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Monthly Archives: February 2024

Those 5 most beautiful places in India

Beautiful Places: भारत में वैसे तो कई घूमने की जगहें हैं लेकिन कुछ ऐसी खूबसूरत जगहें हैं जहां बार-बार जाने का मन होता है। बसंत के इस खास मौसम में हर कोई घूमने की ख्वाहिश रखता है तो आइये जानते हैं विस्तार से इन शानदार जगहों के बारे में-

हमलोग अक्सर अपना हॉलिडे मनाने के लिए या फिर मूड रिफ्रेश करने के लिए बाहर घूमने जाते हैं। वैसे तो कई लोग फॉरेन ट्रिप पर भी जाना पसंद करते हैं पर इन लोगों को ये नहीं मालूम होता है कि हमारे अपने देश में भी बहुत सारी खूबसूरत जगहें मौजूद हैं।

भारत में कई ऐसी जगहें हैं जो अपनी खास खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं। ये ऐसी जगह है जहां अक्सर लोग घूमने के लिए जाते रहते हैं। हमें विश्वास है आप इन जगह के बारे में जानने के लिए काफी एक्साइटेड होंगे।

एक नजर देश की फेमस जगहों पर-

सबसे पहले हम बात करेंगे युमथांग घाटी के बारे में-

Those 5 most beautiful places in India

ये घाटी सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 148 किमी की दूरी पर स्थित है। इस घाटी को ‘फूलों की घाटी’ के नाम से भी जानते हैं। इस जगह पर काफी रंग के फूल देखने को मिलते हैं जिसमें लाल, पीले, सफेद, ऑरेंज, वॉयलेट आदि रंग शामिल हैं। आपको ये जानकर खुशी होगी कि यह घाटी हिमालय पर्वतों से घिरी हुई है। ये बात सुनने में जितनी अच्छी लग रही है उससे कहीं ज्यादा देखने में हसीन है। बताता चलूं कि बर्फबारी की वजह से इस घाटी को दिसंबर से मार्च के बीच बंद कर दिया जाता है।

मणिपुर का लोकटक झील-

Those 5 most beautiful places in India

ये झील मणिपुर ही नहीं, दुनिया की खूबसूरत झीलों में से एक है। यह अपनी सतह पर तैरते हुए वनस्पति और मिट्टी से बने द्वीपों के लिए पूरी दुनिया में फेमस है। इस झील के पानी पर सबसे बड़ा तैरता द्वीप ‘केयबुल लामजाओ’ है जिसका क्षेत्रफल 40 वर्ग किलोमीटर है। इसकी खूबसूरती वाकई देखने लायक है।

मेघालय का नोहकलिकाई फॉल्स

Those 5 most beautiful places in India

भारत के सबसे ऊंचे और खूबसूरत झरनों में से एक झरना है जो वाकई में बेहतरीन है हम बात कर रहे हैं मेघालय का नोहकलिकाई फॉल्स की। इसकी ऊंचाई के बारे में बात करें तो ये करीब 1,100 फुट है। बता दें कि इस झरने के नामकरण के पीछे एक खास कहानी फेमस है। खबरों के मुताबिक ये बताया गया है कि यहां सीधी खड़ी चट्टान से कभी एक स्थानीय लड़की ने छलांग लगा दी थी जिसका नाम लिकाई था। उसी के नाम पर इस झरने का नाम नोहका-लिकाई रखा गया।

कश्मीर का पहलगाम

Those 5 most beautiful places in India

कश्मीर यकीन स्वर्ग से कम नहीं है और कश्मीर की हर जगह वाकई खूबसूरत है लेकिन फिर भी कश्मीर में पहलगाम थोड़ा ज्यादा ही प्रकृति की जादुई छटा को अपने में समेटे हुए है। अनंतनाग जिले में स्थित सारा शहर बर्फ की चादर से ढके हिमालय और घने जंगलों वाले देवदार के पेड़ों से पटा हुआ है। यह जगह रोमांच और नेचर प्रेमियों के लिए एक खास सौगात से कम नहीं है।

केरल का टी-गार्डन

Those 5 most beautiful places in India

आखिर में केरल अपनी खूबसूरती के लिए पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध है। पर मुन्नार के टी गार्डन को यहां के सबसे ज्यादा खूबसूरत जगहों में से एक माना जाता है। यह जगह समुद्री तट से करीब 07 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां की बेपनाह खूबसूरती हर किसी को भाति है।

फोटो सौजन्य- गूगल

Pankaj Udhas: Last rites of Padmashree Pankaj Udhas today

Pankaj Udhas Funeral: अपनी उम्दा गजल गायकी से लोगों के दिलों पर राज करने वाले लोकप्रिय गायक पंकज उधास हमें अलविदा कह गए। 26 फरवरी को 72 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। वे लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। पंकज उधास के निधन से मनोरंजन जगत में शोक की लहर है। सभी फैंस और सेलेब्स पंकज उधास के निधन से गमगीन हैं। दिवंगत गजल गायक का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। पंकज की बेटी नायाब उधास ने उनके अंतिम संस्कार को लेकर जानकारी एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी है।

पंकज उधास की बेटी ने शेयर की अंतिम संस्कार से जुड़ी जानकारी 

 

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फेमस गजल गायक पंकज उधास आज पंचतत्व में विलिन हो जाएंगे। पंकज उधास की बेटी नायाब उधास ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर उनके अंतिम संस्कार से जुड़ी जानकारी साझा की। नायाब ने लिखा- ‘पद्ममश्री पंकज उधास जी की प्रेमपूर्ण स्मृति में, बहुत भारी मन से, हम आपको लंबी बीमारी की वजह से उनके निधन की सूचना देते हुए दुखी हैं। अंतिम संस्कार मंगलवार, 27 फरवरी को दोपहर 03 बजे से 05 बजे तक होगा, स्थान- हिंदू श्मशान, वर्ली (मुंबई) लेंडमार्क ऑपोजिट, फोर सीजन्स डॉ. ई म्यूज रोड, वर्ली उधास परिवार’ 4

मालूम हो कि पंकज उधास का पार्थिव शरीर ब्रीच कैंडी अस्पताल से उनके कर्माइकल रोड स्थित बंगले पर लाया जाएगा। तकरीबन 02:30 बजे तक दिवंगत के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के रखा जाएगा और फिर 03 बजे के बाद वर्ली के हिंदू श्मशान भूमि पर उनकी अंतिम क्रिया की शुरुआत की जाएगी। उनके करीबियों का तांता लगना शुरू हो चुका है।

भावुक हुए भजन गायक अनूप जलोटा

भजन गायक जलोटा ने दिवंगत उधास के साथ अपने करीबी रिश्ते को याद किया और वे भावुक दिखे। न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने अपना दोस्त खो दिया है। लोगों ने पंकज उधास को खो दिया है, एक महान गजल गायक को खो दिया है। मैंने अपना दोस्त खो दिया है। पंकज, तलत अजीज और मेरी तिकड़ी बहुत प्रसिद्ध थी। हमने साथ में कई संगीत कार्यक्रम किए। मुझे पंकज उधास के निधन पर बहुत गहरा दुख है। उन्होंने गजल को घर-घर तक पहुंचाया और लोगों के दिलों में अपने लिए जगह बनाई। यह एक महान योगदान था और इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।

जॉन अब्राहम ने भी पंकज उधास को किया याद

जॉन अब्राहम ने दिवंगत गायक संग अपनी एक तस्वीर शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। जॉन ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि जब मैं नया-नया आया था तब आप ने मुझे अपने करीब रखा था। आप कई मायनों में मेरे गुरु हैं। भगवान आपकी आत्मा को शांति दें। मैं हमेशा आपको याद करूंगा।

सिनेमा जगत की कई हस्तियों ने उनके निधन पर जताया दुख

अलाव इसके माधुरी दीक्षित, मनोज बाजपेयी, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन, सनी देओल, सोनू निगम और अन्य ने भी पंकज उधास को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

Importance of Shab-e-Barat in Islam

इस्लाम में शब-ए-बारात (Shab-E-Barat) त्योहार की बहुत अहमियत है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक शाबान महीने की 15वीं तारीख की रात में शब-ए-बारात मनाई जाती है। शब-ए-बारात इबादत, रहमत, मगफिरत और फजीलतों की रात के तौर पर मनाई जाती है। जिसे लेकर मुस्लिम समुदाय के तमाम लोग रातभर अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं।

मस्जिदों और कब्रिस्तानों को किया जाता है रौशन

Importance of Shab-e-Barat in Islam

खुदा की इबादत का यह दिन बहुत ही खास और पवित्र तरीके से मनाते हैं। शब-ए-बारात के मौके पर मस्जिद और कब्रिस्तानों को खास तरीके के सजाया जाता है। कब्रिस्तान में चारों तरफ रोशनी की जाती है, साथ-साथ कब्रों पर चिराग जलाकर मगफिरत की दुआएं मांगी जाती है। लोग मस्जिदों और कब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों के लिए अल्लाह की इबादत करते हैं। इसे चार मुकद्दस रातों में से एक मानते हैं जिसमें पहली आशूरा की रात, दूसरी शब-ए-मेराज, तीसरी शब-ए-बारात और चौथी शब-ए-कद्र की रात होती है।

इमाम-ए-जमाना की पैदाइश का जश्न

Importance of Shab-e-Barat in Islam

मुस्लिम में शिया समुदाय शब-ए-बारात को इमाम-ए-जमाना हजरत मेहदी की पैदाइश की खुशी में मनाते हैं उनका मानना है कि अल्लाह इमाम-ए-जमाना के जन्मदिन की खुशी में अपनी रहमतें बरसाते हैं। इसलिए इस्लाम के सभी समुदाय के लोग रात भर जागकर नमाज़ और कुरान की तिलावत करते हैं। इमाम-ए-जमाना की पैदाइश के मौके पर शिया समुदाय जगह-जगह महफिलें भी करते हैं।

अलावा इसके शब-ए-बारात पर घरों को विशेष रूप से सजाते हैं और लजीज पकवान जैसे- बिरयानी, हलवा और हलीम आदि बनाया जाता है और इबादत के बाद गरीबों में भी बांटा जाता है।

Because not everyone is big hearted.

Women’s Health: महिलाओं की जिंदगी में उम्र का हर दौर एक नया बदलाव के साथ आता है जो उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित करता है। शारीरिक रूप से भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं। देखा जाए तो बचपन से किशोरावस्था की ओर बढ़ रही बच्ची बहुत कुछ फिजिकली बदलाव बर्दाश्त करती हैं। उसी तरह जब शरीर 35 की उम्र पार करता है तब भी बहुत से चेंजेज दिखाई देने लगते हैं। ये चेंजेज उन्हें मानसिक तो प्रभावित करते ही हैं उनकी शादीशुदा जीवन पर भी असर पड़ता है। अगर इस उम्र की देहलीज को पार आपको भी लगता है कि आप कुछ बदल रही हैं तो उसकी वजह कुछ और नहीं आपकी उम्र ही है। बताते चलें कि किस किस तरह से ये उम्र चेंजेज लेकर आता है।

35 की उम्र के बाद होने वाले बदलाव

पेल्विक स्वास्थ्य पर पड़ता है असर

आपकी उम्र 35 पार और 40 के नजदीक पहुंचते पहुंचते मैरेज लाइफ पर कुछ असर दिखने लगता है क्योंकि इस समय तक फिजिकल रिलेशन बनाने की इच्छा पहले जैसी नहीं रह जाती। प्राइवेट पार्ट में भी बहुत से चेंजेज दिखने लगते हैं। सबसे पहला चेंजेज यौन इच्छा में कमी आना ही होता है। अलावा इसके वजाइना में ज्यादा ड्राइनेस और कई बार खुजली भी होने लगती है। वजाइना के अपीयरेंस में भी बदलाव आने लगता है। मेनोपॉज के दौरान अलग-अलग अनुभव होते हैं। कुछ महिलाओं को ड्राईनेस तो कुछ को इन्फ्लेमेशन की शिकायत हो सकती है। बता दें कि इस उम्र में यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन (UTI) जैसी प्रॉब्लम भीबढ़ सकती है।

अन्य शारीरिक बदलाव

These foods play an important role in controlling hormones

अलावा इसके ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना। स्किन पहले से ज्यादा ड्राई रहना, ऑस्टियोपोरोसिस, बालों के टेक्सचर में अंतर और रिंकल आने लगते हैं। और भी बहुत से हार्मोनल चेंजेज भी होते हैं।

मानसिक बदलाव की समस्या

शारीरिक रूप से ना सिर्फ बल्कि मानसिक रूप से भी कई तरह के चैंजेज का सामना करना पड़ता है। कई महिलाएं इस उम्र में डिप्रेशन के करीब पहुंच जाती हैं। कई महिलाओं में एंग्जाइटी बढ़ जाती है। सबसे अधिक रात में नींद उचटने लगती है और साथ में इनसोमनिया की शिकायत बढ़ जाती है।

Valentine Day Special: Do not give these 5 gifts to your partner even by mistake

Valentine Day Special: किसी भी स्पेशल मौके पर हम अपने खास दोस्त, परिजन और अपने पार्टनर को गिफ्ट देना पसंद करते हैं। खासकर Couples को एक दूसरे को तोहफा देना पसंद होता है। ऐसे में गिफ्ट देने के लिए काफी कुछ है और हम हमेशा गिफ्ट देने के लिए कोईकोई नया तरीका ढूंढते हैं। और अक्सर अपने साथी के लिए सबसे बढ़िया गिफ्ट देना चाहते हैं। पर कई बार जाने अनजाने में हम ऐसी गिफ्ट भी दे देते हैं जो वास्तु के अनुसार नहीं देना चाहिए।

आप ठीक समझे, ऐसी कई गिफ्ट हैं जो वस्तु के मुताबिक नहीं देना चाहिए या घर में इस तरह की गिफ्ट नहीं रखनी चाहिए। इस वजह से कपल्स के बीच अक्सर लड़ाई की नौबत आ सकती है। साथ ही इस तरह की गिफ्ट देना अशुभ भी माना जाता है। अगर आप भी अपने पार्टनर को कोई गिफ्ट देने का मन बना रहे हैं तो पहले समझ लें कि किस तरह की गिफ्ट नहीं देना चाहिए।

1. गिफ्ट में परफ्यूम देना: ज्यादातर कपल्स एक दूसरे को परफ्यूम देना भी पसंद करते हैं। परफ्यूम बहुत खास गिफ्ट है और एक प्रीमियम चॉइस भी है। पर वास्तु के मुताबिक परफ्यूम भी गिफ्ट में नहीं देनी चाहिए। इस तरह की गिफ्ट देने से रिलेशन में डिसटेंस आ सकती है।

2. जूते गिफ्ट करना:

Valentine Day Special: Do not give these 5 gifts to your partner even by mistake

लड़कियां कई बार लड़कों को जूते देना पसंद करती हैं। लड़कों के लिए जूते देना एक उम्दा गिफ्ट है क्योंकि ज्यादातर लड़कों रो बढ़िया जूते पहनना बहुत अच्छा लगता है। वास्तु शास्त के मुताबिक जूते नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हैं। बता दें कि कई मुल्कों में भी जूते देने का प्रचनल नहीं के बराबर है।

3. रुमाल गिफ्ट में देना: अक्सर देखा गया है कि लोग खूबसूरत और अट्रैक्टिव रुमाल भी गिफ्ट करना पसंद करते हैं। जबकि वास्तु के मुताबिक रुमाल भी गिफ्ट नहीं करना चाहिए। रुमाल गिफ्ट करने से आपकी दोस्ती या रिश्ते में दरार आ सकती है। हिंदू मान्यता के अनुसार रुमाल या टावेल जैसी चीजें गिफ्ट नहीं की जाती हैं।

4. काले कपड़े गिफ्ट ना करें: Black कपड़े सभी पर जचते हैं लेकिन वास्तु के मुताबिक काले कपड़े भी गिफ्ट नहीं करना चाहिए। काला रंग भी नकारात्मक इनर्जी का प्रतीक है। अगर आप अपने पार्टनर को काली शर्ट या काला कुर्ता तोहफे में देने का सोच रहे हैं तो ऐसा करने से बचें। काले रंग की जगह आप दूसरे गहरे रंग के कपड़े चुन सकते हैं।

5. ताजमहज उपहार में ना दें: कई दफा एक खूबसूरत गिफ्ट देने के लिए लोग ताजमहल गिफ्ट करना पसंद करते हैं। ताजमहल बहुत खूबसूरत उपहार है और इसे घर में रखना काफी अच्छा लगता हैलेकिन ताजमहल ना ही गिफ्ट करना चाहिए और ना ही अपने घर में रखनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ताजमहल मुमताज का मकबरा है। मकबरा और कब्र जैसी चीजें नकारात्मक ऊर्जा प्रवाह करती हैं इसलिए इसे घर में भी सजा कर नहीं रखना चाहिए।

फोटो सौजन्य- गूगल

February Festivals

February Festivals: बसंत पंचमी को लेकर फरवरी माह का बड़ा ही महत्व है। हिंदू पंचांग के मुताबिक फरवरी का महीना बेहद खास माना जाता है क्योंकि इस वर्ष ग्रहों के गोचर के साथ कई बड़े व्रत त्योहार भी पड़ रहे हैं। बता दें कि फरवरी में षटतिला एकादशी से लेकर मासिक बसंत पंचमी जैसे कई व्रत और त्योहार पड़ेंगे। आइये जानें फरवरी माह में पड़ने वाले खास व्रत-त्योहार और इस माह में होने वाले ग्रह गोचर के बारे में।
यहां देखें व्रत-त्योहार और ग्रह गोचर की पूरी सूची-

February Festivals

फरवरी माह के शेष व्रत-त्योहार:

  • 13 फरवरी 2024, मंगलवार, कुम्भ संक्रांति
  • 14 फरवरी 2024, बुधवार बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा
  • 20 फरवरी 2024, मंगलवार, जया एकादशी
  • 21 फरवरी 2024, बुधवार, प्रदोष व्रत (शुक्ल)
  • 24 फरवरी 2024, शनिवार, माघ पूर्णिमा व्रत
  • 28 फरवरी 2024, बुधवार, संकष्टी चतुर्थी

फरवरी माह के ये हैं गोचर:

  • 12 फरवरी 2024 शुक्र का मकर राशि में गोचर
  • 13 फरवरी 2024 सूर्य का कुंभ राशि में गोचर
  • 20 फरवरी 2024 बुध का कुंभ राशि में गोचर
  • 14 फरवरी 2024 (बुधवार) – बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा

ये त्योहार ज्ञान, विद्या, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। वसंत पंचमी से बसंत ऋतु की शुरुआत होती है। इस दिन पीला रंग का विशेष महत्व है।

When do women experience more sexual desire?

Ovulation: पीरियड से पहले के कुछ लक्षण और पीरियड के दरम्यान होने वाली दिक्कतों से हम सभी वाकिफ हैं। जहां किसी को क्रैंप होते हैं तो वहीं किसी को चक्कर आता है, किसी को ब्लोटिंग भी होती है पर पीरियड से पहले और उसके दौरान होने वाली सेक्स की कामना भी पीरियड के लक्षणों की वजह होने वाली एक कंडिशन है। वैसे ऐसा सभी के साथ नहीं होता लेकिन कुछ महिलाएं पीरियड्स के दौरान या उसके बाद बहुत अधिक काम वासना फील करती हैं।

ये है इसकी वजह-

Periods और Sex डिजायर के बीच कोई संबंध है ?

Sex के लिए उत्तेजना का हॉर्मोन से गहरा संबंध है। इसके लिए आपके मेंस्ट्रुअल साइकल के हॉर्मोन सबसे ज्यादा जिम्मेदार होते हैं। मैंस्ट्रुअल साइकल आपके पीरियड के पहले दिन से शुरू होती है और इसमें 2 चरण होते है- फोलिक्युलर फेज़ और ल्यूटियल फेज़।

कब ज्यादा होर्नी महसूस करती है महिलाएं

वर्ष 2019 में एक स्टडी किया गया जिसमें 6,000,00 से ज्यादा महिलाओं के मैंस्ट्रुअल साइकल पर नजर रखी गई। इसे एक ऐप पर दर्ज किया गया और इसमें देखा गया कि ज्यादातर महिलाओं में 14वें दिन ओव्यूलेट नहीं हुआ था। जबकि ओव्यूलेशन के दौरान, यानी जब अंडा ओवरी से बाहर निकलकर ट्यूब में जाता है तब ज्यादातर महिलाएं ज्यादा यौनेच्छा का अनुभव करती हैं। साल 2013 के एक अध्ययन के मुताबिक लगातार सेक्स की तीव्र इच्छा के कारण इस दौरान यौन संचारित संक्रमण (STI) का खतरा भी बढ़ सकता है।

मेंस्ट्रुअल साइकल के वे दिन जब आप कम फर्टाइल होती हैं, तब लिबिडो अपने आप कम होने लगती है। अगर ओव्यूलेशन देरी से होता है, तो महीने में अलग-अलग समय में उत्तेजना चरम पर हो सकती है।

1. ओव्यूलेशन के दौरान

महिलाएं ओव्यूलेशन से ठीक पहले सेक्स की अधिक रुचि दिखाती हैं। साल 2015 में एक समीक्षा की गई, जिसमें यह पाया गया कि इस समय महिलाएं सेक्स की ज्यादा पहल करती हैं।

यह अनुमान लगाया गया कि ओव्यूलेशन के 24 घंटे बाद एस्ट्रोजन का स्तर पीक पर होता है। तीन तरह के एस्ट्रोजन हार्मोन में से एक एस्ट्राडियोल महिलाओं में यौन उत्तेजना बढ़ाता है। इस फैक्ट को एक और चीज पुख्ता करती है कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में एस्ट्राडियोल कम हो जाता है जिसके कारण यौन इच्छा में कमी आती है।

2. छुट्टियों के समय

किसी व्यक्ति की सेक्स की इच्छा समय पर भी निर्भर करती है, ऐसा हम नहीं, बल्कि रिसर्च कहते है। एक शोध किया गया जिसमें यह पाया गया कि वीकेंड में कॉलेज की उम्र की महिलाओं में सेक्स उत्तेजना वीक डेज की तुलना में अधिक थी। वीकेंड में एक महिला के सेक्स करने की औसत संभावना 22 फीसदी दर्ज की गई। जबकि अन्य दिनों में 9 फीसदी ही थी। इसलिए समय भी सेक्स की इच्छा और उत्तेजना की वजह हो सकता है।

3 फोलिक्युलर फेज़ में

When do women experience more sexual desire?

मेंस्ट्रुअल साइकल का पहला चरण फोलिक्युलर फेज़ है, जो लगभग 01-14 दिनों तक चलता है। इस चरण के दौरान, एस्ट्रोजन का स्तर प्रोजेस्टेरोन के स्तर से अधिक होता है। जब ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन में वृद्धि होती है, तो महिलाएं फोलिक्युलर फेज़ के अंत में ज्यादा सैक्स के लिए उत्तेजित महसूस करती हैं। यह ओव्यूलेशन की शुरुआत का प्रतीक है और इस समय में प्रेगनेंसी की अधिक संभावना होती है।

लुटिल फ़ेज में कम हो सकती है यौनेच्छा

इसे मेंस्ट्रुअल साइकिल का दूसरा चरण कहा जाता है, ये ओव्यूलेशन के बाद, ल्यूटियल फेज़ है। इस फेज़ में प्रोजेस्टेरोन का स्तर एस्ट्रोजन के स्तर से अधिक होने लगता है। लेकिन जब पीरियड होने होते हैं, तो दोनों में गिरावट शुरू हो जाती है, जो एक नए साइकिल की शुरुआत का संकेत देता है।

इस वक्त सेक्स की कम इच्छा महसूस होती है। हालांकि, हर महिला अपनी भावनाओं को अलग-अलग तरीके से संसाधित करती है। इसलिए यौन आनंद के लिए अपने सही समय और सही भावनाओं को समझने की आवश्यकता है।

फोटो सौजन्य- गूगल