Viginal Health: मौसम जब सर्दी का हो तो आमतौर पर लोग ज्यादा आलस फील करते हैं, सर्दी के सितम की वजह से किसी भी काम को करने के पहले कई बार विचार करते हैं। इस समय ज्यादातर लोग हाइजीन को लेकर लापरवाह हो जाते हैं। ठंड चरम पर होने के कारण कई बार हम अपनी नियमित गतिविधियों को भी नजरअंदाज करने लगते हैं। हमारी यह आदत सबसे पहले इंटिमेट एरिया को प्रभावित करती है। यही वजह है कि सर्दी के मौसम में UTI का जोखिम और भी अधिक हो जाता है। डॉक्टर से जानेंगे इससे बचाव और इसके होने के कारण।
वेजाइनल हाइजीन और विंटर सीजन
सर्दी के मौसम में पसीना नहीं आता जिसकी वजह से महिलाएं रिलैक्स हो जाती हैं और उन्हें लगता है कि बार-बार अंडर गारमेंट्स बदलने की आवश्यकता नहीं है। वहीं, कुछ महिलाएं ऐसे सोचती हैं कि एक दिन अगर प्राइवेट पार्ट को वॉश ना किया जाए तो कोई परेशानी नहीं होगी लेकिन यह एक गलती सीधे यूटीआई का कारण बन सकती है।
सर्दी ड्राई सीजन है और इस दौरान प्राइवेट पार्ट पहले से ही ड्राई होती है। जिसकी वजह से आपकी छोटी सी भी लापरवाही बैक्टीरिया और वायरस को अट्रैक्ट कर सकती है। ऐसे में सर्दियों में भी सभी को वेजाइनल हेल्थ को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता होती है। तो चलिए जानते हैं, इस मौसम किस तरह अपनी इंटिमेट हेल्थ का ध्यान रखना है और खुद को यूटीआई से प्रोटेक्ट करना है।
डॉक्टर ने सर्दियों में UTI से प्रोटेक्शन के क्या कुछ खास टिप्स दिए हैं-
विंटर में UTI को अवॉइड करने के खास टिप्स
1. पूरी तरह से हाइड्रेटेड रहें
सर्दी के मौसम में सबसे बड़ी गलती जो हमसे अक्सर हो जाती है, वे है पानी न पीना। सर्दियों में प्यास कम लगती है, जिसकी वजह से लोग कम मात्रा में पानी पीते हैं। वहीं, कुछ लोग पानी का सेवन बेहद सीमित कर लेते हैं, जिसकी के कारण उनमें तमाम हेल्थ प्रॉब्लम का खतरा बढ़ जाता है। खासकर डिहाइड्रेशन की वजह से महिलाओं में UTI होने का खतरा बढ़ जाता है।
इस हालात को दूर करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें और अपने बॉडी को हाइड्रेटेड रखें। उचित मात्रा में पानी पीने से ब्लैडर में बैक्टीरिया का ग्रोथ नहीं होता और अनचाहे बैक्टीरियल ग्रोथ को फ्लश आउट करने में भी मदद मिलती है। अलावा इसके यह शरीर से टॉक्सिक सब्सटेंस को बाहर निकाल देते हैं जिससे कि शरीर में अनहेल्दी बैक्टीरिया का ग्रोथ नहीं होता। पर्याप्त मात्रा में पानी पीयें और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
2. प्रॉपर हाइजीन का रखें ध्यान
सर्दियों में अक्सर महिलाएं हाइजीन के प्रति लापरवाही बरतना शुरू कर देती हैं, जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बिना आलस के सर्दियों में भी अपनी पैंटी को कम से कम दो बार जरूर बदलें। हर बार यूरिन पास करने के बाद वेजाइना को टिशु से ड्राई करना न भूले। ठंड का मौसम है, तो आप नियमित रूप से हॉट शावर लें और अपनी इंटिमेट एरिया को माइल्ड सोप से अच्छी तरह से साफ करें। ध्यान रखें कि गुनगुने पानी में 15 मिनट से अधिक समय ना बिताएं अन्यथा बैक्टीरियल ग्रोथ का खतरा बढ़ जाता है।
3. यूरिन को लंबे समय तक होल्ड रखने से बचें
बहुत से लोगों में यूरिन होल्ड करने की गलत आदत होती है। खास कर सर्दियों में लोग वॉशरूम जाने के आलस में लंबे समय तक पेशाब को रोके रहते हैं, जिसकी वजह से ब्लैडर में हानिकारक बैक्टीरिया का ग्रोथ बढ़ सकता है। वहीं ये यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन का कारण बनता है। अगर आप ऐसी किसी भी परेशानी को बुलावा नहीं देना चाहती हैं, तो सर्दियों में भी वॉशरूम जाने में आलस ना करें। यूरिन पास करने की इच्छा होने पर फौरन ब्लैडर खाली कर दें, ताकि किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
4. प्राइवेट पार्ट को करें मॉइश्चराइज
ठंड में वेजाइना ड्राई हो जाती है, जिसकी वजह से इचिंग और इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है। इन स्थितियों से बचने के लिए वेजाइना को मॉइश्चराइज रखें। इसके लिए एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। कोकोनट ऑयल की 04 से 05 बूंदें आपकी वेजाइना को अच्छी तरह से मॉइश्चराइज रहने में मदद करेंगी।
आजकल बाजार में कई तरह के वेजाइनल क्रीम्स मौजूद हैं, जिन्हें भूल कर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन्हें बनाने में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपकी वेजाइना को मॉइश्चराइज करने की जगह इन्हें बैक्टीरिया और वायरस का घर बना देते हैं। इसलिए इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
5. कॉटन के अंडरगारमेंट्स है जरूरी
सर्दियों में महिलाएं ऊलेन और टाइट बॉटम वेयर पहनती हैं, ताकि ठंड से बचा जा सके। वहीं, इस दौरान पसीना नहीं आता इसलिए कई महिलाएं कॉटन के अंडरवियर नहीं पहनती है। यह महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। गर्मी हो या सर्दी वेजाइना को हर मौसम पर्याप्त हवा की आवश्यकता होती है और उनकी स्किन को भी खुलकर सांस लेने की आजादी मिलनी चाहिए। इसके लिए पूरे दिन वूलन और टाइट कपड़े पहन कर ना रहे, कुछ देर ढीले कपड़े भी पहने। साथ ही सर्दी के मौसम में भी कॉटन के लूज अंडर गारमेंट्स पहनना जरूरी है।
6. अपने खाने में शामिल करें ठंड के सुपरफूड्स
सर्दियों में मिलने वाले सुपरफूड्स जैसे कि संतरा, विटामिन-C का एक अच्छा स्रोत है, यह इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देता है और यूरिन में एसिड के स्तर को सामान्य रखता है। इससे इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया का ग्रोथ सीमित रहता है, अलावा इसके गाजर और स्वीट पोटैटो वगैरह में भी महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं जो हेल्थ को कई अहम फायदे प्रदान करते हैं।
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