आज हम बात करने जा रहे है जिसके नाम में चीनी है पर मिठास नहीं, वह हर किचन में उपलब्ध होता है और वह बहुत ही लाभकारी होता है, जी हां सही समझा “दालचीनी”। इस उपयोगी और लाभकारी मसाले और औषधि से आप लोग भली भांति परिचित होंगे।
हम इसके जिन घटकों के बारे में बात करेंगे वे कुछ इस प्रकार होंगे:
- दालचीनी क्या है?
- दालचीनी के क्या फ़ायदे है?
- दालचीनी के सेवन के नुकसान क्या है?
तो और अधिक समय न लेते हुए हम शुरू करते है:
दोस्तों दालचीनी का पेड़ एक सदाबहार पेड़ है। इसकी उत्पत्ति श्रीलंका में हुई थी। इसके पेड़ की ऊंचाई लगभग 18 मीटर तक हो सकती है। इसके पेड़ की अंदरूनी छाल से मसाले एवम् औषधि का निर्माण किया जाता है। इसके पत्तों का भी मसाले बनाने में उपयोग होता है। यह आकार में गोल तथा भूरे लाल रंग की होती है। दाल चीनी की तासीर गर्म होती है और यह वात और कफ दोष को नियंत्रित करती है।
दोस्तों भारतीय परिवारों की रसोई में ये मसाला बहुत आसानी से मिल जाता है। इसको खाने का स्वाद बढ़ाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
यह साफ एक मसाला नहीं है बल्कि इसका उपयोग औषधि बनाने में भी किया जाता है।
आइए जानते हैं इसके फायदे:
- मधुमेह रोगियों के लिए हितकर:
यह मधुमेह के रोगियों के लिए वरदान से कम नहीं है। यह शरीर में इंसुलिन की प्रतिक्रिया को बढ़ाता है तथा शुगर के स्तर को सामान्य बनाए रखता है।
- दिमाग़ की कार्य क्षमता बढ़ाता है:
अनेक शोधों से यह साबित हुआ है कि दालचीनी के सेवन से दिमाग की कार्य क्षमता बढ़ती है।
- कैंसर से बचाता है:
जी हां, दाल चीनी पर हुए शोध हमे बताते है कि यह हमें कैंसर से भी बचाता है। यह कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
- कैल्शियम तथा मैगनीज का अच्छा स्रोत:
दाल चीनी फाइबर, कैल्शियम, तथा मैगनीज का अच्छा स्रोत होने के कारण पेट की बीमारियों की रोकधाम में सहायक है।
- रक्त संचार को सामान्य रखती है:
दाल चीनी का इस्तेमाल शरीर में रक्त संचार को सामान्य करता है । कौमारिन नामक यौगिक के कारण इसमें खून को पतला करने के गुण है।
- मानसिक रोग को दूर करता है:
दाल चीनी एंटी इंफ्लेमेट्री होती है, जिससे यह दिमाग़ के आंतरिक उतकों में होने वाली सूजन को कम करती है।
- मुंहासों से छुटकारा:
दाल चीनी चेहरे एवम् शरीर पर होने वाले दानों और मुंहासों से छुटकारा दिलाती है। हालांकि इसका इस्तेमाल लेप बना कर करना चाहिए, इसको सीधा त्वचा पर नहीं लगाना चाहिए।
- मासिक धर्म को नियंत्रित करती है:
महिलाओं को मासिक धर्म खुल कर न आना, अनियमित मासिक धर्म जैसी समस्याओं से दाल चीनी बहुत जल्द राहत दिलाती है।
- ओवुलेशन को सहारा देता है:
दालचीनी का निश्चित और नियमित सेवन महिलाओं को ओवुलेशन को सहारा देने में मदद करता है, तथा इसकी सहायता से उनको गर्भ धारण करने में सहूलियत होती है।
- पुरुषों में शुक्राणु की संख्या बढ़ाने में सहायक:
इसके निश्चित और नियमित सेवन से पुरुषों में शुक्राणु की संख्या बढ़ती है तथा उनकी गुणवत्ता में भी सुधार होता है।
इसकी निश्चित मात्रा से अधिक सेवन करने से इसके कुछ नुकसान भी है जैसे:
- निश्चित मात्रा से अधिक और लंबे समय तक इसका उपयोग करने से सिर दर्द की समस्या हो सकती है।
- इस का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए, इससे उन्हें पेट संबंधित समस्या हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं के इसके सेवन से गर्भ गिर सकता है, तथा मिसकैरिज जैसी स्तिथि भी उत्पन हो सकती है।
तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही, फिर मिलेंगे एक नए विषय के साथ, तब तक आप सब अपना और अपनों का ख्याल रखिए।
फोटो सौजन्य- गूगल