हर पति-पत्नी के बीच नोक-झोंक होना आम है। कभी बच्चे को लेकर तो कभी खाने को लेकर, शायद ही कोई कपल हो जिनके बीच रूठना-मनाना ना चलता हो। वैसे जब भी कपल के बीच बहस के हालात बने है तो सबसे ज्यादा डर घरवालों को लगने लगता है। कहीं बहस बढ़कर कोई और रूप ना ले ले, कहीं रिश्ता बिखर ना जाए। बहू- बेटे को बहस करते देख बडे़ बुजुर्गों के मन में या आपके मस्तिष्क में भी यह बात आ सकती है। पर शायद आपको यह जानकर हैरानी हो कि ऐसे कई कारण हैं जिनसे यह पता चलता है कि आर्ग्युमेंट करना आपके रिश्ते के लिए अच्छा हो सकता है।
‘एबल आर्गुअर्स’ के नाम से वर्ष 2012 में 976 व्यक्तियों के बीच एक ऑनलाइन स्टडी की गई जिसमें पाया कि जिन जोड़ों के बीच हेल्दी आर्ग्युमेंट होते हैं, उनके बीच एक खुशहाल संबंध होने की संभावना 10 गुना अधिक है बजाय उन कपल्स के जो कठिन चीजों पर बातचीत को अनदेखा करते हैं। जानते है कैसे ये हल्की नोक-झोंक आपके रिश्ते के लिए फायदेमंद है।
फीलिंग्स समझने का मिलता है मौका
आपका रिलेशन निश्चित रूप से तब मजबूत होता है जब आप अपने मन की बात अपने साथी के सामने खुलकर करते हैं। असहमत होने पर आप जो महसूस करते हैं और जो सोचते हैं उसे बयान करते हैं। कोई एक दूसरे के प्रति द्वेष नहीं रखता है इसलिए यह एक पारदर्शी रिश्ता बन जाता है। स्टडी में 05 में से 04 लोगों ने कहा कि एक दूसरे से बातचीत ना होने के वजह से उनका रिश्ता असफल रहा। तभी तो हम भी हर बार ‘कम्युनिकेशन इज़ द की’ वाली बात पर अक्सर ज़ोर देते हैं। जब हम वही बोलते हैं जो हमारे दिल और दिमाग में होता है, तो हम बेहतर महसूस करते हैं। भले ही आप दोनों में बहस हो गई हो पर आखिर में यह अच्छा और सुकून देने वाला लगता है। हेल्दी वाद-विवाद हमेशा अच्छा होता है और सुनिश्चित करें कि आप बिस्तर पर जाने से पहले अपने मुद्दों को हल कर लें। जब लोग अपनी चिंताओं को एक्सप्रेस नही करते, उनके बारे में बात नहीं करते तो वह गुस्सा अन्य तरीकों से निकलता है। इसलिए समाधान यह है कि इसे एक ईमानदार, स्पष्ट और सम्मानजनक तरीके से बात करें। जितना अपनी फीलींग्ज को छिपाएंगे उतनी ही समस्या को आप बढ़ाएंगे।
तनाव में आती है कमी
जब भी कपल के बीच बहस होती है तो एक दूसरे के मन की बात जानने को मिलती है जिससे रिश्ते में और मजबूती आती है। कई जानकारों का कहना है कि आपस में बहस करने से पार्टनर के साथ भी आपकी नजदीकियां बढ़ जाती हैं। वाद-विवाद के आखिर में आप एक-दूसरे से माफी मांगते हैं, अपनी गलतियों को सुधारते हैं और इससे आप दोनों के बीच नजदीकियां और ज्यादा बढ़ती हैं।
दिल की बात जानने का मिलता है अवसर
जब कपल्स के बीच में होने वाली बहस रिलेशन को बेहतर तो करती ही है साथ में एक इन्सान के तौर पर भी आपके लिए यह फायदेमंद है। बहस के दौरान आप कई बार पार्टनर की वो गलतियां पॉइंट आउट करते हैं जो शायद आप वैसे ना कह पाएं। अगर सही बात को पाज़िटीवली लिया जाए और स्वयं की गलती मान अपने व्यवहार, आदतों और एटीट्यूड में बदलाव लाया जाए तो पर्सनल फ्रंट के साथ प्रोफेशनल फ्रंट में भी यह आपको बेहतरी की तरफ अग्रसर करता है।
रिश्ते को मिलती है मजबूती
जब कोई पेयर किसी बात पर चर्चा करता हैं और बहस होती है तो बातें खुलकर सामने आती हैं। आपके मन में अपने पार्टनर को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं रहता और इसलिए विश्वास बना रहता है। हालांकि, किसी रिश्ते में कोई बहस नहीं होती है, तो दोनों साथी एक-दूसरे से कुछ ना कह कर भी मन ही मन में कई सवाल लिए होते है जिससे बस शक बढ़ता है। यह भी जरूरी है कि तर्क एकतरफा न हो। दोनों को एक दूसरे की राय सुननी चाहिए और अपने पार्टनर के नजरिए से भी बात को समझने का प्रयास करना चाहिए।
सुनने- समझने की आदत होती है प्रबल
अपनी ही कहना और दूसरे की फिलिंग्स-इमोशन की परवाह ना करना किसी भी रिलेशन के लिए हेल्दी नहीं है। कपल्स के झगड़ों का एक बड़ा कारण एक-दूसरे की बात नहीं सुनना है। हम सभी सुनना और समझना चाहते हैं, खासकर उस व्यक्ति द्वारा जिसे हम प्यार करते हैं और भरोसा करते हैं। जब कपल्स के बीच हेल्दी बहस होती है, तो आप अपने साथी की बातों को सुनने की प्रवृत्ति रखते हैं। आपका फोकस यह नहीं होता कि आपको यह आर्ग्युमेंट जीत लेना है, बल्कि आप अपने साथी को समझने की कोशिश भी करते हैं।
रिलेशन को मिलती है नई ताकत
पार्टनर्स के बीच कई बार सब ठीक होकर भी कुछ ठीक नहीं होता। अब जब दो लोग खुलकर एक दूसरे को एक्सप्रेस करेंगे ही नहीं तो कैसे पता चलेगा कि कहां क्या दिक्कत है। जब आप लड़ते हैं, खुलकर अपनी बात रखते हैं तो दूसरे की चाहत का तो आपको पता चलता है ही साथ में आप रिश्ते की बेहतरी के लिए क्या कर सकते हैं वह भी समझ में आता है। एक बार जब सामने वाले की परेशानी का पता चल जाता है तो मिल कर हल निकालना भी आसान हो जाता है। अलावा इसके, चूंकि आप उन चीजों से अवगत हैं जो झगड़े को ट्रिगर कर सकती हैं, आप उसी से बचते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हां यह बात भी अहम है कि बहस के दौरान आप दोनों को मर्यादित भाषा और हिंसा से बचना चाहिए तभी आप इससे होने वाले फायदे महसूस करते हुए अपने रिश्ते को मजबूत बना पाएंगे।
फाइल फोटो- गूगल