आपने बहुत बार सुना होगा कि
Fate choose your relations,
You choose your friends..
ये लाइनें हम सब की ज़िन्दगी में बहुत सटीक बैठती है।। रोज रोज की इस भागमभाग में हम बहुत से लोगो से मिलते हैं और ये स्वभाविक है कि वो सब अलग अलग व्यक्तित्व के होते है। लेकिन उनमें से कई हमें इतना प्रभावित करते है जिसकी हमने पहले कभी कल्पना भी नहीं की होती।
शायद आपको इस टॉपिक में कोई खास इंटरेस्ट ना आए लेकिन फिर भी मैं बोलना चाहूंगी-
हाल ही में एक ऐसी शख्सियत से सामना हुआ, जिनका Helpful Nature मुझे ये सिखाने में कामयाब रहा कि हर इनसान एक जैसा नहीं होता। अगर आप किसी नए इनसान से मिलते हो तो किसी और के बर्ताव के कारण उसे कड़वा मत बोलो। क्योंकि ये बिल्कुल ज़रूरी नहीं कि किसी पुराने शख्स के बर्ताव से जो आपको परेशानी हुई है ,उसी तरह का बर्ताव आपको इस नए इनसान से भी मिले।
याद रखिए आपकी ज़िंदगी में जो भी इनसान आता है, आपको कुछ ना कुछ सीख देकर जाता है लेकिन वो आप पर निर्भर है कि आप उसे सकारात्मक लेते है या नकारात्मक। तो अगली बार आप किसी से मिले तो पहले उसको Observe करे, हो सकता है वो आपको जीवन जीने के तरीके और दूसरे के प्रति आपके नज़रिए को पूरी तरह बदल दे।
और हां, आप अपने आप को भी इन लोगो में शामिल कर सकते हैं, लेकिन उससे पहले कुछ बातों पर ग़ौर करना होगा:-
1. मुस्कुराए: हर इनसान की जिंदगी में परेशानियां आती ही है, और हम सब ये भी जानते है की हर टाइम एक सा नहीं रहेगा । बुरा वक्त भी बीत जाता है , इसलिए हमेशा किसी से भी मिले तो मुस्कुरा के मिले। इससे सामने वाला थोड़ा सहज महसूस करेगा।
2. अच्छा सोचें: अच्छा सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि सबके लिए। दरअसल, हमारी सोच पर निर्भर है कि हम अपनी जिंदगी में कितनी सफलता हासिल करेंगे और कितने अच्छे नागरिक बनेंगे। वो आपने सुना होगा ना, “मन के हारे हार है, मन के जीते जीत” जी हां, ठीक ऐसा ही है आप अच्छा सोचेंगे , सकारात्मक सोचेंगे तो आपके साथ भी सब अच्छा ही होगा।
3. प्रशंसा करना सीखे: अगर किसी ने आपके लिए कुछ किया या कुछ ऐसा किया जो आपको अच्छा लगा तो बेझिझक उसकी प्रशंसा कीजिए। इससे उसको भी आत्मबल मिलेगा।
4. विन्रम रहें: आज कल लोग बहुत जल्दी अपना धैर्य खो बैठते हैं। उन्हें किसी भी बात को लेकर बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है। लेकिन कई बार इसकी वजह से वो अपना ही नुकसान करवा बैठते है। इसलिए कोशिश करें कि विन्रम रहें।
5. अपना 100 प्रतिशत दें: हमेशा अपना 100 प्रतिशत देनी की कोशिश करें फिर चाहे वो रिश्ता हो, पढ़ाई हो, नौकरी हो या फिर जिंदगी। क्योंकि जब आप अपना 100 प्रतिशत देते है तो जो सुकून आपको हासिल होता है उससे बड़ा कुछ नहीं है दुनिया में।