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Monthly Archives: October 2022

I have learned to laugh futilely, smiling at lies

मां, वह घर छूटे अरसा हो गया है और वैसे ही वह बेफ़िक्री से सोए हुए अरसा हो गया। तुम्हें याद है मैं हमेशा तुम्हें कह कर सोती थी कि मां मुझे जल्दी उठा देना, लेकिन तुमने कभी मुझे सोते हुए नहीं उठाया। लेकिन सच कहूं तो वो वाली नींद भी वही छूट गई, अब ऐसी नींद आती नहीं। आंखे ना जाने क्यों अलार्म बजने से पहले खुल जाती है। ना जाने किस बात की बेचैनी है। जब से वह घर छूटा है ना, तब से खाना भी अच्छा नहीं लगता ।

पता नहीं तुम आटे में क्या मिलाया करती थी, वैसी रोटी कहीं खाने को ही नहीं मिलती।
कई बार कोशिश की तुम्हारे जैसा स्वाद खाने में लाने की, लेकिन ना जाने क्यों अपने हाथ से बनाया हुआ पनीर भी लौकी जैसा लगता है। और हां, लौक़ी से याद आया तुम्हें याद है, जब जब घर पर लौकी बनती थी तो तुम मेरे लिए कोई और दूसरी सब्जी बना देती थी। मां, तुम कितने अच्छे से जानती थी ना, कि मैं नहीं खाऊंगी, मुझे पसंद नहीं है। तुम्हें पता है मैं अब बड़ी हो गई हूं, अब लौकी बनती है, तो मैं आचार से रोटी खा लेते हूं और जब सवाल करती हूं खुद से कि दूसरी सब्जी?
तो इस दिल-ए-नादान को समझाती हूं- यह पापा का घर नहीं है!

सब से लेट सो कर, सब से लेट उठती थी मैं। वैसे सब से लेट तो यहां पर भी सोती हूं, लेकिन सुबह सबसे पहले उठने के लिए।
अलार्म कई बार बजती है, कई बार मुझसे यह कहते हुए रूठ जाती है कि तुम्हें मेरी क्या जरूरत है? मैं उसे कैसे समझाऊं कि मुझे उसकी जरूरत जागने के लिए नहीं, बल्कि कभी गलती से मीठे सपनों में खो कर आंख ना खुलने पर देर ना हो जाए इसलिए अलार्म लगाती हूं।

I have learned to laugh futilely, smiling at lies

पतंग को देखकर आसमान में दूर तक उड़ जाने के ख्वाब देखने वाली मैं , ये फिजूल के मतलबी रिश्ते निभाते निभाते मशीन हो गई हूं ।
तुम्हें पता है मां, अब दिल दुख होना भी भूल गया है। पहले कोई दिल दुखाता था तो उसकी शक्ल ना देखने की कसम खाने वाली मैं, अब झूठा मुस्कुराना सीख गई हूं। दिल अंदर चीख रहा होता है और बाहर कोई सुन नहीं सकता, मेरी हंसी के पीछे इस मासूम की चीख कुछ भी नहीं है। जब तुम पास थी तो एक छोटी सी खरोच भी बहुत बड़ी चोट होती थी लेकिन अब अक्सर खाना बनाते हुए हाथ जल जाते हैं मेरे, और कमाल देखो मां, तुम्हारी ये बेहतरीन अदाकारा बेटी, मुंह से उफ्फ भी नहीं निकालती।

आज बाजार में एक मां अपनी बच्ची को खिलौना दिला रही थी। बहुत खुश थी वह बच्ची खिलौने लेकर। लेकिन तभी एक ख्याल मन में आया कि आज जब मां पास है तो बाजार के सारे खिलौने अपने लगते हैं, लेकिन जब वही मां पास नहीं होती लोग उसी को खिलौना बना कर खेलते रहते हैं। कभी उसके दिल से और कभी उसके जज्बात से। तुम बहुत याद आती हो मां, जब कभी सड़क पार करनी होती थी तो तुम और ज्यादा कसकर मेरा हाथ पकड़ लेती थी। आज जब कभी अकेले सड़क पार करती हूं , तो लगता है तुम यहीं कहीं मेरे साथ हो।

अब बड़ी हो गई हूं, मां अकेले सड़क पार करने के अलावा जिंदगी की मुश्किलों से लड़ना सीख गई हूं, समझौते करना सीख गई हूं, दिल में बहुत सारा दर्द लेकर हंसना सीख गई हूं और इनमें कोई बुराई भी नहीं है। जिंदगी का दूसरा नाम आजमाइश ही तो है। तुमने हर मोड़ पर मेरा साथ दिया है और आगे भी देती रहोगी, लेकिन सबको अकेले ही अपनी जिंदगी के अंधेरों से लड़ना पड़ता है। और मैं डटकर सारे अंधेरों का सामना करूंगी बस तुम ठीक वैसे ही मेरा हाथ पकड़े रखना जैसे तुम सड़क पार करते वक्त पकड़ती थी।
आई मिस यू मां
आई लव यू लॉट

Because not everyone is big hearted.

कुछ लोगों को जिंदगी से बहुत शिकायतें होती हैं। हर इन्सान को यही लगता है जैसे दुनिया की सारी मुश्किलें भगवान ने उन्हीं की झोली में डाल दी है लेकिन क्या कभी आपने खुद उस लम्हें को महसूस किया है, जब कोई छोटा बच्चा खिलौनों की दुकान के बाहर खड़ा होकर उन्हें ऐसे देख रहा होता है, जैसे कोई जादू है और सच में जादू ही तो है उसके लिए।

वहीं, जादू जिसे वह देख तो सकता है, लेकिन अपने नन्हें हाथों से महसूस नहीं कर सकता। सच में कितना भयानक जोड़ है ना ( गरीबी + बचपन)!

कोई भी बड़ा समझदार इंसान अपने हालातों से समझौता कर सकता है, और हालातों को बदलने के लिए कोशिश करने का भी संकल्प ले सकता है, लेकिन वह बच्चा जिसने अभी दुनिया से अपना रिश्ता नया नया शुरू किया है सोचें उसके लिए कैसा होता होगा।

एक छोटा बच्चा जो मेले के दरवाजे पर खड़ा है और उसके पास अंदर जाने के लिए पैसे नहीं है। हम और आप शायद सोच भी नहीं सकते, कि किस तरह वो मासूम अपने दिल को समझाता होगा। वह कढ़ाई में बनती गरम गरम जलेबी उसे कैसे ललचा रही होंगी और हर हवा के झोंके के साथ जब खुशबू आ रही होती होगी तो उसके कानों में यही कहकर जाती होगी कि तुम सिर्फ महसूस करो।

Because not everyone is big hearted.

झूले पर झूलते वह बच्चे जो इस भयानक जोड़ गरीबी और बचपन का हिस्सा नहीं है जब जब वह झूला झूलते हुए खिलखिलाते है, तो किस कदर वह नन्ना दिल मचल जाता है, वह ढेर सारे झूले झूलने को। और फिर इन सब से 01 मिनट के लिए ध्यान हटा तो वह आइसक्रीम वाले अंकल घंटी बजा देते हैं। वो वाला एक लम्हा इतना भारी हो जाता है कि वह बच्चा सोचने लगता है कि काश उसके पास भी पैसे होते तो वह भी अपने सपनों के महल सजा पाता। बस एक यही लम्हा उसे मजबूर कर देता है, इतना मजबूर कि दिल की सुनना उसके लिए जरूरत बन जाता है। और फिर दिल को मनाने का जो सिलसिला शुरू होता है, वह उसे लोगों से मांगने पर भी मजबूर कर देता है। जब कोई अन्य हाथ में आइसक्रीम लेकर बाहर आता है तो उसे बस यही समझ आता है कि मायूस आंखों से उसे देखने की बजाय उसके आगे हाथ बढ़ाकर मांग ले। और उसके बाद फिर किसी का झूठा भी मिल जाए तो क्या फर्क पड़ता है।

इसी के साथ दुत्कार भी मिलती है, क्योंकि हर इन्सान बड़ा दिल वाला नहीं होता। कुछ छोटे दिल के लोग यह कभी नहीं समझ सकते कि एक छोटे बच्चे के लिए दिल को समझाना कितना मुश्किल होता है। आपकी दिलवाई हुई 10 रुपये की चीज उसे अंदर से कितना खुश कर जाएगी यह शब्दों में बयां नहीं हो सकता। त्योहारों के समय पर इस तरह के बच्चों के लिए शाहा रात में चमकते तारों के जैसे हो आप। इस समय उनके लिए उनके अंधेरों की कालिख में रोशनदान से छनता उजाला हैं आप।

मैं इन बच्चों को भीख या पैसे देने का समर्थन बिल्कुल नहीं करती, लेकिन इस दिवाली किसी एक बच्चे के चेहरे पर आपकी वजह से मुस्कान आ जाए तो समझ ही आपको भगवान की तरफ से दिवाली का तोहफा मिल गया है। किसी भूखे बच्चे को खाना खिलाइए, किसी को कपड़े दिला दीजिए, किसी बच्चे को जूते दिला दीजिए, किसी को उसकी पसंदीदा आइसक्रीम खिला कर, उसे यह समझा सकते हैं कि आप उन्हीं के जैसे हैं। हां, बस भगवान ने आपको थोड़ा ज्यादा इसलिए दिया कि उनके त्योहारों को आप रोशन कर सकें। कम से कम त्योहारों पर किसी की आंखों में आंसू ना हो।

Relationship

बिजी लाइफ के कारण आजकल पति-पत्नी या लव रिलेशनशिप में एक दूसरे पर ज्यादा फोकस नहीं दे पाते हैं, जिससे उनकी जिंदगी में कई तरह की समस्या शुरू हो जाती हैं। कई बार देखा गया है कि वक्त बीतने के साथ आपसी रिश्तों में बदलाव देखने को मिलता है, जैसे- पार्टनर का Ignore करना, साथ में कम समय बिताना, आपस में बातचीत ना करना, ऐसे में रिश्तों में बोरियत आने लगती है और बात लड़ाई-झगड़े तक पहुंच जाती है।

क्या आपके साख भी इस तरह की समस्या है और आप भी अपने पार्टनर का अटेंशन पाना चाहते हैं तो इन टिप्स को फॉलो करें। इससे आपके पार्टनर को आपकी आदत हो जाएगी और एक पल भी दूर नहीं जा पाएगा।

फोन को कहें नो..

दिनभर के काम के बाद जब आप रात में बेड पर जा रहे हैं तो सबसे पहले अपने फोन को बाय-बाय कह दें, क्योंकि सोशल मीडिया और मोबाइल की लत से कई बार साथी को समय नहीं दे पाते और इग्नोर करते हैं। फोन ना करने पर आप एक-दूसरे से बात करेंगे और अपने दिल का हाल शेयर करेंगे। इससे आपके बीच दूरियां नहीं बढ़ेंगी और साथ में अच्छा वक्त बिताने से प्यार भी बढ़ेगा।

कुछ ऐसा करें कि पार्टनर इग्नोर न कर पाए

अपने बिजी लाइफस्टाइ से थोड़ा समय निकालें और वो काम करें जो आपके पार्टनर को अच्छा लगता है। जिससे उसके चेहरे पर मुस्कुराहत आए। ऐसा करने से उसे अच्छा लगेगा और वह आपकी ओर आकर्षित होगा और अच्छा टाइम आपको देगा, जिससे रिलेशनशिप में गैप नहीं आएगा और वो मजबूत होता चला जाएगा।

प्लान बनाइए और फिर खूब घूमे

Relationship

अगर आप चाहते हैं कि आपका पार्टनर आपको ज्यादा से ज्यादा अटेंशन दे, उस पर आपके प्यार का जादू चले तो भागदौड़ भरी जिंदगी में थोड़ा सा रुकिए. एक ट्रैवल लिस्ट बनाइए और उन जगहों पर घूमने जाइए, जो आपके साथी को पसंद हो। ऐसे में बाहर होने से आप एक-दूसरे को ज्यादा से ज्यादा समय दे पाएंगे और अच्छा-खासा समय मिलने से रिलेशनशिप भी बेहतर हो जाएगा.

इग्नोर के बदले इग्नोर करना छोड़े

आप अपने पार्टनर को समय देकर उसका अटेंशन पा सकते हैं। कई बार देखा जाता है कि अगर पार्टनर इग्नोर कर रहा है तो आप भी उसे इग्नोर करने लगते हैं। यह सही नहीं होता। इससे बात बनने की बजाय और भी बिगड़ सकती है। इसलिए बात बंद करने की बजाय पार्टनर के करीब जाएं और अपनापन दिखाएं। इससे रिलेशनशिप में गैप नहीं आ पाएगा, रिश्ता और भी बेहतर हो जाएगा।

थोड़ा मिस भी करना जरूरी

हर समय पार्टनर के साथ रहना, उनकी हर बात को पूरी करना बिल्कुल अच्छी बात है लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होना चाहिए जब आप उनसे दूर हैं और वे आपको मिस करें। इससे आपको उनका अटेंशन मिलेगा और प्यार भी बढ़ेगा पर इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि ज्यादा देर तक बात बंद ना हो या फिर अधिक दूरी भी ना बढ़ें। साथी के थोड़ा मिस करने पर फौरन उनसे बात करें और उनके पास पहुंच जाएं, इससे अटेंशन तो बढ़ेगी ही साथ-साथ आप दोनों के आपसी संबंध में मिठास आएगी।

Bollywood's song 'Kala Chashma' boom in Japan

इंटरनेट के इस दौर में सोशल मीडिया की मदद से कब कौन रातों-रात स्टार बन जाए कह नहीं सकते। कई लोग बॉलीवुड गानों पर रील्स बनाते हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं। बॉलीवुड के गानों को सुनते ही देश ही नहीं, बल्कि विदेशियों को भी झूमते-नाचते देखा जा सकता है। इसका अनुमान हाल ही में वायरल हुए जापान के VIDEO को देखकर समझा जा सकता है, जिसमें जापानी लड़कियों के एक ग्रुप को बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ की फिल्म ‘बार-बार देखो’ के गाने काला चश्मा पर थिरकते देखा जा सकता है।

बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ का फेमस सॉन्ग काला चश्मा पर आए दिन लोग लोग रील्स बनाते दिख जाते हैं। यह गाना ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी लोगों को नाचने पर मजबूर कर रहा है। लड़कियों के इस डांस को देखकर आप भी थिरकने को विवश हो जाएंगे। वायरल हो रहे इस वीडियो में लड़कियों के एक ग्रुप को बड़े ही स्वैग के साथ डांस करते देखा जा सकता है। इस वीडियो को देखकर कई लोग खुद को इस पर प्रतिक्रिया देने से रोक नहीं पाए।

सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहे वीडियो को एक बार जरूर देखें-

 

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यह वायरल वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर ‘thequickstyle’ नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है, जिसे खूब पसंद किया जा रहा है। वीडियो में सभी लड़कियां एक ही हेयर स्टाइल के साथ-साथ एक ही रंग की ट्यूनिक में जमकर डांस करती नजर आ रही हैं। इस वीडियो पर अब तक 253 हजार व्यूज आ चुके हैं। वहीं, 253,377 लोगों ने इस वीडियो को लाइक किया है। इस वीडियो को देख यूजर्स लाजवाब रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने कैप्शन में लिखा कि ‘दुनियाभर में ये ट्रेंड कभी खत्म नहीं होना चाहता’

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्ट्राग्राम पर यह वीडियो ‘thequickstyle’ नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है, जिसे खूब देखा और पसंद किया जा रहा है. वीडियो में सभी लड़कियां एक ही हेयर स्टाइल के साथ-साथ एक ही कलर की ट्यूनिक में जमकर डांस करती दिखाई दे रही हैं. इस वीडियो पर अब तक 253k व्यूज आ चुके हैं. वहीं 253,377 लोगों ने इस वीडियो को लाइक किया है. इस वीडियो को देख यूजर्स तरह-तरह के मजेदार रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने कैप्शन में लिखा, ‘दुनियाभर में ये ट्रेंड कभी खत्म नहीं होना चाहता!’।

Mountain Man

कभी- कभी इंसान का हौसला और उसका जुनून उसे वह करने पर मजबूर कर देता है जो उसने करने का कभी सोचा भी नहीं होता और ना ही सोच सकता है कि इसका क्या परिणाम होगा। परिणाम रूपी नदी को भूलकर वह सिर्फ अपनी प्यास पर फोकस करने लगता है, और फिर वह होता है जिसकी उसने कल्पना नहीं की होती। ऐसा ही हुआ भारत के ‘माउंटेन मैन’ के साथ। जी हां, माउंटेन मैन यानी दशरथ मांझी।।

दशरथ मांझी वह इंसान हैं जिन्होंने एक छैनी और हथौड़ी की मदद से अपने हौसलों की उड़ान को मंजिल दी है। दरअसल, हुआ यूं कि दशरथ मांझी एक ऐसे गांव से ताल्लुक रखते हैं , जहां इंसान को अपनी छोटी से छोटी जरूरत को पूरा करने के लिए एक पहाड़ को पार करना पड़ता था। इसी वजह से एक बार दशरथ मांझी जब अपने काम पर गए थे, तो उनकी पत्नी उनके लिए दोपहर का भोजन लेकर जा रही थी, तभी उस पहाड़ को पार करते हुए उनका पैर फिसल गया और वह गिर गई। इसके पश्चात समय पर इलाज ना मिलने के कारण उनकी मौत हो गई । इस हादसे का दशरथ मांझी पर बहुत गहरा असर हुआ और उन्होंने ठान लिया कि जिस तरह उस विशालकाय पहाड़ ने उनकी पत्नी के जीवन को खत्म कर दिया उसी तरह वह भी उसको खत्म कर देंगे।

छैनी और हथौड़ी से सिर्फ पहाड़ के गुरूर को जमीन में मिलाया

फिर इन्होंने उस पहाड़ को काटकर रास्ता बनाने का संकल्प लिया। एक छोटी सी छैनी और हथौड़ी के साथ उन्होंने पहाड़ काटना शुरू किया। गांव वालों के लिए यह केवल एक मूर्खता भरा फैसला था लेकिन दशरथ मांझी कुछ अलग ही सोच बैठे थे। हालांकि, गांव वालों ने उनको पत्नी को मौत के सदमे के कारण पागल करार दे दिया था लेकिन इस शख्स ने कभी भी किसी की परवाह नहीं की और लगातार 22 साल इस काम में लगे रहे और उन्होंने कर दिखाया कि अगर हौसले बुलंद हो तो एक पहाड़ को काटकर 360 फुट लंबा, 25 फीट गहरा और 30 फीट चौड़ा रास्ता बनाना मुश्किल काम नहीं है।

रास्ते का नाम पड़ा- 

उनके द्वारा बनाए गए रास्ते का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा गया। दशरथ मांझी के फैसले का भले ही पहले मजाक उड़ाया गया हो लेकिन यह भी हकीकत है कि उनकी कोशिश ने जालौर के लोगों का जीवन सरल बना दिया। जिस तरह दशरथ मांझी ने दृढ़ संकल्प को जीवन का आधार साबित किया, उसी तरह यह भी साबित किया कि किसी के प्रेम को अर्थ देने के लिए ताजमहल बनाना जरूरी नहीं है उनकी तरह रास्ते की बाधाओं को दूर करना भी प्रेम और समर्पण को दर्शाता है।।

Adipurush Review: Adipurush teaser got some such review on social media

मुंबई: निर्देशक ओम राउत द्वारा निर्देशित और अभिनेता प्रभास स्टारर की आने वाली फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) के टीजर का लोगों का काफी इंतजार था। रविवार को अयोध्या में इसे धमाकेदार तरीके से लॉन्च किया गया। अदिपुरुष का टीजर रिलीज होते ही लोगों ने सोशल मीडिया प अपनी प्रतिक्रिया भी देनी शुरू कर दी है। जहां कुछ को टीजर काफी पसंद आया है तो वहीं कुछ को बहुत ज्यादा VFX और एनिमेशन पसंद नहीं आ रहा है। आइये जानते हैं सोशल मीडिया पर आदिपुरुष के टीजर के मद्देनजर किसने क्या कहा-

बता दें कि आदिपुरुष में प्रभाष भगवान श्री राम के रोल में हैं जबकि अभनेता सैफ अली खान दशानन के किरदार में हैं। अलावा इसके कृति सेनन सीता की किरदार निभाते नजर आएंगीं। हालांकि, टीजर में सिर्फ प्रभास और सैफ अली खान की झलक देखने को मिली है। लोगों को प्रभास की भूमिका तो काफी पसंद आई पर टीजर में एनिमेशन कतई पसंद नहीं आ रहा है। तो चलिए देखते हैं कुछ अहम प्रतिक्रियाएं-

आदिपुरुष के टीजर को लेकर सोशल मीडिया पर मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। जहां लोग अभिनेता प्रभास के किरदार के सुपर कह रहे हैं तो वहीं, जिस तरह से सिर्फ दो लोगों के बीच पूरे टीजर में सभी कुछ एनीमेशन से बनाया गया है। ये लोगों को बिल्कुल रास नहीं आ रहा है और इसे लेकर मीम्स भी बनाए जा रहे हैं।

आदिपुरुष टीजर में जिस तरह से वानर सेना दिखाई गई है, उसे देखकर लोगों को ‘टेंपल रन’ गेम की याद आ गई है। एक यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- ‘सात सौ करोड़ टेंपल रन’।

एक अन्य यूजर ने आदिपुरुष टीजर का रिव्यू देते हुए कहा कि जब कोई कार्टून वीएफएक्स टीम पहली बार फिल्म बनाए। इसी तरह से एक अन्य ने लिखा- ‘500 करोड़ तो अभिनेता की फीस देने में खत्म हो गए तो VFX और CGI क्या ही मिलेगा।

Karwa Chauth: Is this day Karwa Chauth

हिंदू पंचांग के मुताबिक कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ (Karwa Chauth) व्रत रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की दुआ के लिए व्रत रखती हैं। हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का विशेष महत्व है। करवा चौथ व्रत को सभी व्रतों में थोड़ा कठिन माना जाता है। यह व्रत दिनभर निर्जला रखा जाता है। करवा चौथ व्रत में महिलाएं पानी तक नहीं पीती हैं। इसमें चंद्र दर्शन के बाद व्रत का पारण किया जाता है। लोगों में मान्यता है कि करवा चौथ व्रत करने से पति की लंबी आयु प्राप्त होती है तथा वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है।

कब है करवा चौथ ?

हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है। इस साल यह तिथि 13 अक्टूबर को रात 01 बजकर, 59 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 14 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर, 08 मिनट तक रहेगी। इस वर्ष करवा चौथ व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा।

जानें करवा चौथ 2022 शुभ मुहूर्त

करवा चौथ पर अमृत काल शाम 04 बजकर, 08 मिनट से शाम 05 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। इसके बाद अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर, 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर, 07 मिनट तक रहेगा।

ये है करवा चौथ पूजा की विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
स्नान करने के बाद मंदिर की साफ- सफाई कर ज्योत जलाएं।
देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना करें।
निर्जला व्रत का संकल्प लें।
इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है।
सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।
करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है।
चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखा जाता है।
फिर पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है।

करवा चौथ व्रत में इस्तेमाल होने वाली सामग्री

चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मिठाई, गंगाजल, अक्षत (चावल), मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपक, सिंदूर, मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, जल का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, चलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलुआ और दक्षिणा (दान) के लिए पैसे आदि।