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Category Archives: Lifestyle

If your girlfriend is angry then never say these five things..

पिछले दिनों एक खबर काफी चर्चा में रही। वो थी महाराष्ट्र की एक महिला के विषय में जिसकी उसके लिए इन पार्टनर ने बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी और पुलिस द्वारा दावा किया जा रहा था कि हत्या के बाद उसने लाश के 35 टुकड़े किए। लेकिन इससे कहीं अधिक चर्चा हो रही है उनके रिश्ते को लेकर लोगों का कहना है कि जब श्रद्धा उस रिश्ते में खुश नहीं थी तो उसने उस रिश्ते से बाहर निकलने के बारे में क्यों नहीं सोचा? कुछ लोगों का कहना है कि श्रद्धा एक टॉक्सिक रिलेशनशिप (Toxic Relationship) में थी जिससे बाहर निकलना हर इनसान के बस में नहीं होता।।

सबसे पहले जानने वाली बात यह है कि यह टॉक्सिक रिलेशनशिप है क्या? अक्सर कहा जाता है, जब कोई भी इंसान किसी इंसान के प्रेम में पड़ा होता है, तो वह सब कुछ सहन करने के लिए तैयार होता है। आप लोगों ने अक्सर सुना होगा कि यह इश्क नहीं आसान एक आग का दरिया है और और डूब के जाना है। श्रद्धा का केस इसका ठोस सबूत हैं।

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अगर टॉक्सिक रिलेशनशिप की बात की जाए तो ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार यह एक दर्दनाक और हानिकारक रिश्ते के रूप में जाना जाता है। यह एक नकारात्मक रिश्ते के रूप में प्रचलित है। इसके तहत एक साथ दूसरे साथी पर नियंत्रण पाने के लिए अनैतिक और गलत बर्ताव भी करता है। टॉक्सिक रिलेशनशिप के बारे में जानने के बाद अब हम अब बात करते है कि इसे कैसे पहचाना जाए कि कोई इंसान टॉक्सिक रिलेशनशिप में है, या टॉक्सिक रिलेशनशिप के क्या लक्षण हो सकते हैं:
तो आइए जानते हैं इसके लक्षण के बारे में:

1 कभी-कभी बहुत अधिक प्यार की बौछार करना।
2. अपने साथी के साथ गलत व्यवहार करना।
3. हद से ज्यादा ईर्ष्या करना।
4. अपना गुस्सा सम्मान को तोड़फोड़ कर निकालना।
5. हर परिस्थिति के लिए पार्टनर को जिम्मेदार ठहराना ।
6. पार्टनर के कामयाब होने पर बुरा भला कहना।
7. अपने पार्टनर को मानसिक रूप से बीमार ठहराना।
8. रिश्ते को लेकर नकारात्मक विचार आना।

टॉक्सिक रिलेशनशिप से अक्सर बाहर निकलना बहुत मुश्किल होता है लेकिन ऐसा क्यों है चलिए जानते हैं कितना मुश्किल है ऐसे रिश्ते से बाहर निकलना पाना।

दरअसल, टॉक्सिक रिलेशनशिप में पूरे समय पार्टनर के बुरे बर्ताव का सामना नहीं करना होता, क्योंकि बीच-बीच में कुछ अच्छे पल भी होते हैं, कुछ रोमांटिक पलों के कारण, भावनात्मक पलों के कारण हमें और हमारे दिमाग को इस रिलेशनशिप की आदत लग जाती हैं।

टॉक्सिक रिलेशनशिप भी बिल्कुल जुआ खेलने जैसा होता है, कि भले ही 5 बार हार गए हो लेकिन एक बार जीत होने पर वहां बने रहने की उम्मीद पैदा हो जाती हैं। इसका एक कारण यह भी होता है कि लोगों में आत्म सम्मान की कमी का होना। इस वजह से वह यह नहीं समझ पाते कि इस तरह का बुरा बर्ताव उनके साथ नहीं होना चाहिए ।

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“अकेलेपन का डर” अकेलेपन का डर भी हमें इस तरह के रिलेशनशिप से बाहर निकलने नहीं देता। काफी लोग टूटने और अकेले रहने के बदले इस बुरे रिश्ते को अपनी जिंदगी मान लेते हैं ।

चलिए अब हम यह जानते हैं कि इस से बाहर कैसे निकला जाए:

1. इसके लिए आप को मजबूत बनना होगा।
2. धीरे-धीरे अपने आपको तैयार करना होगा।
3. सच को स्वीकार करना होगा क्योंकि यह सब कुछ रातो रात नहीं होगा।
4. अपने अपनों के साथ बातें साझा करें।
5. अपने दोस्तों के साथ वक्त बिताएं।
6.अगर फिर भी आप असहाय महसूस करते हैं तो कुछ संगठन आपकी इसमें मदद कर सकते हैं ।
7. अपने आत्मसम्मान को पहचाने ।
8.अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत करने की कोशिश करें ।
9.योग व ध्यान को अपने दैनिक रूटीन में शामिल करें ।
10.जिंदगी व इसकी खूबसूरती के प्रति सकारात्मक नजरिया रखें।

आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ बॉडी बिल्डिंग ब्लॉक्स माने जाते हैं। इन्हीं पर पूरा बॉडी निर्भर करता है। अगर ये तीनों ब्लॉक्स हमारी बॉडी में सही प्रोपोर्शन में रहते हैं तो इन्सान स्वस्थ्य रहता है। वहीं, दूसरी तरफ अगर ये तीनों दोष के तौर पर शरीर को परिवर्तित करने लगते हैं तो वे उम्र घटाने का भी काम करते हैं। अगर आप लंबी (long life) उम्र और हेल्दी लाइफ चाहते हैं तो अपने लाइफस्टाइल में ये प्रभावशाली बदलाव करने होंगे।

यहां हम जानने का प्रयास करेंगे कि वो कौन सी ऐसी चीजें हैं जिससे आप लंबी उम्र जी सकते हैं।

प्रकृति और बॉडी क्लॉक को समझना आवश्यक

स्वस्थ और हेल्दी रहने के लिए शरीर की क्लॉक को नेचर की क्लॉक से मैच करके चलें। इसका मतलब कि इस बात को समझें कि दिन है तो आप हेल्दी और हैवी मील लें। क्योंकि की इस दौरान पाचन शक्ति बढ़ जाती है। मगर शाम ढलते ही हल्का खाना खाएं। रात के वक्त पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। रात को जल्द सो जाएं। दरअसल, रात में मेलाटैनिन हार्मोन रिलीज होता है और आप स्लीपिंग डिसआर्डर से बच सकते हैं। इस बारे में हमारी एक्सपर्ट टोनऑप से डॉ रूचि सोनी बता रही है कि लंबी उम्र के लिए किस तरह करें आयुर्वेद का पालन।

जानें आयुर्वेद के वे सीक्रेट जो आपकी उम्र में कर सकते हैं इजाफा

आहार ही आधार है

डॉक्टर बताते हैं कि अक्सर फ्राइड और जंक फूड खाने से शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती है। इससे बचने के लिए मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन करनें। इनसे हमें उच्च मात्रा में फाइबर, जिंक, विटामिन्स और मिनरल्स की प्राप्ति होती है। इससे शरीर स्वस्थ रहता है और हम बीमारियों से भी दूर हो जाते हैं।

खाना खाने के दौरान कोल ड्रिंक्स पीने से परहेज करें। इससे मेटाबाल्ज्मि कमज़ोर होता है। डाइजेशन को सुधारने के लिए रूम टेम्परेचर में जूस और पानी पिएं। इससे शरीर को चमत्कारी लाभ मिलता है।

पौष्टिक आहार को डाइट का हिस्सा बनाएं। इससे शरीर में रस धातु का संचार हेता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने का काम करता है। इसके अलावा खाने का धीरे-धीरे पूरी तरह से चबाकर खाएं, ताकि वो आसानी से डाइजेस्ट हो पाए।

डॉक्टर्स के मुताबिक फास्टिंग हेल्दी रहने की एक सुप्रीम रेमेडी है, जो हमारी गट हेल्थ को मज़बूत करने में मदद करती है।

सोने और जागने का समय

Your sleeping position reveals your personality

ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि अच्छी आदतें ही किसी इंसान को स्वस्थ, अमीर और बुद्धिमान बना सकती है। देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना शरीर को कमज़ोर बनाता है। खुद को फिट रखने के लिए सुबह 4 बजे उठना और रात 10 बजे तक बिस्तर पर जाना बेहद ज़रूरी है। अगर आप दिनभर बंद कमरे या ऑफिस में अपना वक्त बिताते हैं, तो सुबह उठने के बाद मार्निंग वॉक या योग को अपने रूटीन में ज़रूर शामिल करें। इससे आपके शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ता है। साथ ही खुली हवा में सांस लेने में रेसपिरेटरी संबधी परेशानियां अपने आप दूर होने लगती हैं।

आयुर्वेद के हिसाब से हमें सुबह सुर्योदय से दो घंटे पहले यानी 04 बजे तक उठना अनिवार्य है। इस समय में शरीर के सभी हार्मोंस एक्टिव होने लगते हैं। इस समय में उठने से शरीर में भारीपन और सुस्ती का एहसास होता है। ऐसे में योग और मेडिटेशन के ज़रिए शरीर को एक्टिवेट किया जा सकता है।

ज्यादा खाना यानी उम्र कम

फास्टिंग हेल्दी रहने की एक सुप्रीम रेमेडी है, जो हमारी गट हेल्थ को मज़बूत करने में मदद करती है। इसके अलावा दैनिक आहार में अत्यधिक खाने से बचें। इससे आप स्वस्थ और लंबा जीवन व्यतीत कर सकते हैं। सेंट लुइस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की ओर से 2008 में एक रिसर्च किया गया था। इसके हिसाब से यदि आप अपनी भूख का 80 प्रतिशत खाना खा लेते है, तो इसका अर्थ है कि आपकी उम्र अब कम हो रही है।

अलाव इसके कैलोरी को घटाने से T3 नामक थायराइड हार्मोन के उत्पादन को कम करने में मदद मिलती है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और एजिंग प्रोसेस को कम करता है।

तेल मालिश है बहुत खास

डॉक्टर बताते हैं कि शरीर को संतुलित करने में मसाज एक अहम रोल अदा करती है। सुबह स्नान करने से पहले कुछ मिनटों की तेल मालिश से शरीर के सभी दोष शांत होने लगते है। इससे स्टेमिना बढ़ने लगता है, स्किन में निखार आता है और रातभर में शरीर के अंदर रिलीज़ होने वाले टॉक्सिंस बाहर आ जाते हैं। इतना ही नहीं, स्किन कई तरह के बैक्टिरियल इंफेक्शन से भी दूर रहती है। अगर आप नियमित मसाज करते हैं तो किसी तरह का इंफेक्शन आसानी से नहीं ह सकता।

जीभ का भी रखें ख्याल

आयुर्वेद के हिसाब से बहुत सी बीमारियों का अंदाजा आपकी जीभ को देखकर लगाया जा सकता है। आमतौर पर जीवा हल्की गुलाबी नज़र आती है। कई बार बिना पचा हुआ खाना और क्लाग्ड आर्गन्स आपकी जीभ पर सफेद परत बना लेते हैं। इससे शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं। ऐसे में रोज़ाना ब्रश करने के अलावा टंग क्लीनिंग का भी ख्याल रखें।

Foreplay

शादी दो आत्माओं का मिलन होता है। शादी में सिर्फ प्यार और लगाव ही नहीं होता बल्कि इसमें इंटिमेसी भी काफी जरूरी होती है। शादी में सब कुछ अच्छा चलने के लिए प्यार और लगाव के साथ Physical Relation का होना भी काफी अहम माना जाता है। एक हेल्दी रिलेशन के लिए यह काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में बहुत से कपल्स बीच शादी के इंटिमेसी या तो बेहद कम होती है या ना के बराबर होती है।

अगर आप भी ऐसे कपल हैं जिनकी फिजिकल लाइफ बिल्कुल ठीक नहीं है तो हम आपको इसके नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। आपको बता रहे हैं कि किस प्रकार इंटिमेट ना होना आपकी सेहत को भारी नुकसान का सबब बन सकता है।

आइये समझें-

कम होने लगती है रोग प्रतिरोधक क्षमता-

जिस कपल्स के बीच इंटीमेसी नहीं होती है उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण आपको छोटी-छोटी समस्याएं बीमार कर सकती है।

घबराहट की शिकायत-

लंबे वक्त फिजिकल रेलेशन ना बनाने से कपल्स को घबराहत का शिकार होना लाजमी है। वहीं, जो लोग नियमित रूप से फिजिकल रिलेशन बनाते हैं उन्हें इस समस्या का सामाना नहीं करना पड़ता।

लूब्रिकेशन में कमी-

लंबे समय तक कोई फिजिकल रिलेशन ना बनाने से महिलाओं को वजाइना में ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। वहीं, अधिक उम्र की महिलाएं अगर फिजिकल रिलेशन नहीं बनाती हैं तो लूब्रिकेशन की कमी की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

पीरियड्स में दिक्कत-

फिजिकल रिलेशन से महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में कमी आती है। वहीं, जो महिलाएं लंबे समय तक फिजिकल रिलेशन नहीं बनाती उन्हें पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द सहना पड़ता है।

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

हर इंसान किसी ना किसी के साथ क्लोज संबंध चाहता है। घनिष्टता (Closeness) या अंतरंगता (Sexual Intimacy) आम तौर पर लोगों के बीच निकटता को दिखाती है। यह संबंध व्यक्तिगत होते हैं। समय के साथ आप दूसरों से जब ज्यादा कनेक्ट होने लगती हैं तो एक दूसरे के प्रति अधिक गहरी भावना महसूस कर सकती हैं। एक-दूसरे के साथ अधिक सहज फील कर सकती हैं। यह अहम नहीं है कि यह लगाव महज भावनात्मक स्तर पर हो। यह फिजिकल स्तर पर भी हो सकता है। अंतरंगता या घनिष्टता आपके कम्पलीट हेल्थ पर पॉजिटिव रूप से असर डाल सकता है।

किसी के साथ इंटीमेट होने से पहले कुछ बातों को जानना है जरूरी

अपने विचारों और भावनाओं को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर करें जिनसे आप प्यार करती हैं। उनके प्रति आपके मन में सम्मान का भाव है। अगर आप सेक्स के स्तर पर किसी के साथ इंटिमेट होने जा रही हैं तो उनके बारे में हर तरह की जानकारी मालूम कर लें। उनकी आदतों, व्यवहार, सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिजीज के प्रति भी जागरूक रहें। ध्यान रहे कि जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। समय के साथ ही किसी व्यक्ति के साथ अंतरंगता निर्मित होती है। यदि अन्तरंग होने के बाद आपको उनके बारे में किसी तरह की बुरी जानकारी मिलती है। तो सिवा पछताने के आपके हाथ में कुछ नहीं रहेगा। अगर अन्तरंग होने वाले साथी से दुर्व्यवहार या हिंसा हो जाती है, तो इससे आपको संकेत मिल गया। आपका रिश्ता संकट में है।

यहां है अन्तरंग से मिलने वाले लाभ

मानसिक स्वास्थ्य को लाभ-

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

अन्तरंगता आपके मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है। हार्मोन लेवल पर इसका पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से ऑक्सीटोसिन पर। इससे आपका तनाव दूर होगा। इंटिमेसी के दौरान अगर कोई आपका स्पर्श करता है, तो खुशी के हार्मोन डोपामाइन का सीक्रेशन अधिक होता है।

शारीरिक स्तर पर भावनात्मक लगाव का प्रभाव

फिजिकल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख बताते हैं, अगर आपकी सर्जरी हुई है। सर्जरी के बाद आपके पास भावनात्मक लगाव रखने वाला व्यक्ति बैठता है, तो तनाव के स्तर में सुधार होता है। बेहतर उपचार और स्वस्थ व्यवहार से घाव जल्दी भरते हैं। इससे उम्र पर भी प्रभाव पड़ता है। अन्तरंगता से आपकी उम्र भी लंबी हो सकती है। भावनात्मक लगाव शारीरिक स्तर पर प्रभावित कर सकता है। ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन लेवल बढ़ता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। ब्लड प्रेशर घटता है। हार्ट हेल्थ सुदृढ़ होता है।

अकेलेपन उबर सकते हैं

जर्नल ऑफ़ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप में प्रकाशित शोध आलेख के मुताबिक अगर आप अकेली रह रही हैं, तो अन्तरंगता यहां आपका अकेलापन दूर कर सकता है। यह अकेलेपन का मुकाबला कर सकती है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि व्यक्ति समाज से कट कर अकेले जीने लगते हैं।

अकेलापन के कारण मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी हुई है। सामाजिक अलगाव के पीछे निश्चित रूप से अंतरंगता की कमी जिम्मेदार है। अकेलापन हमारी सोच, नींद नहीं आने का कारण बनता है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। वहीं यदि आप किसी व्यक्ति के साथ अन्तरंग हैं, तो यह सामाजिक अलगाव और अकेलेपन की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है।

सेक्सुअल इंटिमेसी घटाता है Depression

द इंटिमेट जर्नल के रिसर्च के मुताबिक अगर आप सेक्स लेवल पर किसी के साथ इंटिमेट हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन, सेरोटिनिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन सीक्रेट करता है। ये सभी न्यूरोट्रस्मीटर हैं, जो खुशी और रिलैक्स होने की भावनाओं को बढ़ावा देते हैं। दूसरी ओर स्ट्रेस हार्मोन के लेवल में भी कमी आती है। रसायनों का यह प्राकॉतिक प्रवाह अस्थायी रूप से अपसाद की भावनाओं में सुधार कर सकता है।

'Parents shouldn't have a problem if kids are having sex sensibly'

नई दिल्ली: कंगना रनौत का एक स्टेटमेंट फिर से सुर्खियों में है। साल 2019 में उन्होंने कहा था कि अगर बच्चे समझदारी से फिजिकल रिलेशन बनाएं तो दिक्कत नहीं होनी चाहिए। कंगना ने बताया कि जब उनके पेरेंट्स को मालूम हुआ कि वह सेक्सुअली एक्टिव हैं तो क्या रिएक्शन था। एक इवेंट के समय वह एक शादी के महत्व पर बात कर रही थीं। कंगना ने बहु विवाह पर भड़ास निकाली तो उनका यह बयान फिर से नजरों पर चढ़ गया।

‘बच्चे समझदारी से सेक्स करें तो हर्ज नहीं’

कंगना रनौत ने करीब 03 साल पहले दिल्ली में निजी चैनल के एक प्रोग्राम में सेक्स पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि जब उनके पेरेंट्स को पता चला कि कंगना सेक्शुअली एक्टिव हैं तो वे दंग रह गए थे। कंगना बोली थीं, मुझे लगता है कि बच्चों के सेक्शुअल पार्टनर्स हों और बच्चे समझदारी से सेक्स कर रहे हों तो पेरेंट्स को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्हें प्रोटेक्शन यूज करना चाहिए और मोनोगैमी (एक पार्टनर से संबंध) बहुत जरूरी है। बार-बार पार्टनर बदलना अच्छा नहीं है। इससे आपके सिस्टम पर असर पड़ सकता है।

कंगना के घर की कहानी, उनकी ही जुबानी

कंगना ने आगे कहा था मुझे लगता है जब बच्चा जवान में जाए तो उन्हें अपने आप ही पता होना चाहिए। जैसे मेरे पेरेंट्स को पता चला कि मैं सेक्शुअली ऐक्टिव हूं तो वे दंग रह गए। तो उन्हें क्या उम्मीद थी? मेरी मां जब 19 साल की थीं तब उनकी शादी हो गई, तब मेरे पापा की उम्र महज 21 की थी। तो मुझे नहीं पता कि उनको क्या उम्मीद थी पर पेरेंट्स को थोड़ा सब्र करना चाहिए और बच्चों को सुरक्षित सेक्स के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

जीवन का जरूरी हिस्सा है सेक्स

सेक्स और इसकी इम्पॉर्टेंस के बारे में कंगना ने कहा था कि सेक्स हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा है। जब आपको लगे सेक्स करना है तो जरूर करें। इसके लिए पागल मत हो जाइए। एक समय था जब बचपन में भी बताया जाता था कि ये आपका पति है और आपके इमोशंस उसी इंसान के लिए होते थे। लेकिन आज की जनरेशन में हम सबकी ज्यादातर 30 के बाद शादी होती है। तो जो असल उम्र होती है, आपको हॉर्मोन्स सिर चढ़कर बोलते हैं वो 20 के आसपास की होती है। वह समय बहुत मुश्किल होता है लेकिन उस वक्त लड़का-लड़की शादी नहीं करना चाहते।

There are some special New Year celebration destinations around Delhi

ये बात हम सब जानते हैं कि 31 दिसंबर की रात (New Year) हर किसी के लिए कितना खास होता है। रात 12 बजते ही लोग आने वाले साल का आगाज करते हैं। इस पल के लिए हर कोई अपने और अपनों के साथ खास प्लान बनाता है। जहां कुछ लोग घर में रह कर पार्टी करते हैं वहीं कुछ लोग इस दौरान बाहर जाने के बारे में सोचते हैं। अगर आप दिल्ली में हैं और नए साल का जश्न कुछ बेहतरीन तरीके से मनाना चाहते हैं तो आप दिल्ली के आसपास मौजूद जगहों पर जाने का प्लान कर सकते हैं। देखें उन स्पेशल जगहों के बारे में-

डलहौजी में एंजॉय

2023 का स्वागत करने के लिए एक शांत जगह की तलाश कर रहे हैं तो डलहौजी से बेहतर कोई जगह नहीं है। यह हिल स्टेशन जंगली जानवरों, पक्षियों और खूबसूरत वनस्पतियों के लिए स्वर्ग है। डलहौजी 5 अलग-अलग पहाड़ियों में फैला हुआ है और यात्रियों के लिए यहां बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं।

ऋषिकेश है लाजवाब

वीकेंड के लिए ऋषिकेश परफेक्ट डेस्टिनेशन है। परिवार के साथ न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए ये अच्छी जगह है, जहां पर आप क प्रीमियम होटल्स का लुत्फ उठा सकते हैं। इस जगह पर पहुंचने के लिए दिल्ली से पांच घंटे की छोटी ड्राइव है।

नीमराना है काफी लोकप्रिय

नीमराना राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक बेहतरीन प्लेस है। नीमराना फोर्ट पैलेस के आने के साथ लोकप्रियता हासिल की, जो कि नए साल के लिए दिल्लीवालों के लिए एक शानदार जगह है। फैमिली और फ्रेंड्स के साथ इस जगह पर आप अच्छा एंजॉय कर सकते हैं।

देहरादून की बात ही अलग है

देहरादून भी दिल्ली के काफी करीब है और इसलिए यह नए साल के दौरान दिल्ली के पास घूमने के लिए शानदार जगहों में शुमार है। यह लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है, जहां पार्टी करने के लिए आपको बहुत सारी जगह मिल जाएंगी। देहरादून में बहुत सारे शानदार पर्यटन स्थल हैं, जहां न्यू ईयर सेलिब्रेट कर सकते हैं।

Your sleeping position reveals your personality

मनोविज्ञान के आधार पर इंसान के सोने का स्टाइल (Sleeping Position) उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ कहता है। हर इंसान के सोने का स्टाइल अलग-अलग होता है। कोई सीधा सोता है तो कोई उल्टा या फिर कोई करवट लेकर सोता है पर यही तरीका इंसान के नेचर के बारे में भी बताता है।

आइये जानते हैं आपका Sleeping Position आपके बारे में क्या कहता है-

फेटल पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

इस पोजीशन में पैर छाती से चिपके होते हैं और मुंह भी झुकाव में होता है। ऐसे सोने वाले लोग बाहर से एक मजबूत व्यक्तित्व का प्रदर्शन करते हैं लेकिन भीतर से काफी कोमल और कमजोर होते हैं। वह कोमल हृदय के होते हैं। ये लोग दोस्त बनने में वक्त लेते हैं लेकिन एक बार जब वे घुल-मिल जाते हैं, तो वे सहज हो जाते हैं।

साइड पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

ये लोग दृढ़ और समझौता न करने वाले हो सकते हैं जो सच्चाई से बहुत दूर है। इसके उलट वे काफी सामाजिक और सहज होते हैं और अपने करीबियों के बीच एक गहरा अपनापन महसूस करते हैं। दूसरा पहलू यह है कि वे भोलेपन की हद तक भरोसा कर सकते हैं।

पेट के बल वाला पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

पेट के बल सोना वाली स्थिति बेहतर श्वास और पाचन को बढ़ावा देती है। ऐसे लोग काफी आउटगोइंग होते हैं। वे अहंकार और मुखरता भी प्रदर्शित करते हैं. हालांकि, ये किसी भी आलोचना से नाराज हो सकते हैं।

बैक पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

 

ऐसी पोजीशन में सीधे, पीठ के बल सोते हैं और उनके हाथ और पैर सीधे होते हैं। दिलचस्प बात ये है कि ये स्थिति उनके व्यक्तित्व से अच्छी तरह से संबंधित है क्योंकि वे आमतौर पर स्वभाव से संयमित होते हैं। वे छोटे मुद्दों पर उपद्रव करना पसंद नहीं करते हैं और उच्च नैतिक मानक रखते हैं।

स्टारफिश पोजीशन:

Your sleeping position reveals your personality

इस पोजीशन में अपनी पीठ के बल, हाथ और पैर फैलाकर सोने वाले व्यक्ति को फैल कर सोने की आदत होती है। हालांकि, वे बहुत अच्छे दोस्त बनाते हैं क्योंकि वे बहुत अच्छे श्रोता होते हैं। वे बहुत मददगार भी होते हैं और ध्यान आकर्षित किए बिना दूसरों के लाभ के लिए लगातार काम कर सकते हैं।

plant artificial

क्रिसमस (Christmas) आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और उसके साथ ही नया साल आने वाला है। ज्यादातर घरों में क्रिसमस की तैयारियां भी शुरू हो चुकी होंगी। दूसरे पर्वों की तरह अब क्रिसमस और नए साल पर भी गिफ्ट देने का ट्रेंड काफी बढ़ता जा रहा है। आपको भी शायद समझ में नहीं आ रहा होगा कि अपने खास दोस्तों या परिवार के सददस्यों को इस बार क्या गिफ्ट दिया जाए। हालांकि मेरा मानना है कि गिफ्ट कुछ ऐसा होना चाहिए, जो यूजफुल हो, मिसाल के तौर पर- बुक्स, ड्रेसेस, एक्सेसरीज या जरूरत की चीजें।

बीते कुछ सालों में प्लांट्स गिफ्ट करने का ट्रेंड भी खूब देखा गया है। अब लोग बर्थडे एनिवर्सरी या किसी खास मौके पर शानदार फूलों वाले या इनडोर प्लांट्स वाले तोहफे देने लगे हैं। वैसे यह ट्रेंड हमारे एन्वायरमेंट के लिए भी काफी अच्छा है और इससे हमारे घर की खूबसूरती और सेहत दोनों में बढ़ोतरी होता है क्यों बहुत से प्लांट ऐसे हैं, जो हवा को साफ करने के लिए बेहतरीन हैं।

जबकि प्लांट प्रेमी के लिए ये गिफ्ट कुछ हटके है, लेकिन यही एक चीज नहीं है जो आप गिफ्ट कर सकते हैं, प्लांट्स के अलावा गार्डनिंग की बहुत सी चीजें हैं, जिन्हें गिफ्ट किया जा सकता है और ये काफी यूजफूल भी हैं। आइये आज आपको दिखाते हैं कुछ ऐसे प्लांट्स जो इस क्रिसमस या नए साल पर आपके प्लांट लवर दोस्तों के लिए हो सकते हैं शानदार और जानदार गिफ्ट।

ये हैं कुछ खास प्लांट्स के नाम-

मनी प्लांट –   Money Plant
प्लांटर स्टैंड – Planter Stand
आर्टिफिशियल प्लांट्स – Artificial Plants
प्लांट कॉम्बो –  Plant Combo
हैंगिग प्लांटर्स – Hanging Planters
वॉल प्लांटर्स –    Wall Planters

मनी प्लांट (Money Plant)

Money Plant

तोहफे में देने के लिए सबसे अच्छा प्लांट है मनी प्लांट। कहते हैं कि इसे घर में लगाने से बरकत होती है। वैसे बरकत हो या न हो, ये प्लांट आपके घर के इंटीरियर्स को जरूर खूबसूरत बना सकता है। वैसे कहा तो ये भी जाता है कि खुद से खरीदा गया मनी प्लांट का पौधा सही नहीं होता, इसलिए इसे गिफ्ट में देना अच्छा होता है। इस खूबसूरत मनी प्लांट को आप लिविंग रूम, बेडरूम या घर के किसी भी कोने में सजा सकते हैं। अच्छी बात ये है कि अब आप इसे घर बैठे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं।

प्लांटर स्टैंड- (Planter Stand)

Planter Stand

बीते कुछ सालों में इनडोर प्लांट्स रखने का ट्रेंड काफी बढ़ चुका है। अब लोग बालकनी के साथ-साथ लिविंग रूम, बेडरूम, किचन और यहां तक कि बाथरूम में भी प्लांट्स रखने लगे हैं। इनडोर प्लांट्स को थोड़ा एस्थेटिक लुक देने के लिए अब प्लांटर स्टैंड्स की मांग भी खूब बढ़ने लगी है। ये आपके प्लांटर्स को न सिर्फ सपोर्ट करते हैं, बल्कि आपके घर के इंटीरियर्स को भी बेहतर बनाते हैं। तो हुआ न ये, दोस्तों के लिए या खुद के लिए एक बढ़िया गिफ्ट ऑप्शन।

आर्टिफिशियल प्लांट्स – (Artificial Plants)

plant artificial

क्रिसमस या न्यू ईयर गिफ्ट के लिए आप आर्टिफिशियल प्लांट के साथ भी जा सकते हैं। वैसे तो ये असली प्लांट नहीं होते, लेकिन इन्हें देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये आर्टिफिशिल हैं। एक खास बात ये भी है कि इन प्लांट्स को असली प्लांट्स की तरह देखभाल और रखरखाव की जरूरत नहीं होती। इन्हें घर में कहीं भी रखा जा सकता है, जैसे किचन में, डाइनिंग टेबल पर, स्टडी टेबल या टीवी कैबिनेट पर। इन्हें असली प्लांट्स की तरह पानी या धूप की भी जरूरत नहीं होती।

प्लांट कॉम्बो (Plant Combo)

Plant Combo

अगर आपका कोई दोस्त प्लांट्स से कुछ ज्यादा ही प्यार करता है, तो उसे एक के बजाय दो प्लांट्स गिफ्ट करना कैसा रहेगा। पीस लिली और स्नेक प्लांट का ये कॉम्बो गिफ्ट करने के लिए बेहतरीन है। ये हरे-हरे प्लांट्स न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाते हैं, बल्कि आंखों को सुकून भी देते हैं। वैसे अगर आप भी प्लांट लवर हैं, तो ये प्यारा सा गिफ्ट आप खुद को भी दे सकते हैं।

हैंगिग प्लांटर्स (Hanging Planters)

Hanging

आजकल परिवार छोटे होने की वजह से घर भी छोटे होने लगे हैं। तो अगर आप या आपके किसी दोस्त के घर पर प्लांट्स रखने की जगह नहीं है, तो उन्हें गिफ्ट करें ये हैंगिग प्लांटर्स। इन्हें आप किसी भी बालकनी, खिड़की या घर के किसी कोने में भी टांग सकते हैं और ये घर की जगह भी नहीं घेरेंगे। इन प्लांटर्स में आप कोई भी बेल वाले या फूल वाले पौधे लगा सकते हैं और ये देखने में भी काफी खूबसूरत लगते हैं।

वॉल प्लांटर्स (Wall Planters)

Wall Planters

घर की दीवारों को सजाने और उन्हें खूबसूरत बनाने के लिए वॉल प्लांटर्स भी एकदम बढ़िया गिफ्ट साबित हो सकते हैं। अलग-अलग साइज़ और डिज़ाइन में आने वाले ये वॉल प्लांटर्स घर की दीवारों को एक अलग और वाइब्रेंट लुक दे सकते हैं। इन्हें आप दोस्तों को गिफ्ट करने के साथ-साथ अपने घर को डेकोरेट करने के लिए खरीद सकते हैं।

If you want to make Christmas special then these 5 destinations can be best for you.

क्रिसमस (Christmas ) का इंतजार कौन नहीं करता। यह खास दिन हर साल 25 दिसंबर को दुनिया भर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चों को क्रिसमस का इंतजार सबसे ज्यादा होता है। इस दिन लोग सैंटा क्लॉज बनकर बच्चों को गिफ्ट देते हैं। ऐसे में अगर इस साल वीकेंड पर पड़ने वाले क्रिसमस के पर्व को स्पेशल बनाने के लिए आप बच्चों और परिवार के साथ क्रिसमस ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो यह ऑप्शन आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।

कोलकाता का क्रिसमस-

क्रिसमस के अवसर पर कोलकाता के सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च में लोगों की भीड़ देखते ही बनती है। यहां हर साल क्रिसमस फेस्ट का आयोजन किया जाता है।

जयपुर-

जो दिल्ली में रहते हैं वे ठंड में पिंक सिटी यानी जयपुर घूमना मिस नहीं करेंगे। यहां के शाही महल और किले लोगों के लिए मुख्य आकर्षण हो सकते हैं। क्रिसमस पर बच्चों को महल, किले दिखाने के साथ हाथी की सवारी कराना ना भूलें। हवा महल, आमेर का किला, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, नाहरगढ़ किला घूमने के साथ ही जयपुर की स्थानीय रंग बिरंगे बाजारों को भी घूमा जा सकता है।

गोवा का फेमस क्रिसमस-

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क्रिसमस और नए साल के सेलिब्रेशन के लिए गोवा फेमस जगह में से एक है। गोवा में क्रिसमस की पार्टी काफी धूमधाम से होती है। लोग क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर यहां बीच पर म्यूजिक, डांस, मस्ती और पार्टी करते नजर आते हैं। आप भी अपने दोस्तों या परिवार के साथ गोवा में क्रिसमस सेलिब्रेट कर सकते हैं।

सिक्किम-

साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में क्रिसमस का त्योहार सिक्किम में काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सर्दियों के मौसम में अगर आप कहीं घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इस क्रिसमस डे पर सिक्किम की सैर करना आपके लिए काफी यादगार साबित हो सकता है।

कोच्चि-

कोच्चि शहर में कई पुराने और मशहूर चर्च हैं। भारत का सबसे पुराना युरोपियन चर्च भी कोच्चि में ही है। यहां क्रिसमस के मौके पर कार्निवाल का आयोजन होता है। कोच्चि कार्निवाल में म्यूजिकल फायर वर्क, गेम्स, स्पोर्ट्स जैसे कई प्रोग्राम होते हैं।

Feeling guilty can be a good thing, provided..

कई बार जिंदगी में हमसे कुछ गलतियां हो जाती हैं। कुछ ऐसी गलतियां जिनके बाद हमें उसे करने का बहुत अधिक अफसोस और पछतावा होता है। यदि आप किसी को धोखा देते हैं और यह आपको महसूस हो जाए , तो यह अच्छी बात है लेकिन इस चीज के लिए अपराध बोध की भावना को अपने ऊपर हावी कर लेना, तो यह आपके लिए ठीक नहीं है ।

यह आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकता है, जो आपके लिए बिल्कुल उपयुक्त नहीं है। गिल्टी फील करना एक अच्छी बात हो सकती है क्योंकि यह आपको भविष्य में वही गलती दोबारा न करने के लिए प्रेरित करती हैं। लेकिन समस्या वहां आती है, जब आप छोटी-छोटी चीजों के लिए अपराधी महसूस करने लगते हैं । यह आपकी मेंटल हेल्थ के लिए घातक साबित हो सकता है।

तो चलिए जानते हैं कि इस स्थिति में कैसे बचा जाए-

1.अपनी भावनाओं को पहचाने: कई बार कुछ गलतियां हमसे अनजाने में से हो जाती है। जिसके लिए हम अपने आपको बहुत अधिक परेशान करने लगते है। लेकिन यह ठीक नहीं, आप खुद सोचे की क्या आप उस गलती को जान बूझ कर कर सकती है। और आपको आपका जवाब खुद ही मिल जायेगा। इसलिए अपने भावना को पहचानें।

2. खुद को माफ कर दें: अगर आपने किसी को धोखा दिया या किसी को नुकसान पहुंचाया है, और आपको उसका पछतावा है, तो यह इस बात की और संकेत करता है कि आप अगली बार कुछ भी ऐसा करते हुए सोचेंगी, और दुबारा ऐसा नहीं करेंगी। इसलिए खुद को परेशान करने की बजाए अपने आप को माफ कर दे।

3. अपने प्रति सोच को बदलें: गलती का पछतावा करना भूत अच्छी बात है लेकिन अपने आपको उसमे बांध के रखना बुरी बात है। किसी भी गलती की वजह से कुछ से नफरत न करे। अपने प्रति अपनी सोच को साकारात्मक रखे।

4. निष्पक्षता की तलाश करें : किसी भी गलती के लिए आप खुद को कोसना शुरू ना करे। अपने आप के लिए निष्पक्ष भाव से सोचें। गहनता से सोचने पर आपको अहसास होगा कि आप अपने लिए बहुत ज्यादा सख्त हो जाते है, जो आपके भविष्य के प्लान्स के लिए बिल्कुल सही नहीं है।

5. गलतियों से सीखे: आपसे गलती हुई, आपको इस बात का पछतावा भी है, तो फिर अपने आपको अपराधी घोषित करने से कुछ भी ठीक नहीं होगा । अपनी गलतियों से हमेशा सीखे। और भविष्य में ऐसा न करने का संकल्प लें और जीवन में आगे बढ़ जाए।