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Category Archives: Lifestyle

Bollywood's beautiful actress flaunts her boldness at the Cannes Film Festival

75वां Cannes Film Festiva 2020 का आयोजन इस वर्ष फ्रांस में किया गया है। यह फेस्टिवल 17 मई से शुरू होकर 28 मई तक चलेगा। इस फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस ने अपना जलवा बिखेरा है, जिनके बारे में यहां हम बताने जा रहे हैं। बता दें कि कान्स फेस्टिवल में ऐश्वर्या राय से लेकर हिना खान तक की सभी अभिनेत्रियों ने अपने हुस्न और शानदार ड्रेसेस से लोगों का दिल जीत लिया है। इनकी फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं।

सबसे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन के बारे में बात करते हैं। ऐश्वर्या राय ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत की शान बढ़ा दी। ऐश्वर्या राय ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर अपना जलवा बिखेरा है। रेड कॉरपेट पर आते ही ऐश्वर्या राय को लोगों ने बेहद पसंद किया। असल में ब्यूटी क्वीन ऐश्वर्या राय ने गौरव गुप्ता के स्कल्प्टेड गाउन को कैरी किया हुआ है। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

वहीं, बात करें बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की तो दीपिका ने भी कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपने जलवों से सभी को दीवाना बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा। दीपिका पादुकोण ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेट्रो शर्ट ट्राउजर, ब्लैक सूट और सीक्वेंस साड़ी में महफिल लूटने का काम किया है। उनका लुक सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है, क्योंकि दीपिका ने एक बार फिर अपने गॉर्जियस लुक से सभी फैंस का दिल जीत लिया है।

मालूम हो कि बॉलीवुड फिल्म राधेश्याम की एक्ट्रेस पूजा हेगड़े की तो पूजा हेगड़े ने भी कान्स फिल्म फेस्टिवल के तीसरे दिन अपना जलवा बिखेरा है। इन्होंने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। असल में कान्स फिल्म फेस्टिवल के तीसरे दिन यह स्टाइलिश लुक में नजर आई हैं। इन्होंने पीली कलर की ड्रेस के साथ जेबरा प्रिंट जैकेट को कैरी किया हुआ है। इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

टेलीविजन की लोकप्रिय अदाकारा हिना खान ने भी कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपने खूबसूरती का जलवा बिखेरा है। हिना खान ने भी अपने गॉर्जियस लुक से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब रहीं। सबकी निगाहें हिना खान से हट नहीं रही थी। यहां हिना खान ने डीप नेट गाउन कैरी किया हुआ था। इस ड्रैस में हिना खान किसी खूबसूरत हुस्नपरी से कम नहीं लग रही थीं। हिना का यह बिंदास लुक फैंस को बेहद पसंद आ रहा था।

फोटो सौजन्य- गूगल

Ranveer was stunned at Deepika's bedroom reply, revealed many secrets of Ranveer

हम सभी जानते हैं कि बॉलीवुड का सबसे प्यारा कपल रणवीर सिंह और Deepika Padukone शादी कर अपना घर बसा चुके हैं लेकिन क्या दीपिका और रणवीर एक खास सीक्रेट जानते हैं जिसे खुद दीपिका पादुकोण ने शेयर किया था।

मालूम हो दोनों की शादी इटली में हुई थी। शादी की चर्चाएं साल 2018 की सबसे बड़ी न्यूज में से एक था। शादी के बाद रणवीर की भी लाइफ सेट हो चुकी थी। क्योंकि वो अब एक पति जो बन गए हैं। दीपिका और रणवीर शादी के बाद एक दूसरे को लेकर खुलकर बातें करते दिखाई देते हैं। दीपिका ने वाइफ के तौर पर कैसी हैं ये सारी चीज शेयर की हैं। दीपिका ने इसके साथ वो बातें भी साझा की हैं जो अक्सर लोग साझा करने में हिचकिचाते हैं।

असल में यह बेहद लोकप्रिय कपल एक कार्यक्रम में पहुंचा था। अब ऐसा तो हो नहीं सकता कि जहां ये दोनों जाएं और इन पर सवालों की बौछार ना हो। क्योंकि हर कोई जानता है कि शादी के बाद दोनों की लाइफ कितनी बदली है। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने रणवीर सिंह के बेडरूम के कई ऐसे राज खोले हैं जिन्हें जानने के बाद आपकी रणवीर के प्रति राय बदल जाएगी।

इवेंट में एक सवाल का जवाब देते हुए दीपिका ने वो कह दिया जिसे सुन स्वयं रणवीर सिंह हैरान रह गए थे। दीपिका से जब रणवीर के स्टाइल और समार्टनेस के सीक्रेट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रणवीर काफी देर तक शॉवर लेते हैं और टॉयलेट में भी लंबा समय बिताते हैं। फिर दीपिका ने कहा कि वो बेड पर भी काफी समय देते हैं। अब जब लोगों ने दीपिका के मुंह से यह लाइन सुनी तो दंग रह गए। हर किसी को लग रहा था कि अरे दीपिका ने यह क्या कह दिया।

 

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ऐसे में खुद रणवीर दीपिका की ओर अचंभित होकर देखने लगे। फिर दीपिका ने अपनी बातों पर लगाम लगाते हुए कहा कि मेरा कहने का मतलब है कि रणवीर बिस्तर पर सोने के लिए जाने पर भी काफी समय लगाते हैं। अब जो भी हो लोगों को इनकी यह बात बाखूबी मालूम गई है। पिछले दिनों रणवीर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनके दिन की शुरुआत उनकी पहली चाय से होती है। वर्क फ्रंट की बात करें तो दीपिका पादुकोण फिल्म गहराइयां, फाइटर और पठान में नजर आएंगी। दूसरी तरफ रणवीर सिंह फिल्म जयेशभाई जोरदार और सर्कस में दिखाई देंगे।

Even today in this male dominated society woman is the only object of consumption..!

हाज़िर हूं जिंदगी से जुड़ी कुछ बेहतरीन बातों औ सच्चाई के साथ। जी हां, कुछ ऐसा जो कड़वा है लेकिन सच है। हो सकता है आप सभी मेरी बात से सहमत ना हो लेकिन आज जो मैं आपके लिए लाई हूं वो एक वर्ग की रोज़ की कहानी है जहां आज भी पुरुष प्रधान समाज का ही राज है। आज भी उस समाज में औरतों को सिर्फ घर संभालने वाली समझा जाता है। आज भी उस समाज में औरतें अपने अस्तित्व ढूंढते हुए अपनी उम्र गुजार देती है। आज भी उस समाज में औरतों को सिर्फ उपभोग की वस्तु समझा जाता है।

कड़वा है लेकिन सच है:

‘दम घुट रहा है, शायद औरत होने की सजा है’

आप लोगों ने तो सिर्फ सुना है एक औरत तो रोज इन परिस्थतियों से रोज़ दो चार होती है, कभी सोचा है उसे कैसा लगता होगा। बचपन से सिखाना शुरू कर दिया जाता है कि अच्छी लड़की वहीं होती है जो सब का अच्छा सोचकर चले। अपने से पहले अपनों का सोचे। लेकिन कभी किसी ने उसके बारे में सोचा? पहले मां-बाप के घर उनके अनुसार रहे, जैसा वो बोले वैसा किया, फिर शादी के बाद तो ये नौबत आ जाती है कि अगर अपने पैरेंट्स से मिलना है तो पहले घर में सबसे आज्ञा लो फिर जाओ।

आज लड़कियां किसी काम में पीछे नहीं है, वो घर और ऑफिस दोनों आराम से चला रही है लेकीन कोई इस पुरुष प्रधान समाज से पूछे कि क्या किसी पुरुष ने ऑफिस से आकर एक ग्लास पानी भी खुद से लिया है। तो जब आज भी लड़कियों के लिए ये समाज पहले जैसा ही है तो ये बराबर के हक़ देने का डोंग क्यों? इससे अच्छा ये है कि आप एक औरत की खूबियों में से उसकी कमियां निकालना बन्द करें और अपनी कमियों पर ध्यान दें।

वैसे, अपनी कमियां खुद निकालना बहुत मुश्किल काम है, इसलिए अगर आपसे ये ना हो तो फिर छोड़ दीजिए औरतों को उनके हाल पर, क्योंकि वो अपने लिए कल भी सक्षम थी, आज भी है, और कल भी होगी।

बस गलती उसकी ये है कि वो आप लोगो की तरह जता नहीं पाई, की आप उसके बिना अधूरे हो और आप लोग तो साहब है, खुद से कभी ये बात समझ नहीं पाओगे। औरतों के लिए कुछ बदल तो नहीं पाया अब तक लेकिन वो अपने आप को बदल सकती है, तो मेरी कोशिश है उन्हें थोड़ा समझाने की…ज़रा गौर फरमइएगा:-

हां, मान लिया अब तुम अपनी जगह बनाना जानती हो,
हां, मान लिया की कढ़ाई में कलछी चलाने के साथ अब तुम लैपटॉप चलना भी जानती हो,
लेकिन पगली तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।।
दो मीठे बोल बोले जाए तुम्हें, तो तुम फूल सी खिल उठती हो,
जो भी दिया जाए तुम्हें, तुम हमेशा उसका डबल ही देती हो,
सब कर लोगी तुम, बात फिर भले ही चार काम एक साथ करने की हो,
लेकिन पगली तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।।
बीमार हो जाए अगर घर में कोई अपना, तो तुम उसका पूरा ख्याल रखती हो,
फिर होती हो अगर कभी खुद बीमार, तो किसी के स्नेह भरे हाथ को अपने माथे पर ढूंढती हो,
एक जोड़ी पायल गिफ्ट में पा लेने पर, तुम दिन भर ठुमकती हो,
इस दिखावटी प्यार के जाल में, तुम हर बार फंसती हो,
लेकिन पगली तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।।
किसी का वंश आगे बढ़ाने की तुम सिर्फ एक कड़ी हो,
वारिस दोगी उन्हे तुम, इसलिए उस घर से जुड़ी हो,
इतने सारे काम के बदले सिर्फ दो रोटी ही तो खाती हो,
उसपर भी कोई कहे की ” सारा दिन क्या किया” तो तुम बिना कुछ कहे सब सुन लेती हो,
लेकिन पगली तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।।
सुबह उठ कर पांच बजे तुम रात ग्यारह बजे तक लगी रहती हो,
अपने परिवार के आस पास अपनी पूरी दुनिया बसा लेती हो,
तुम्हारी भी एक ज़िन्दगी है, हर बार ना जाने तुम ये कैसे भूल जाती हो,
सबकी खुशी की खातिर तुम अपना सर्वस्व दांव पर लगा देती हो
लेकिन पगली तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।
अपने अंदर भावनाओं को ज़िंदा रखने के लिए तुम रोज खुद को झूठी तसल्ली भी देती हो,
उन सड़े गले रिश्तों के बिना तुम्हारा कोई अस्तित्व नहीं तुम ये मान कर बैठी हो,
उड़ सकती हो खुले आसमान में, तो क्यों तुम खुली हवाओं से कतराती हो,
एक दिन वो दिया खुद के लिए भी रोशन करो, जो रोज तुम दूसरों के अंधेरे मिटाने के लिए जलाती हो।।
लेकिन पगली तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।
लगाकर मेंहदी हाथों में उसपर तुम लाल चूड़ा सजाती हो,
किसी की लंबी उम्र के लिए तुम करवाचौथ भी रखती हो,
बड़ी बिंदी पसंद ना हो उसे, तो उसके लिए तुम छोटी लगाती हो,
लेकिन मौका मिले तो उससे भी पूछ लो कभी कि उसकी ज़िन्दगी में तुम क्या अहमियत रखती हो।।
मानो मेरी बात कुछ अपने लिए भी करो खास,
क्योंकि तुम भूल गई हो शायद कि,
सब करने के बाद भी तुम, इस पुरुष प्रधान समाज में आज भी सिर्फ एक उपभोग की वस्तु हो।।

फोटो सौजन्य- गूगल

...but even after lakhs of efforts, we could not get anyone's 'Ji-huzoori'.

दोस्तों, आज मैं आपकी होस्ट और दोस्त आपके लिए लेकर आई हूं जिंदगी से जुड़ी अनछुए पहलू जो उन पलों से जुड़ा हुआ जब हम अचानक बड़े हो जाते है और महसूस करते है कि जो दिखता है अक्सर उसके उल्ट होता है। वो बचपन में परिवार, पड़ोसियों और रिश्तेदारों से सीखी हुई रिश्तों की A, B, C.. अचानक से हम भूलने लगते है। ऐसा लगता है मानो जो जिंदगी हमने पहले जी है वो अब वाली जिंदगी से तो मेल ही नहीं खाती। तो क्या जो पहले सीखा वो सब बेबुनियाद था? क्यों उस वक्त किसी ने ये नहीं सिखाया कि आगे की जिंदगी सिर्फ और सिर्फ समझौते से भरी होगी।

कभी-कभी हम ज़िन्दगी के उस मोड़ पर होते है, जहां ठहरना कुछ ज़रूरी सा हो जाता है और उस वक्त हमारे पास यह मौका होता है जब हम अपनी आंखों पर बंधी पट्टियां उतार सकते है, अपने आपको झूठी तसल्लीयों की जो घुट्टी पिलाई होती है, उनको बाहर निकाल कर सकते है, दूसरों की अच्छाइयों की जो परतें खुद पर चढ़ाई हैं उन्हें धो सकते है।

दरअसल, आजकल हर चीज़ में मिलावट हो गई है, यहां तक कि लोगो ने रिश्तों को भी नहीं छोड़ा। अब ये बात हम सब को पता है लेकिन हम इसे हज़म नहीं कर पाते, हां भई, करें भी तो कैसे? रिश्ते तो सबको चाहिए अब कोई अकेले कैसे जी सकता है। बस, यही से शुरू होता वो दौर खुद को झूठी तसल्ली देने का, अगर किसी ने दिल दुखाया तो हम सेकंड नहीं लगाते खुद को ये बात समझाने में कि…उसने जान बूझ कर नहीं किया।

कोई धोखा दे …तो उसकी कोई मजबूरी रही होगी।
कोई फायदा उठाए… तो कोई नहीं अगली बार नहीं करेगा।
कोई बर्बाद करने पर भी उतारू हो.. तो कोई नहीं, भगवान देख रहा है।
फिर जब कभी इन सब से थक कर, किसी अंधेरी रात में किसी कोने में खुद को अकेला पाते है तब समझ आता है इन गलतफहमियों के साथ से तो अकेला रहना ज्यादा अच्छा है। तब समझ आता है जब मन ऊपर तक भर जाए और बहुत अकेला महसूस हो, तो खुद को दी गई झुठी तसल्ली भी कोई राहत नहीं पहुंचा सकती…उस रात को जो समझ आता है, उस पर ज़रा ग़ौर फरमाए:-

ज़िन्दगी तेरे रंगों से रंगदारी ना हो पायी,
लम्हा-लम्हा कोशिश की हमने, मगर यारी ना हो पायी,
गुनाह तो किए बहुत दूसरों को आबाद करने के,
मगर अफसोस कि किसी भी गुनाह से गिरफ्तारी ना हो पायी,
खुशियां हमने भी बेशुमार लुटाई सब पर,
पर गलती से भी वो खुशियां हमारी ना हो पायी,
लम्हा लम्हा कोशिश की हमने, मगर यारी ना हो पायी।।

इम्तहान बहुत दिए हमने, मगर कभी वो कामयाबी हासिल ना हो पायी,
ज़िन्दगी के इन मुश्किल इम्तहानों की हमसे कभी तैयारी ना हो पायी,
मौके बहुत दिए कुछ शातिर दिमाग़ लोगों ने, हमें पास कराने के,
लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी हमसे किसी की ‘जी- हुजूरी’ ना हो पायी,
लम्हा लम्हा कोशिश की हमने, मगर यारी ना हो पायी।।
अपने उसूलों पर जिए हम, इसलिए किसी से गद्दारी ना हो पायी,
लोगों की तरह ‘बाहर से कुछ अंदर से कुछ’ जैसी अदाकारी ना हो पायी,
जानते हैं जनाब, बहुत मुफलिसी में गुजारे है दिन हमने,
मगर फिर भी गुलाबी नोटों के लिए हमसे, किसी की गुलामी ना हो पायी,
लम्हा लम्हा कोशिश की हमनें मगर यारी ना हो पायी।

एक बार टूट जाने के बाद वो सुनहरे सपनों की कड़ी हमसे ना जुड़ पायी,
ओस की तरह गिर तो गए किसी के लिए, मगर फिर भी ये ज़िन्दगी चमकता मोती ना हो पायी,
हां, कभी सूखे पत्तों की तरह ठंड मिटाने को किसी की, जला तो दिया खुद को,
लेकिन चाह कर भी किसी के दिए की बाती ना बन पायी,
लम्हा लम्हा कोशिश की हमने मगर यारी ना हो पायी।।
दूसरों को मुस्कुराने की वजह देते देते, ये ज़िन्दगी कभी अपनी गिरेबान में ना झांक पायी,
उस चांद को पाने की चाह में ये आंखें ठीक से कभी सो ना पायी,
सोचा था कभी कि एक दिन अपने लिए भी सब सहेज लूंगी,
लेकिन आज ज़रा ठहरी हूं कुछ पल के लिए तो समझ आया कि अपने लिए तो मैं कभी कुछ कर ही नहीं पायी,
लम्हा लम्हा कोशिश की हमने मगर यारी ना हो पायी।।

What is the opinion of people on sex before and after marriage in India, here came a shocking survey

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की नई रिपोर्ट आज कल बहुत सुर्खियों में है। इस सर्वे में भारतीयों से शादी, सेक्स और सेक्सुअल पार्टनर से जुड़े कई सवाल पूछे गए। रिपोर्ट में शादी की उम्र और पहली बार सेक्स करने की उम्र पूरी तरह अलग पाई गई। सर्वे में यह भी जानने का प्रयास किया गया कि क्या भारतीय लोग शादी से पहले सेक्स नहीं करते हैं? आंकड़ों से मालूम चलता है कि वो शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाते हैं लेकिन सभी समुदायों में इसका एक अलग पैटर्न है।

शादी से पहले कितने भारतीय करते हैं सेक्स- शादी से पहले सेक्स करने का पुरुषों का अनुपात महिलाओें के विपरीत है, जबकि वो किसी भी समुदाय के हों। सर्वे में औसतन 7.4 फीसदी पुरुषों ने और 1.5 फीसदी महिलाओं ने माना कि उन्होंने शादी से पहले शारीरिक संबंध कायम किए।

What is the opinion of people on sex before and after marriage in India, here came a shocking survey

सर्वे में लगभग 12 फीसदी सिख पुरुषों ने कहा कि उन्होंने शादी से पहले यौन संबंध बनाएं। सभी धार्मिक समुदायों में ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है। वहीं, सिख महिलाओं में ये आंकड़ा सिर्फ 0.5 फीसदी का था, जो सबसे कम था। हिंदू पुरुषों में यह आंकड़ा 7.9 फीसदी, मुस्लिम पुरुषों में 5.4 फीसदी, ईसाई पुरुषों में 5.9 फीसदी था। महिलाओं की बात करें तो हिंदुओं में 1.5, मुस्लिमों में 1.4 फीसदी और ईसाई महिलाओं में 1.5 फीसदी ने माना कि उन्होंने शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाएं।

आर्थिक हालात को भी इस चीज से जोड़ कर देखा गया जैसे कि अमीर पुरुषों और गरीब महीलाओं में शादी से पहले सेक्स करने की सबसे ज्यादा संभावना पाई गई। शादी के बाहर किसी दूसरे शख्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने के कारण महिला और पुरुष दोनों का एक ही व्यावहार देखने को मिला। हालांकि, महिलाएं इसे खुले तौर पर बहुत कम एक्सेप्ट करती हैं। अभी महिलाओं के औसतन सेक्सुअल पार्टनर 1.7 फीसदी हैं जबकि पुरुषों के 2.1 हैं। वर्ष 2006 में हुए NFHS के तीसरे सर्वे की बात करें तो महिलाओं में ये 1.02 और पुरुषों में 1.49 फीसदी था।

पत्नी को सेक्स से इनकार करने का राइट है क्या- शादीशुदा जीवन के अंदर सेक्स पूरी तरह पुरुष प्रधान समाज से जुड़ा हुआ है। सर्वे में 87 फीसदी महिलाओं और 83 फीसदी पुरुषों ने कहा कि पत्नियों का सेक्स से इनकार करना उचित है। हालांकि, सभी स्टेट के बीच यह प्रतिशत अलग अलग है। मेघालय अपने मातृसत्तात्मक समाज के लिए प्रसिद्ध है फिर भी यहां सिर्फ 50 फीसदी पुरुषों ने कहा कि पत्नियां सेक्स से इनकार कर सकती हैं। कई राज्यों में महिलाओं की राय भी यह है। मिसाल के तौर पर, अरुणाचल प्रदेश में लगभग 30 फीसदी महिलाओं ने कहा- जब पति सेक्स करना चाहे तो महिला का मना करना उचित नहीं है।

फोटो सौजन्य- गूगल

Remember, whatever person comes in your life, he leaves only after learning something.

आपने बहुत बार सुना होगा कि
Fate choose your relations,
You choose your friends..

ये लाइनें हम सब की ज़िन्दगी में बहुत सटीक बैठती है।। रोज रोज की इस भागमभाग में हम बहुत से लोगो से मिलते हैं और ये स्वभाविक है कि वो सब अलग अलग व्यक्तित्व के होते है। लेकिन उनमें से कई हमें इतना प्रभावित करते है जिसकी हमने पहले कभी कल्पना भी नहीं की होती।

शायद आपको इस टॉपिक में कोई खास इंटरेस्ट ना आए लेकिन फिर भी मैं बोलना चाहूंगी-

हाल ही में एक ऐसी शख्सियत से सामना हुआ, जिनका Helpful Nature मुझे ये सिखाने में कामयाब रहा कि हर इनसान एक जैसा नहीं होता। अगर आप किसी नए इनसान से मिलते हो तो किसी और के बर्ताव के कारण उसे कड़वा मत बोलो। क्योंकि ये बिल्कुल ज़रूरी नहीं कि किसी पुराने शख्स के बर्ताव से जो आपको परेशानी हुई है ,उसी तरह का बर्ताव आपको इस नए इनसान से भी मिले।

याद रखिए आपकी ज़िंदगी में जो भी इनसान आता है, आपको कुछ ना कुछ सीख देकर जाता है लेकिन वो आप पर निर्भर है कि आप उसे सकारात्मक लेते है या नकारात्मक। तो अगली बार आप किसी से मिले तो पहले उसको Observe करे, हो सकता है वो आपको जीवन जीने के तरीके और दूसरे के प्रति आपके नज़रिए को पूरी तरह बदल दे।

और हां, आप अपने आप को भी इन लोगो में शामिल कर सकते हैं, लेकिन उससे पहले कुछ बातों पर ग़ौर करना होगा:-

1. मुस्कुराए: हर इनसान की जिंदगी में परेशानियां आती ही है, और हम सब ये भी जानते है की हर टाइम एक सा नहीं रहेगा । बुरा वक्त भी बीत जाता है , इसलिए हमेशा किसी से भी मिले तो मुस्कुरा के मिले। इससे सामने वाला थोड़ा सहज महसूस करेगा।

2. अच्छा सोचें: अच्छा सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि सबके लिए। दरअसल, हमारी सोच पर निर्भर है कि हम अपनी जिंदगी में कितनी सफलता हासिल करेंगे और कितने अच्छे नागरिक बनेंगे। वो आपने सुना होगा ना, “मन के हारे हार है, मन के जीते जीत” जी हां, ठीक ऐसा ही है आप अच्छा सोचेंगे , सकारात्मक सोचेंगे तो आपके साथ भी सब अच्छा ही होगा।

3. प्रशंसा करना सीखे: अगर किसी ने आपके लिए कुछ किया या कुछ ऐसा किया जो आपको अच्छा लगा तो बेझिझक उसकी प्रशंसा कीजिए। इससे उसको भी आत्मबल मिलेगा।

4. विन्रम रहें: आज कल लोग बहुत जल्दी अपना धैर्य खो बैठते हैं। उन्हें किसी भी बात को लेकर बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है। लेकिन कई बार इसकी वजह से वो अपना ही नुकसान करवा बैठते है। इसलिए कोशिश करें कि विन्रम रहें।

5. अपना 100 प्रतिशत दें: हमेशा अपना 100 प्रतिशत देनी की कोशिश करें फिर चाहे वो रिश्ता हो, पढ़ाई हो, नौकरी हो या फिर जिंदगी। क्योंकि जब आप अपना 100 प्रतिशत देते है तो जो सुकून आपको हासिल होता है उससे बड़ा कुछ नहीं है दुनिया में।

If you mean the world then you are Hero, and if not then you are Zero for them.

कभी कभी ये देख कर बहुत अफसोस होता है कि दुनिया इतनी Double Standard हो गई है कि उसे अपने मतलब के आगे कुछ दिखाई नहीं देता। आप ने कुछ किया और वो दुनिया के मतलब का हैं तो आप उनके लिए Hero, और अगर वो उनके मतलब का नहीं है तो आप उनके लिए Zero।

कभी कभी ये भी होता है कि उन्हें आपका आगे बढ़ना हज़म नहीं होता फिर वो दूसरों के आगे आपकी बुराइयों की उल्टियां करने लगते है…।

अगर आप किसी से दो कदम आगे हो तो वो आपको नीचे गिरा कर आपके कंधे पर पैर रख कर आगे बढ़ना पसंद करते है बजाए इसके की वो फेयर तरीके से आगे बढ़े। और फिर वो दौर शुरू होता है कि इस गिरने गिराने की कश्मकश में इनसान इतना गिर जाता है कि अपनी छोटी सोच के कुएं से कभी बाहर नहीं आ पाता और उसकी सोच का दायरा कहां तक सिमट जाता है और उससे लोग किस तरह बचना चाहते है वो मैं आपको इस कविता के माध्यम से समझाना चाहूंगी।

लेकिन इससे पहले मैं आपको ये ज़रूर कहना चाहूंगी कि आगे बढ़ना अच्छा है, हर इनसान की चाहत होती है कि वो सफलता हासिल करे, उसकी मेहनत का उसे भरपूर फ़ल मिले, लेकिन दोस्तों हमें हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि हम उस सफलता को अपने दम पर हासिल करें ना कि किसी को नीचा दिखा कर।

दरअसल, किसी को धोखा देकर हम कुछ पल के लिए खुश हो सकते है लेकिन कही न कही के छोटा सा दिल जनता है कि हमने किसी के साथ गलत किया है और फिर ये छोटा सा दिल उस बोझ के तले दबता जाता है, हर पल, हर घड़ी। दिल तो आपका है न किसी और का थोड़े ही है तो फिर क्यों इसे खुद ही इतना परेशान करना।

हमेशा ध्यान रखें सफलता से बड़ी पूंजी सुकून है, जो किसी को खुश करके हासिल हो, किसी को दुखी या परेशान कर के कभी नहीं,
कोशिश कीजिएगा की कभी आपसे कोई ऐसी बात न कहे जो इन पंक्तियों में शामिल है:

जीने भी दे दुनिया हमें , अब यूं तो ना सता,
चंद सांसें ही तो ली है हमने रोज़, तू यूं हम पर ज़िन्दगी जीने का इल्ज़ाम ना लगा।।
चंद ख्वाहिशें मेरी पूरी हो जाए , तो तुझे ऐतराज़ क्यों है,
टूटे सपनों के टुकड़े ही तो जोड़ते है रोज़,
तू यूं हम पर सपने बुनने का इल्ज़ाम ना लगा।।
इस मायूस सी ज़िन्दगी में रंग भरना चाहे अगर,

तो कम से कम यूं मुंह तो ना फुला,
उन रंगों का कतरा कतरा सिर्फ मेरा है,
तू यूं हम पर रंग चुराने का इल्ज़ाम ना लगा।।
कुछ पल अगर खुद के लिए जी ले , तो ये गुनाह क्यों है,
ये मुस्कुराहटें मेरी, इनकी वजह भी मै हूं,
तू यूं किसी की वजह से मुस्कुराने का इल्ज़ाम ना लगा।।
कुछ कर दिखाने का जुनून है अगर , तो तुझे कोई मसला क्यों है,
कुछ बेचैनियां है जो रातों को सोने नहीं देती,
पर तू किसी की याद में जगने का इल्ज़ाम ना लगा।।
ज़िन्दगी मेरी है , मुझे अपने हिसाब से जीने दे,
राहों में मेरी यूं रोड़ा ना लगा,
जहां हूं मैं आज, सिर्फ अपनी मेहनत के दम पर हूं,
किसी के तलवे चाटने का तू मुझे पर इल्ज़ाम ना लगा।।

Life is not easy but becomes easy when the teacher teaches the lesson of good and bad

एक आर्टिकल पढ़ने के बाद एक बार फिर ये एहसास हुआ कि हमारी जिंदगी में बहुत सारी चीज़ें ऐसी होती है जो हमारे पापा मम्मी , हमारे पड़ोसी हमें चाह कर भी नहीं सीखा पाते…लेकिन उन्हीं चीज़ों को कोई अगर अप्रत्यक्ष रूप से सीखा सकता है वो होता है शिक्षक

जी हां, शिक्षक ही तो है जो हमारे बच्चों को 07 घंटे अपनी छत्र छाया में रखकर वो हर सबक सिखाता है, जिससे जिंदगी जीना आसान ही नहीं बल्कि सहज हो जाता है। पाठशाला में वो उन्हें उन सारे कर्तव्यों को बताते हैं जो उन्हें एक काबिल नागरिक बनाने में मदद करता है।

जी हां, एक बच्चे के जीवन में शिक्षक का क्या महत्व होता है ये आप और मैं भली भांति जानते हैं।
एक बच्चे के जीवन में शिक्षक की क्या भूमिका है….इसे मैं इस आर्टिकल के माध्यम से समझना चाहूंगी।

“अब्राहम लिंकन का पत्र अपने पुत्र के शिक्षक के नाम”

हे शिक्षक, मैं जानता हूं और मानता हूं..
कि ना तो हर व्यक्ति सही होता है और ना ही होता है सच्चा,

किन्तु तुम्हें उसे सिखाना होगा कि कौन बुरा है और कौन अच्छा।

समय भले ही लग जाए, लेकिन
अगर सीखा सको तो उसे सिखाना
कि पाये हुए पांच रुपये से अधिक मूल्यवान है
स्वयं एक रुपया कमाना।

पायी हुई हार को कैसे झेले, उसे यह भी सिखाना
और साथ ही सिखाना, जीत की खुशी को मनाना।
उसे सिखाना कि सबकी बातें सुनते हुए अपने मन की भी सुन सके,

यदि सिखा सकते हो तो सिखाना कि दुःख में भी मुस्कुरा सके,
घनी वेदना से आहत हो, पर खुशी के गीत गा सके ।।

उसे यह भी सिखाना आंसू बहते हो तो उन्हें बहने दे,
इसमें कोई शर्म नहीं…कोई कुछ भी कहता हो … कहने दें ।

उसे साहस देना ताकि वक़्त पड़ने पर अधीर बने,
सहनशील बनाना ताकि वह वीर बन सके।

उसे सिखाना की वह स्वयं पर असीम विश्वास करे,
ताकि समस्त मानव जाति पर भरोसा व आस धरे।
यह एक बड़ा लंबा सा अनुरोध है,

पर तुम कर सकते हो, क्या इसका तुम्हे बोध है?
मेरे और तुम्हारे…दोनों के साथ उसका रिश्ता है;
सच मानो मेरा बेटा एक प्यारा सा नन्हा फरिश्ता है।।

फोटो सौजन्य- गूगल

If you don't like something between two different minded people

“A silent boy and a talkative girl are the perfect match for life”.

हां जी, बहुत बार सुनी होंगी आपने ये खूबसूरत सी पंक्तियां… पर क्या लगता है आपको क्या ये पंक्तियां हमारी वास्तविक जीवन में सटीक बैठती होंगी..?
आज हम ऐसे ही खूबसूरत अहसास के बारे में बात करने वाले है…

हमारे आस पास ऐसे बहुत से कपल है जो हैबिट और नेचर में वो एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं लेकिन फिर भी बहुत ही डेडिकेशन के साथ खूबसूरत तरीके से अपने इस प्यारे से रिश्ते को निभाए जा रहे है।

दरअसल, बहुत बार देखने को मिलता है कि जब दो अलग सोच वाले लोग मिलते है तो उनके बीच की केमिस्ट्री बहुत ही बेहतरीन होती है बजाए दो एक जैसी सोच वाले लोगों के।
दो अलग सोच वाले लोगों में अगर किसी एक को कुछ पसंद नहीं होता तो दूसरे के साथ रहते रहते उसे भी वो चीजें पसंद आने लगती है , हां भले ही पूरी तरह से ऐसा ना हो लेकिन थोड़ा थोड़ा एडजस्ट करते करते वो एक ‘परफेक्ट पेयर’ बन जाते है।

If you don't like something between two different minded people

 

इसे समझने के लिए आपको मेरी आगे कि कुछ पंक्तियों पर गौर करना होगा…उम्मीद करती हूं कम शब्दों में आपको ज्यादा समझा सकूं…

हां, बहुत Simple हो तुम, और मैं अब भी High Heels की चाह रखती हूं,
Black Shirts से परहेज है तुम्हें, और मैं अलमारी में सिर्फ Black रखती हूं,
हां, बहुत खर्चीले हो तुम और मैं बचत में विश्वास रखती हूं,
कंजूस नहीं हूं मैं लेकिन आगे का सोच कर चलती हूं,
जानती हूं कि तुम बहुत कम में भी खुश हो लेकिन मुझे वो सब चाहिए जो मैं Deserve करती हूं ।

हां, बहुत Cute हो तुम, और मैं थोड़ा खडूस वाला Behave करती हूं,
बहुत Confident हो तुम, और मैं आज भी Nervous होने पर नाखुन चबाने लगती हूं,
हां, नहा कर तुम सरसों का तेल लगा लेते हो, और मैं अब भी Perfume की चाह रखती हूं,
तुम फेर लेते हो हाथ ऐसे ही बालों में, और मैं Straightner की चाह रखती हूं
जानती हूं कि तुम बहुत कम में भी खुश हो, लेकिन मुझे वो सब चाहिए जो मैं Deserve करती हूं ।

हां, तुम्हें चाय पसंद है जो कभी कभी तुम्हारे लिए मैं भी पी लेती हूं, पर फिर भी कोल्ड कॉफी की चाह रखती हूं,
कभी थकान होने पर तुम सोना पसंद करते हो, और मैं तुम्हारे कंधे पर सिर रखकर घंटों बैठे रहने की चाह रखती हूं,
जानती हूं कि तुम बहुत कम में भी खुश हो, लेकिन मुझे वो सब चाहिए जो मैं Deserve करती हूं ।

हां, तुम कुछ कहते नहीं हो कभी, और मैं बिन बोले ही तुम्हारे दिल का हाल जानती हूं,
इस प्यारे से रिश्ते को ऐसे ही निभाते रहे , बस यही दुआ मैं रोज मांगती हूं,
बहुत कुछ नहीं चाहिए तुम्हें, और मैं दुनिया कि हर खुशी तुम्हें देना चाहती हूं,
..अब तुम बहुत कम में खुश हो… तो रहो,
लेकिन मुझे वो सब चाहिए जो मैं Deserve करती हूं।।

The secret of Shahnaz Gill's glowing skin, how to keep her skin healthy

मेकअप लुक हो या नो मेकअप लुक ये पंजाबी कुड़ी सबकी नजरों में छाई रहती हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं पंजाब की “कैटरीना कैफ” यानी शहनाज गिल की। बिग बॉस- 13 से खास पहचान बनाने वाली शहनाज का स्टाइल स्टेटमेंट सबसे हटके है। हम सभी जानते हैं कि शहनाज़ अपने चुलबुले अंदाज की वजह से लाखों करोड़ों दिलों पर राज करती है। इस पंजाबी कुड़ी के स्टाइल स्टेटमेंट के अलावा लोग उनकी फ्लैलेस, निखरी, ग्लोइंग स्किन के भी कायल हैं। महिलाएं उनकी चमकती त्वचा का राज जानने के लिए बेकरार होती हैं। तो चलिए आज पंजाब की ‘कैटरीना कैफ’ के खास टिप्स जानते हैं जिससे वह रहती हैं हमेशा चमकती-दमकती-

शहनाज गिल का चमकती त्वचा का, उस को मेंटेन रखने का एक सबसे हटके फंडा है– वह हमेशा अपनी स्किन को हाइड्रेट करने के लिए खूब पानी पीती हैं , उनका कहना है कि त्वचा को हाइड्रेट और ग्लोइंग रखने के लिए दिन में कम से कम 08 से 10 गिलास पानी पीना बहुत जरूरी है। साथ ही आप जूस, नारियल पानी जैसे पेय पदार्थों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

अपनी त्वचा को ग्लोइंग रखने के लिए शहनाज गिल एक हेल्थी डाइट लेती हैं। जिसमें वह तैलीय खाने को बिल्कुल ही अवॉइड करती हैं । उनका मानना है और हम सब यह जानते हैं कि तैलीय खाना त्वचा पर पिंपल्स निकलने का एक बहुत प्रमुख कारण है। शहनाज गिल अपनी त्वचा को फ्लालेस ग्लो देने के लिए हमेशा वसायुक्त भोजन से दूरी बनाए रखती हैं, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वसा युक्त चीजें खाने से हमारी स्किन ऑयली हो जाती है जिसकी वजह से धूल ,मिट्टी, प्रदूषण को एब्जॉर्ब करती है। जिसकी वजह से स्किन पर रैशेज और पिंपल होने का खतरा बना रहता है। और इससे स्किन पोर्स भी बंद हो जाते हैं।

शहनाज गिल अपनी डाइट में हमेशा ही ग्रीन वेजिटेबल्स को प्रमुख रूप से शामिल करती हैं। ग्रीन वेजिटेबल से हमें आयरन और बहुत सारा फाइबर मिलता है । जिससे हमारी स्किन हाइड्रेट होती है और उन पर यूवी रेज का प्रभाव कम पड़ता है।

त्वचा को हमेशा मॉश्चराइज रखने तथा घर से बाहर निकलने से पहले अपनी स्क्रीन पर सनस्क्रीन का प्रयोग करना शहनाज गिल कभी नहीं भूलती। वह बताती हैं कि यह सब करना उनका बेसिक रूटीन है। शहनाज गिल के ग्लोइंग टिप्स हमने आपको दे दिए लेकिन साथ ही हम आपको यह भी बताना चाहेंगे कि उनके जैसी ग्लोइंग स्किन पाने के लिए आपको अपनी आदतों में भी कुछ बदलाव करना पड़ेगा :

जैसे कि रात को सोने से पहले हमेशा आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप अपना मेकअप रिमूव कर के ही सोएंगे।

हमेशा सुबह उठने के बाद भी अपनी स्किन केयर रूटीन को जरूर फॉलो करे।।