च नैतिक मानक रखते हैं।

स्टारफिश पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

इस पोजीशन में अपनी पीठ के बल, हाथ और पैर फैलाकर सोने वाले व्यक्ति को फैल कर सोने की आदत होती है। हालांकि, वे बहुत अच्छे दोस्त बनाते हैं क्योंकि वे बहुत अच्छे श्रोता होते हैं। वे बहुत मददगार भी होते हैं और ध्यान आकर्षित किए बिना दूसरों के लाभ के लिए लगातार काम कर सकते हैं।

Never ignore unresolved problems related to Ladies' health

स्वयं और परिवार की पूरी जिम्मेदारी आमतौर पर घर की महिलाओं (Ladies) पर ही होती है। ऐसे में उनके लिए खुद को देने के लिए वक्त बचता ही नहीं। कामकाजी महिलाओं के लिए वर्क लाइफ बैलेंस करना और भी मुश्किल होता है। ऐसे में अक्सर महिलाएं अपने स्वास्थ्य के साथ समझौता करती हैं और यही वजह है कि महिलाओं में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं (Health Problems In Women) लगातार बढ़ रही हैं। अब वक्त आ गया है कि महिलाओं के स्वास्थ्य (Women’s Health) के मद्देनजर थोड़ा सा अलर्ट रहा जाएं। स्वास्थ्य से जुड़े कुछ समस्याएं हैं जो महिलाओं में आमतौर पर देखने को मिलता है, आज हम उन्हीं की बात कर रहे हैं।

महिलाओं में आम है ये हेल्थ से जुड़ी समस्याएं

ब्रेस्ट कैंसर

महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। महिलाओं में ब्रेस्ट सेल्स का अनियमित विकास ब्रेस्ट ब्रेस्ट कैंसर की असल बनता है। अक्सर शुरुआत मिल्क डक्ट की लायनिंग से होती है, जिसकी वजह से ब्रेस्ट में नॉड्स बन जाते हैं। ब्रेस्ट के ऊपर की स्किन के कलर में बदलाव, कड़ापन या ब्रेस्ट साइज में बदलाव इसके कुछ आम लक्षण होते हैं।

बार-बार पेशाब आना

Never ignore unresolved problems related to Ladies' health

मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) तब होते हैं जब बैक्टीरिया मूत्रमार्ग में प्रवेश कर जाते हैं और बढ़ने लगते हैं। वे महिलाओं में विशेष रूप से आम हैं, क्योंकि उनका मूत्रमार्ग पुरुषों की तुलना में अधिक छोटा होता है। इससे मूत्राशय तक पहुंचने के लिए बैक्टीरिया के यात्रा करने की लंबाई कम हो जाती है। यूटीआई के लक्षणों में बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय दर्द या जलन और धुंधला पेशाब शामिल हैं।

चिंता और अवसाद

महिलाओं में हार्मोनल बदलाव से डिप्रेशन (अवसाद) और एंजायटी (चिंता) की संभावना बढ़ जाती है. प्रेग्नेंसी के दौरान और उसके बाद महिलाओं में ये समस्या काफी सामान्य होती जा रही है।

दिल की बीमारी

दिल की बीमारी महिलाओं में लगातार बढ़ रही है. दिल के दौरे के लक्षणों में सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और बाहों में कमजोरी शामिल हैं. हालांकि, महिलाएं दिल के दौरे के रूप में अपने लक्षणों को नहीं पहचान सकती हैं, उन्हें लगता है कि अधिक काम करने की वजह से उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है. मैनोपोज हृदय रोग का कारण नहीं बन सकता है, मैनोपोज के बाद कुछ जोखिम कारक अधिक सामान्य होते हैं, जैसे हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल और कम एस्ट्रोजन।

plant artificial

क्रिसमस (Christmas) आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और उसके साथ ही नया साल आने वाला है। ज्यादातर घरों में क्रिसमस की तैयारियां भी शुरू हो चुकी होंगी। दूसरे पर्वों की तरह अब क्रिसमस और नए साल पर भी गिफ्ट देने का ट्रेंड काफी बढ़ता जा रहा है। आपको भी शायद समझ में नहीं आ रहा होगा कि अपने खास दोस्तों या परिवार के सददस्यों को इस बार क्या गिफ्ट दिया जाए। हालांकि मेरा मानना है कि गिफ्ट कुछ ऐसा होना चाहिए, जो यूजफुल हो, मिसाल के तौर पर- बुक्स, ड्रेसेस, एक्सेसरीज या जरूरत की चीजें।

बीते कुछ सालों में प्लांट्स गिफ्ट करने का ट्रेंड भी खूब देखा गया है। अब लोग बर्थडे एनिवर्सरी या किसी खास मौके पर शानदार फूलों वाले या इनडोर प्लांट्स वाले तोहफे देने लगे हैं। वैसे यह ट्रेंड हमारे एन्वायरमेंट के लिए भी काफी अच्छा है और इससे हमारे घर की खूबसूरती और सेहत दोनों में बढ़ोतरी होता है क्यों बहुत से प्लांट ऐसे हैं, जो हवा को साफ करने के लिए बेहतरीन हैं।

जबकि प्लांट प्रेमी के लिए ये गिफ्ट कुछ हटके है, लेकिन यही एक चीज नहीं है जो आप गिफ्ट कर सकते हैं, प्लांट्स के अलावा गार्डनिंग की बहुत सी चीजें हैं, जिन्हें गिफ्ट किया जा सकता है और ये काफी यूजफूल भी हैं। आइये आज आपको दिखाते हैं कुछ ऐसे प्लांट्स जो इस क्रिसमस या नए साल पर आपके प्लांट लवर दोस्तों के लिए हो सकते हैं शानदार और जानदार गिफ्ट।

ये हैं कुछ खास प्लांट्स के नाम-

मनी प्लांट –   Money Plant
प्लांटर स्टैंड – Planter Stand
आर्टिफिशियल प्लांट्स – Artificial Plants
प्लांट कॉम्बो –  Plant Combo
हैंगिग प्लांटर्स – Hanging Planters
वॉल प्लांटर्स –    Wall Planters

मनी प्लांट (Money Plant)

Money Plant

तोहफे में देने के लिए सबसे अच्छा प्लांट है मनी प्लांट। कहते हैं कि इसे घर में लगाने से बरकत होती है। वैसे बरकत हो या न हो, ये प्लांट आपके घर के इंटीरियर्स को जरूर खूबसूरत बना सकता है। वैसे कहा तो ये भी जाता है कि खुद से खरीदा गया मनी प्लांट का पौधा सही नहीं होता, इसलिए इसे गिफ्ट में देना अच्छा होता है। इस खूबसूरत मनी प्लांट को आप लिविंग रूम, बेडरूम या घर के किसी भी कोने में सजा सकते हैं। अच्छी बात ये है कि अब आप इसे घर बैठे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं।

प्लांटर स्टैंड- (Planter Stand)

Planter Stand

बीते कुछ सालों में इनडोर प्लांट्स रखने का ट्रेंड काफी बढ़ चुका है। अब लोग बालकनी के साथ-साथ लिविंग रूम, बेडरूम, किचन और यहां तक कि बाथरूम में भी प्लांट्स रखने लगे हैं। इनडोर प्लांट्स को थोड़ा एस्थेटिक लुक देने के लिए अब प्लांटर स्टैंड्स की मांग भी खूब बढ़ने लगी है। ये आपके प्लांटर्स को न सिर्फ सपोर्ट करते हैं, बल्कि आपके घर के इंटीरियर्स को भी बेहतर बनाते हैं। तो हुआ न ये, दोस्तों के लिए या खुद के लिए एक बढ़िया गिफ्ट ऑप्शन।

आर्टिफिशियल प्लांट्स – (Artificial Plants)

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क्रिसमस या न्यू ईयर गिफ्ट के लिए आप आर्टिफिशियल प्लांट के साथ भी जा सकते हैं। वैसे तो ये असली प्लांट नहीं होते, लेकिन इन्हें देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये आर्टिफिशिल हैं। एक खास बात ये भी है कि इन प्लांट्स को असली प्लांट्स की तरह देखभाल और रखरखाव की जरूरत नहीं होती। इन्हें घर में कहीं भी रखा जा सकता है, जैसे किचन में, डाइनिंग टेबल पर, स्टडी टेबल या टीवी कैबिनेट पर। इन्हें असली प्लांट्स की तरह पानी या धूप की भी जरूरत नहीं होती।

प्लांट कॉम्बो (Plant Combo)

Plant Combo

अगर आपका कोई दोस्त प्लांट्स से कुछ ज्यादा ही प्यार करता है, तो उसे एक के बजाय दो प्लांट्स गिफ्ट करना कैसा रहेगा। पीस लिली और स्नेक प्लांट का ये कॉम्बो गिफ्ट करने के लिए बेहतरीन है। ये हरे-हरे प्लांट्स न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाते हैं, बल्कि आंखों को सुकून भी देते हैं। वैसे अगर आप भी प्लांट लवर हैं, तो ये प्यारा सा गिफ्ट आप खुद को भी दे सकते हैं।

हैंगिग प्लांटर्स (Hanging Planters)

Hanging

आजकल परिवार छोटे होने की वजह से घर भी छोटे होने लगे हैं। तो अगर आप या आपके किसी दोस्त के घर पर प्लांट्स रखने की जगह नहीं है, तो उन्हें गिफ्ट करें ये हैंगिग प्लांटर्स। इन्हें आप किसी भी बालकनी, खिड़की या घर के किसी कोने में भी टांग सकते हैं और ये घर की जगह भी नहीं घेरेंगे। इन प्लांटर्स में आप कोई भी बेल वाले या फूल वाले पौधे लगा सकते हैं और ये देखने में भी काफी खूबसूरत लगते हैं।

वॉल प्लांटर्स (Wall Planters)

Wall Planters

घर की दीवारों को सजाने और उन्हें खूबसूरत बनाने के लिए वॉल प्लांटर्स भी एकदम बढ़िया गिफ्ट साबित हो सकते हैं। अलग-अलग साइज़ और डिज़ाइन में आने वाले ये वॉल प्लांटर्स घर की दीवारों को एक अलग और वाइब्रेंट लुक दे सकते हैं। इन्हें आप दोस्तों को गिफ्ट करने के साथ-साथ अपने घर को डेकोरेट करने के लिए खरीद सकते हैं।

If you want to make Christmas special then these 5 destinations can be best for you.

क्रिसमस (Christmas ) का इंतजार कौन नहीं करता। यह खास दिन हर साल 25 दिसंबर को दुनिया भर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चों को क्रिसमस का इंतजार सबसे ज्यादा होता है। इस दिन लोग सैंटा क्लॉज बनकर बच्चों को गिफ्ट देते हैं। ऐसे में अगर इस साल वीकेंड पर पड़ने वाले क्रिसमस के पर्व को स्पेशल बनाने के लिए आप बच्चों और परिवार के साथ क्रिसमस ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो यह ऑप्शन आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।

कोलकाता का क्रिसमस-

क्रिसमस के अवसर पर कोलकाता के सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च में लोगों की भीड़ देखते ही बनती है। यहां हर साल क्रिसमस फेस्ट का आयोजन किया जाता है।

जयपुर-

जो दिल्ली में रहते हैं वे ठंड में पिंक सिटी यानी जयपुर घूमना मिस नहीं करेंगे। यहां के शाही महल और किले लोगों के लिए मुख्य आकर्षण हो सकते हैं। क्रिसमस पर बच्चों को महल, किले दिखाने के साथ हाथी की सवारी कराना ना भूलें। हवा महल, आमेर का किला, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, नाहरगढ़ किला घूमने के साथ ही जयपुर की स्थानीय रंग बिरंगे बाजारों को भी घूमा जा सकता है।

गोवा का फेमस क्रिसमस-

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क्रिसमस और नए साल के सेलिब्रेशन के लिए गोवा फेमस जगह में से एक है। गोवा में क्रिसमस की पार्टी काफी धूमधाम से होती है। लोग क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर यहां बीच पर म्यूजिक, डांस, मस्ती और पार्टी करते नजर आते हैं। आप भी अपने दोस्तों या परिवार के साथ गोवा में क्रिसमस सेलिब्रेट कर सकते हैं।

सिक्किम-

साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में क्रिसमस का त्योहार सिक्किम में काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सर्दियों के मौसम में अगर आप कहीं घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इस क्रिसमस डे पर सिक्किम की सैर करना आपके लिए काफी यादगार साबित हो सकता है।

कोच्चि-

कोच्चि शहर में कई पुराने और मशहूर चर्च हैं। भारत का सबसे पुराना युरोपियन चर्च भी कोच्चि में ही है। यहां क्रिसमस के मौके पर कार्निवाल का आयोजन होता है। कोच्चि कार्निवाल में म्यूजिकल फायर वर्क, गेम्स, स्पोर्ट्स जैसे कई प्रोग्राम होते हैं।

Learn from ancestors the surefire way to live up to 100 years

अर्ली टू बेड एंड अर्ली टू राइज.. बचपन में हम सबने यह कविता पढ़ी है पर बड़े होकर कम लोग ही इसे फॉलो कर पाते हैं। वैसे यह केवल कही सुनी बात नहीं है। भारतीय ट्रडिशन के कुछ नियम वाकई हमारी लाइफ क्वालिटी में सुधार कर सकते हैं। यह बात अब विज्ञान भी मानता है। कई डॉक्टर्स अब लंबी उम्र जीने के लिए पुरानी पद्धति पर जिंदगी जीने की सलाह दे रहे हैं। जैसे हमारे पूर्वज जीते थे। वैसे, तो इंडियन ट्रडिशन से कई चीजें सीखने वाली हैं। यहां 10 ऐसे नियम हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी जिंदगी बदल सकते हैं।

भारतीय संस्कृति के ये 10 नियम अपनाकर हम बीमारियों से दूर रहकर लंबी उम्र जी सकते हैं।

वह पहला नियम बताती हैं ब्रह्म मुहूर्त में जागना। यानी सूरज निकलने से पहले जागना। सूर्योदय से पहले उठना हमारे हेल्थ के लिए बहुत अच्छा है। यह हमारे मेलानिन और कॉर्टिसॉल हॉरमोन को बैलेंस रखने में काफी अच्छा है। इससे हम खुश रहते हैं। ज्यादा देर से उठने वाले लोगों की अपेक्षा हमारे पास ज्यादा समय होता है। इससे हमारे काम करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।

दूसरा नियम- ये बनाएं कि सुबह उठने के बाद अपने-अपने गॉड को धन्यवाद दें। आपके पास जो भी है उसके लिए धन्यवाद का भाव रखें। इससे मन उदास नहीं रहता। सूर्य, पृथ्वी, हवा, पानी, पेड़-पौधे इन सबके लिए ग्रैटिट्यूड रखें।

तीसरा नियम है– आसन, प्राणायाम, ध्यान, मुंद्रा, बंद, गतिस योग वगैरह नियमित रूप से करें।

चौथा नियम है- सूर्य को अर्घ्य देना। ऐसा करने से हमारी आंखें और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। Vit- D मिलता है।

पांचवा काम आप नहाने के बाद प्रार्थना करें। सुबह उठकर नहाने से ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है, हॉरमोन्स बैलेंस रहते हैं। साथ ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य रहता है।

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छठा नियम है जमीन पर बैठकर भोजन करना। पाल्थी मारकर या वज्र आसन में जमीन में बैठकर खाना खाने से पेट नहीं निकलता न ही मोटापा बढ़ता है। ऐसा करने जोड़ों में दर्द नहीं होता साथ ही एसिडिटी और पाचन की समस्या भी नहीं होती।

सातवां नियम- अपने हाथ से खाएं। छुरी-कांटा छोड़कर, साफ हाथों से खाना खाएं। यह भारत का पारंपरिक तरीका है। हमारे हाथ की उंगलियों में नर्व एंडिंग्स होती हैं। ये दिमाग से कनेक्टेड होती हैं। जब हम खाना छूते हैं तो दिमाग को सिग्नल मिलते हैं कि खाना आने वाला है। इससे हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम तैयार हो जाता है। छुरी-कांटे से खाने पर खाना शॉक की तरह से आता है तो डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें हो जाती हैं।

आठवां तरीका है- आयुर्वेद मसाज। घर्षण क्रिया सहित कई ऐसी मसाज हैं जो हमारी कई बीमारियां दूर कर सकती हैं।

नौवां नियम है- घर का बना खाना। भारत में बनने वाली ट्रडिशनल डिशेज में कई मसाले और हर्ब्स होते हैं। ये हमारी हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं। पारंपरिक तरह से घर का बना खाना हमारी हेल्थ के लिए अच्छा होता है।

दसवां नियम है- परिवार का प्यार और बॉन्डिंग। पूरी दुनिया में परिवार टूट रहे है लेकिन जॉइंट फैमिली भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। जब आप डिप्रेशन, किसी परेशानी या अकेलेपन में होते हैं तब आपको परिवार की अहमियत पता चलती है।

Blood Pressure

कचौरी, चाट और पकौड़े के साथ परोसी गई समोसे की चटपटी चटनी का स्वाद तो आपने कई बार चखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं आवश्यकता से अधिक इन चीजों का सेवन आपको ब्लड प्रेशर का मरीज बना सकता है। हाई ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) जिसे हाईपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है, एक जनरल स्थिति है जिसका कई लोग सामना करते हैं। ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन के मुताबिक हार्ट से जुड़ी दिक्कतों और मृत्यु दर को घटाने के लिए ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकना बेहद जरूरी है। ऐसे में अगर आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल करके रखना चाहते हैं तो इन खाने की चीजों का सेवन करना तुरंत बंद कर दें।

ब्लड प्रेशर में आचार ना खाएं

हाई बीपी के मरीजों को अचार का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए। अचार में नमक की मात्रा ज्यादा होने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। यह ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचाने के साथ ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियां जैसे हार्ट अटैक आदि का खतरा बढ़ सकता है।

कॉफी जरूरत से ज्यादा ना लें

When the taste of tea gets spoiled, natural solution for tea addiction..

कॉफी में कैफीन नाम का उत्तेजक ब्लड प्रेशर लेवल को बहुत अधिक बढ़ा सकता है। इसमें कैफीन के साथ-साथ शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। यही वजह है कि इसे हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को लेने से मना किया जाता है।

प्रोसेस्ड मीट से बचें

प्रोसेस्ड मीट में सोडियम जरूरत से ज्यादा होता है, इस तरह के खाने के समान को नमकीन बनाया जाता है। अलावा इसके सैंडविच या बर्गर के लिए सॉस, अचार, पनीर, या ब्रेड के साथर इन मीट को टॉप करने से आपके शरीर में सोडियम का लेवल बहुत ज्यादा हो जाएगा और ब्लड प्रेशर भी तेजी से बढ़ेगा।

मीठा हो सकता है नुकसानदेह

हाई बीपी में ज्यादा मीठा खाने से भी सेहत को नुकसान हो सकता है। काफी ज्यादा चीनी का सेवन करने से मोटापा, दांतों की समस्या यहां तक की हाइपरटेंशन भी इसका परिणाम हो सकता है। ये हाई बीपी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

पिज्जा और चिप्स को कहे ना

हाई बीपी में पिज्जा-चिप्स जैसी चीजें खाने से बचें। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का मानना है कि पिज्जा के सॉस और बाकी टॉपिंग्स में भी सोडियम एसिटेट जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। ये हाई बीपी की समस्या को और बढ़ा सकता है। अलावा इसके चिप्स में मसाला और नमक की मात्रा ज्यादा होती है। साथ ही इसमें ऊपर से भी सोडियम मिलाया जाता है जिससे हाई बीपी की समस्या और अधिक हो सकती है।

Blood Clot Symptoms

शरीर में खून (Blood) का थक्का बनना काफी फायदेमंद साबित होचा है। ब्लड क्लॉट यानी खून का धक्का होने पर खून तरह पदार्थ से एक जेल में बदलने लगता है जिसका स्वरूप एक थक्के जैसा होता है। इसे थ्रोम्बोसिस भी कहते हैं। चोट या कहीं कट लग जाने की स्थिति में ब्लड क्लॉटिंग जरूरी होती है क्योंकि ये शरीर से ज्यादा खून निकलने से रोकता है पर जब ये क्लॉटिंग शरीर के अंदर नसों में होने लगती है तो खतरनाक बन जाती है। नसों की ब्लड क्लॉटिंग काफी ज्यादा खतरनाक होती है।

ब्लड क्लॉट कई तरह के होते हैं। ज्यादातर पैर के निचले हिस्से में ब्लड क्लॉटिंग देखने को मिलती है पर हाथ, हृदय, पेल्विस, फेफड़े, ब्रेन, पेट और शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है। अलावा इसके नसों और धमनियों में भी ब्लड क्लॉट हो सकता है।

कोविड-19 के दुष्प्रभावों में से एक रक्त के थक्के जमना है, जिससे धमनियों में थक्का बनने का खतरा भी बढ़ जाता है, जिसके चलते दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. कोविड-19 के बाद के प्रभावों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग वायरस से संक्रमित हुए, उनमें करीब एक साल बाद खून के थक्के बनने का खतरा काफी ज्यादा पाया गया. इसके बाद की गई अन्य स्टडीज में भी इस बात की पुष्टि की गई कि कोरोना वायरस के कारण खून के थक्के बनने का खतरा काफी ज्यादा होता है जिसके कारण हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.

नसों और धमनियों के जरिए शरीर में रक्त का संचार होता है। धमनियों में बनने वाले रक्त के थक्के को आर्टेरियल क्लॉट कहते हैं। आर्टेरियल क्लॉट की वजह से दर्द और लकवा हो सकता है। इसकी वजह से दिल का दौरा या स्ट्रोक भी हो सकता है। नसों में होने वाले ब्लड क्लॉट को वेनस क्लॉट कहा जाता है। इस तरह की क्लॉटिंग धीरे-धीरे बढ़ती है जो जानलेवा भी हो सकती है। मस्तिष्क में खून का थक्का बनने से खून का प्रवाह रुक जाता है जिसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

शरीर में खून का थक्का बनने पर कई तरह के लक्षण दिखने लगते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने शरीर में दिखने वाले इन लक्षणों को नजरअंदाज करने की गलती ना करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

आइए जानते हैं शरीर में दिखने वाले ब्लड क्लॉट के लक्षण-

ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण (Blood Clot Symptoms)

Blood Clot Symptoms

स्किन का कलर बदलना

अगर कोई थक्का आपके हाथ या पैर की नसों को बंद कर देता है, तो वह नीले या लाल रंग के दिख सकते हैं। नसें डैमेज होने के कारण आपकी स्किन फीकी पड़ सकती है।

सूजन- जब कभी भी खून का थक्का आपके शरीर में ब्लड के फ्लो को रोकता या कम करता है तो यह कोशिकाओं में जमने लगता है जिससे इनमें सूजन आने लगती है। आपके हाथ या पेट में भी खून का थक्का बन सकता है. इसके ठीक होने के बाद, तीन में से एक व्यक्ति में सूजन बनी रहती है और कभी -कभी रक्त वाहिकाओं के डैमेज होने के कारण दर्द और घाव भी हो सकता है।

सीने में तेज दर्द

अगर आपको अचानक से छाती में तेज दर्द होता है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर के अंदर बनने वाला खून का थक्का टूट चुका है. या यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि आपकी धामनियों में मौजूद खून के थक्के के कारण आपको हार्ट अटैक आ सकता है. ऐसा होने पर, आपको भी अपनी बाहों में दर्द महसूस हो सकता है, खासकर बाईं ओर.

सांस लेने में परेशानी

अगर आपको सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तो यह फेफड़ों और हृदय में क्लॉटिंग का संकेत हो सकता है। इसके के कारण आपके हार्टबीट ज्यादा बढ़ सकता है और आप बेहोश भी हो सकते हैं। इसे काफी गंभीर लक्षण माना जाता है।

खांसी का लगातार आना, थक्का बनने का है संकेत

लगातार आने वाली खांसी भी शरीर में खून का थक्का बनने का एक लक्षण है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर सीने में दर्द के साथ ही आपको सूखी खांसी या कभी-कभी बलगम या खून आने की समस्या का सामना करना पड़ता है तो जरूरी है कि आप जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं।