हम अक्सर अशोक के पेड़ को पार्क में, अपने घरों में, ऑफिस में या मंदिरों में देखते हैं। यह देखने में बहुत ही खूबसूरत होता है। चिकनी पत्तियों वाला यह लंबा पेड़ औषधीय गुणों के कारण भी प्रसिद्ध है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इसे ज्योतिष शास्त्रों में दुखों का नाश करने वाला माना गया है। इस पेड़ की खास बात यह है कि इसके पत्ते, जड़, छाल, फूल सब औषधि के रूप में काम आते हैं। इस पेड़ के भाग को महिलाओं की अनेक बीमारियों को दूर करने वाला माना जाता हैं। आयुर्वेद में इसे Women Friendly पेड़ भी कहा गया है।
जानते हैं इसके कुछ जादुई फायदों के बारे में, जो महिलाओं की कई समस्याओं में है रामबाण
1.एजिंग इफेक्ट कम करें: अशोक के छाल को पानी में उबाल कर काढ़ा जैसा बनाकर चेहरे या प्रभावित स्थान पर लगाना चाहिए। अशोक में कुछ एंटी एजिंग गुण होते है। जिससे ये त्वचा की रंगत निखारता है तथा बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करता है।
2. फोड़े-फुंसियों से राहत: कई बार देखा जाता है कि गर्मियों में फोड़े फुंसियों की शिकायत बढ़ जाती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए अशोक की छाल का पेस्ट बनाकर फोड़े फुंसियों पर लगाने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।
3.यह किडनी में होने वाले स्टोन के दर्द को भी कम करता है: अगर आपको या आपके परिवार में किसी को स्टोन यानी पथरी की समस्या है तो आपको दो ग्राम अशोक के बीज को पानी में पीस कर दिन में तीन बार दो दो चम्मच लेना चाहिए। इससे आपको बहुत अधिक आराम मिलेगा।
4. यूरिन से जुड़ी हुई समस्याओं का रामबाण समाधान: मूत्र विकार, या इससे संबंधित किसी भी तरह की समस्या के लिए अशोक के बीज का सेवन करना लाभकारी होता है। इसके लिए अशोक के बीज को पीस कर पानी के साथ सुबह शाम लेना शुरू करे। कुछ ही दिनों में बेहतर परिणाम सामने होंगे।
5. गर्भधान में सहायक: कई बार महिलाएं गर्भधारण के लिए प्रयास कर रहे होती हैं लेकिन उनको गर्भ नहीं ठहरता या फिर टिकता नहीं है, इसके लिए अशोक के फूल भी काफी सहायक साबित होते हैं अशोक के फूल को दही के साथ पेस्ट बनाकर लेना चाहिए जिससे गर्भ धारण आसानी से हो जाएगा और गर्भ टिकेगा भी।
6. श्वेत प्रदर व महावारी के दर्द से दिलाए छुटकारा: जी हां, अक्सर यह देखा जाता है की अधिकतर महिलाएं श्वेत प्रदर की समस्या से ग्रस्त होती है तथा महावारी के समय भी उन्हें ना सहन होने वाले दर्द से गुजरना होता है। तो इससे निजात पाने के लिए अशोक की छाल को पानी में उबाल लें। फिर इसको पीस कर पानी के साथ सेवन करे।