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नामुमकिन को मुमकिन बनाने तक बस हौसलें पस्त ना होने दें..

Just don't let your spirits down till you make the impossible possible.

“इतिहास लिखने के लिए कलम नहीं हौसलें की जरूरत होती है”
“जहां तक दिखाई दे वहां तक जाने की कोशिश जरूर करें, जब आप वहां पहुंच जाओगे आप इससे भी आगे देख पाओगे”।।

इन सब कहावतों को सच किया और मिसाल बने लोगों ने अपनी किस्मत खुद लिखी है और इनकी सूची छोटी नहीं काफी बढ़ी है। और लिस्ट में एक नाम शामिल है, जिन्होंने सारी जिंदगी सिर्फ हार का ही मुंह देखा है ।
अपनी जिंदगी में 1009 बार फेल होने के बाद भी बुलंद हौसलों के साथ जो कोशिशों की राह में आगे बढ़ते रहे और 65 साल की उम्र में सफलता हासिल की।।
हां, दोस्तों 65 साल की उम्र, वह उम्र होती है जिसमें कोई भी इंसान अपनी ख्वाहिशों, सपनों, संघर्षों व हिम्मत के आखिरी पड़ाव पर होता है, लेकिन इस उम्र में नई ताजगी से अपने आप को एक बिजनेसमैन के रूप में खड़ा करना न केवल मुश्किल है बल्कि कुछ लोगों के लिए यह नामुमकिन सा है।।

लेकिन इसे मुमकिन कर दिखाया कॉलोनेल हरलैंड सैंडर्स, इन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में बहुत ही बुरा समय देखा है।
ये जिन परिस्थितियों से गुज़रे है उन परिस्थितियों से दो चार होना एक आम इंसान के बस की बात नहीं। हम इनके संघर्षों को शायद शब्दों में बयान नहीं कर सकते लेकिन आइये इनके संघर्षों के कुछ बिंदुओं पर नजर डालते हैं-

-5 वर्ष की उम्र में पिता का निधन हो गया।
-5 वर्ष की छोटी उम्र में छोटे बहन भाइयों की जिम्मेदारी उन पर आ गई ।
-इस छोटी सी उम्र में उन्होंने बहुत अधिक संघर्ष देखा है।
-काफी कम उम्र में नौकरी की तलाश शुरू करनी पड़ी।
-शादी हुई तो कुछ समय बाद पत्नी उन्हें छोड़ कर चली गई
-नौकरी की तलाश और बार-बार रिजेक्ट होने के बाद बिजनेस शुरू किया तो वह भी बंद हो गया।
लेकिन हार न मानते हुए, 65 की उम्र में एक कंपनी खड़ी की, जिसकी अब पूरी दुनिया में 118 ब्रांच है कंपनी का नाम है KFC (केएफसी )
यानी Kentucky fried chicken।

कॉलोनल ने खाना बनाने का हुनर अपनी मां से सीखा। लेकिन कॉलोनल को चिकन बनाना बहुत पसंद था।
अपनी फ्राइड चिकन रेसिपी के कारण वह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हुए।

कॉलोनल की 65 की उम्र में बनाई गई इस कंपनी के आज करीब 600 फ्रेंचाइज रेस्टोरेंट है। वह अपनी कंपनी के ब्रांड एंबेसडर बने हैं ताकि दुनिया उन्हें व उनके हुनर को जान सके तथा उनके संघर्ष की इस जबरदस्त कहानी से लोग कुछ सीख सके। 73 साल की उम्र में उन्होंने रिटायर होने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने अपनी खड़ी की हुई कंपनी KFC को $2000000 में एक अमेरिकन कंपनी को बेच दिया। लेकिन उस कंपनी का लोगो आज भी हमें कॉलोनल के संघर्ष की कहानी की याद दिलाता है। कंपनी को बेचने के कुछ ही वर्षो के बाद ही कॉलोनल का निधन हो गया।

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