“अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का,
काल भी उसका क्या बिगड़े जो भक्त हो महाकाल का।”
“जिस समस्या का न कोई उपाय,
उसका हल सिर्फ ॐ नमः शिवाय!!
जी हां, दोस्तों ये जुमले आपने बहुत बार सुने होंगे लेकिन सावन के महीने में यह बच्चों से लेकर बड़ों तक सब की जुबान पर होते है।
दोस्तों, महादेव का प्रताप ही ऐसा है कोई भी उनकी स्तुति करने से खुद को रोक ही नहीं पाता। शिव की भक्ति और उनकी साधना से जो मन को शांति और सुकून मिलता है वो कहीं और है ही नहीं।
यूं तो हम साल के 365 दिन भगवान शिव की आराधना करते है, लेकिन सावन के महीने में शिव की पूजा अर्चना का ख़ास महत्व होता है। इस महीने भक्तजन भगवान शिव के सोमवार व्रत रखते है और कुछ लोग कावड़ भी लाते है। इस पूरे महीने भोले के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के अनेकों पर्यत्न करते है। धार्मिक दृष्टि से सावन का महीना बहुत शुभ माना जाता है।
इस महीने कुछ कार्यों को विशेष रूप से करने की सलाह दी जाती है तो कुछ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। इस महीने में लोग सावन के व्रत करने का संकल्प भी लेते है तो ऐसे में ये जानना और भी जरूरी हो जाता है कि हमें सावन के महीने में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
तो चलिए जानते है की भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए हमें क्या करना चाहिए:
- सावन के महीने में हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारी पूजा अर्चना भगवान शिव पर ही केंद्रित हो। क्योंकि सावन का महीना भगवान शिव को ही समर्पित है।
- सावन के महीने में हमें शिव को प्रसन्न करने के लिए हर दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए।
- अक्सर कहा जाता है कि सावन के महीने में हमारा पाचन तंत्र धीमी गति से कार्य करता है। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि हम हल्का और सुपाच्य भोजन करे जो जल्दी पच जाए।
- सावन के महीने में शिव की आराधना का विशेष महत्व है तो कोशिश करे कि दिन में एक बार ॐ नमः शिवाय का जाप ज़रूर करे।
- अगर किसी इंसान को किसी बीमारी ने घेरा है तो तो लंबी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए दिन में एक बार महामृत्युंजय का पाठ करे ।
- भोलेनाथ की आरती का विशेष ध्यान रखें और हर दिन आरती करे।
- बड़े बुजुर्गों को प्रसन्न रखे। जी हां ध्यान रखे कि घर में जो बुजुर्ग है उनका किसी भी वजह से दिल न दुखे जितना हो सके कोशिश करे कि वो खुश रहे।
तो चलिए दोस्तों अब हम उन कामों के बारे में जान ले जो हमें नहीं करने चाहिए:
- मांस मदिरा का सेवन करने से बचें: ध्यान रखें ये पूर्ण रूप से भक्ति को समर्पित महीना है इस महीने में हमें मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ये आपकी सेहत के लिहाज से भी ठीक नहीं है। इस महीने में इन सब चीज़ों को पचाने में दिक्कत होती है।
- झूठ न बोले : भोलेनाथ बहुत थोड़े में ही खुश हो जाते है और आपकी मनोकामना पूरी कर देते है, लेकिन वो कभी भी झूठ का साथ नहीं देते। तो इसलिए किसी भी बात के लिए झूठ मत बोलिए।
- बड़े बुजुर्गों के अपमान से बचे: बड़े बुजर्गों को कोशिश करे कि खुश रखें उनका कभी भी किसी भी बात के लिए अनादर न करे।
- व्रत को अधूरा ना छोड़ें: किसी भी स्थिति में व्रत को अधूरा ना छोड़े। कुछ लोग जोश जोश में व्रत शुरू कर देते है लेकिन फिर बीच में ही छोड़ देते है। अगर आप सक्षम नहीं है तो व्रत का संकल्प ना लें।
- अपना आचरण पवित्र रखे: जी हां, सावन के महीने में भगवान शिव की भक्ति में डूब जाए। तथा अपना आचरण भी पवित्र रखें।
आशा करती हूं दोस्तों, आप भगवान शिव को प्रसन्न करने में सफल होंगे, फिर मिलेंगे नए विषय के साथ।
तब तक ॐ नमः शिवाय जपते रहिए, अपनी हर बाधा से मुक्ति पाइए।