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Tag Archives: Fitness

4 fitness exercises in your routine to burn armpit fat

Armpit Fat: गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोग स्लीवलेस लिबास पहनना पसंद करते हैं लेकिन आर्मपिट पर नजर आने वाला फैट उनकी समस्या की वजह बनने लगता है। शरीर में जमा होने वाले कैलोरीज बाहों और आर्मपिट पर जमा फैट्स का कारण होते हैं। इससे राहत पाने के लिए लोग कई तरह की हाई इंटैंसिटी एक्सरसाइज करने लगते हैं। जानिए आर्मपिट फैट से जुड़ी समस्या के निदान के लिए कुछ जरूरी 4 एक्सरसाइज के बारे में-

इस बारे में जिम सर्टिफाइड फिटनेस ट्रेनर बताते हैं कि आर्मपिट में उम्र के साथ बढ़ने वाले फैटस और स्टिफनेस को दूर करने के लिए एक्सरसाइज़ बहुत ज़रूरी है। उम्र के साथ आर्मपिट के नज़दीक की स्किन लटकने लगती है। इस समस्या को दूर करने के लिए दिनभर में जब भी समय मिले तो आर्म सर्कल और बाहों की स्ट्रेचिंग समेत कुछ आसान एक्सरसाइज़ से बाजूओं और बगल में बढ़ने वाले फैट्स को बर्न करने में काफी मदद मिलती है। साथ ही चेस्ट और कंधों के मसल्स को भी मज़बूती मिलती है।

जानें आर्मपिट फैट बर्न करने के लिए एक्सरसाइज़

आर्म सर्कल एक्सरसाइज

4 fitness exercises in your routine to burn armpit fat

बाहों पर जमी चर्बी को दूर करने के लिए एक्सरसाइज़ बेहद फायदेमंद है। इससे बाहों की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है और बाहों में बढ़ने वाला दर्द भी कम होने लगता है।

जानें कैसे करें-

इसके लिए बैड पर बैठ जाएं और दोनों टांगों को जमीन पर टिका लें। अब अपनी दोनों बाजूओं को कोहनी से मोड़ लें और बाजूओं को आगे से पीछे की ओर लेकर जाएं और राउंड शेप में घुमाएं। आर्म सर्कल को तीन सेट में 15 से 20 बार करें।

माउनटेन क्लाइंबर्स एक्सरसाइज

4 fitness exercises in your routine to burn armpit fat

बदन की मांसपेशियों को मज़बूती प्रदान करने के लिए एक्सरसाइज़ बेहद आवश्यक है। इससे पेट की चर्बी के अलावा बाजूओं पर जमा फैट्स से भी मुक्ति मिल जाती है। नियमित तौर पर माउनटेन क्लाइंबर्स का एक्सरसाइज बाजूओं को मज़बूत बनाता है।

जानें कैसे करें-

इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं और दोनों बाजूओं को जमीन पर टिका लें। अब शरीर को ऊपर की ओर उठाएं और पैरों को सीधा कर लें। पैरों और बाजूओं के मध्य शोल्डर्स से अधिक दूरी बनाकर रखें। अब दाईं टांग को आगे करें और बाएं घुटने को मोड़ते हुए चेस्ट के पास लेकर आएं। फिर बाई टांग से भी आसन दोहराएं।

ऐसे करें पुश अप्स

कंधों और बाहों में बढ़ने वाली स्टिफनेस को दूर करने के लिए पुश अप्स बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। इससे बाजूओं के दर्द से राहत मिलती है और अतिरिक्त चर्बी की समस्या भी दूर होने लगती है। इसके अनियमित अभ्यास से शरीर के पोश्चर में सुधार आने लगता है। रोज़ाना पुश अप्स एक्सरसाइज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित बना रहता है।

जानें कैसे करें-

पेट के बल मैट पर लेट जाएं। अब दोनों हाथों को मज़बूती से जमीन पर टिका लें। इसके बाद पैरों को सीधा कर लें और दोनों बाजूओं को कंधे की चौड़ाई से ज्यादा फैलाएं। इससे पुश अप्स करने में आसानी होती है। पुश अप्स को दो सेट में 15 से 20 बार दिन में तीन बार दोहराएं। इससे बाजूओं और गर्दन पर बढ़ने वाली हंप की समस्या से राहत मिल जाती है।

जंपिग जैक्स एक्सरसाइज

शरीर की मांसपेशियों में बढ़ने वाली ऐंठन को दूर करने के लिए जंपिग जैक्स बेहद कारगर एक्सरसाइज़ है। इसे करने से कंधों, बाहों और टांगों में बढ़ने वाले फैट्स को बर्न करने में मदद मिलती है। शरीर स्वस्थ रहता है और स्टेमिना बूस्ट होने लगता है।

जानें कैसे करें-

जंपिग जैक्स के लिए दोनों पैरों के मध्य गैप मेंटेप कर लें और एकदम सीधे खड़े हो जाएं। अब टांगों और बाजूओं को खोलें और फिर एक साथ ले आएं। इस दौरान सांस पर ध्यान अवश्य केंद्रित करें। 02 से 03 सेट्स में 15 बार जंपिग जैक्स को दोहराने से वेटलॉस में मदद मिलती है।

फोटो सौजन्य- गूगल

7 common life mistakes that can ruin your sex life

हर रिश्ते में सुनहरा टाइम हमेशा नहीं रहता लेकिन समय के साथ यह तनाव और कुछ समस्याओं को जन्म देता है, लाइफ के परिणामस्वरूप होने वाली शारीरिक और इमोशनल अंतरंगता को नकारा नहीं जा सकता है। कपल्स के लिए स्वास्थ्य यौन जीवन (Sex Life) को बनाए रखना और भी अहम हो जाता है। अगर आपको लगता है कि आप अपने रिलेशन में समस्याओं से गुजर रहे हैं तो यह जानने के लिए नीचे पढ़ें कि क्या सही नहीं हो रहा है।

खुशहाल रिश्ते क्यों नहीं बना पा रहे हैं आप

आपस में बात कम होना

बात करना आपको पार्टनर के साथ खुलने का एक माध्यम होता है। यह आपको एक ही वक्त असुरक्षित और सुरक्षित महसूस कराएगा। अगर आपको पता नहीं है कि आपके साथी के साथ क्या हो रहा है तो संभावना है कि आप बेडरूम के भीतर और बाहर उनसे डिस्कनेक्ट हो जाएंगे। आप सिर्फ शारीरिक सुख की तलाश में ऑटोमेटन नहीं हैं, व्यक्तिगत स्तर पर अपने साथी से जुड़ें।

टेक्नोलॉजी

हम आपके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में बात कर रहे हैं। हमारा दिमाग किसी भी तकनीकी संकेत पर प्रतिक्रिया करने का आदी हो गया है, चाहे वह कोई नया नोटिफिकेशन हो या कोई अहम कॉल। अपने प्यार के ऊंचाइयों पर उपकरणों को लाने से आपकी एकाग्रता चंचल हो जाएगी और आप केंद्रित नहीं रह पाएंगे।

तनाव को ना बढ़ने दें

हम सभी को मालूम हैं कि सेक्स एक अद्भुत स्ट्रेस बस्टर है पर अगर दूसरे तरीके से लिया जाए, तो तनाव आपके यौन जीवन को नुकसान पहुंचा सकता है और आपकी सेक्स करने की इच्छा को खत्म कर सकता है। लाखों पुरुषों के लिए स्तंभन दोष एक तनाव प्रतिक्रिया से ज्यादा कुछ नहीं है जो एक क्लासिक मन-शरीर की घटना को ट्रिगर करता है। यहां तक कि महिलाओं के लिए भी तनाव एक नकारात्मक संकेतक बन जाता है और उन्हें यौन सुख प्राप्त करने से रोकता है।

विश्वास की कमी

हफ्तों पहले हुई अनसुलझी लड़ाई आपके यौन संबंधों के लिए हानिकारक हो सकती है। यौन एक अंतरंग कार्य है जो आपके साथी में आपके विश्वास की मांग करता है. अगर आप स्वयं समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं तो आपको किसी तीसरे व्यक्ति से सहायता की जरूरत हो सकती है, लेकिन अनसुलझे मुद्दों को अपने भीतर न जाने दें, वे आपके यौन जीवन का दम घोंट देंगे.

फिटनेस है जरूरी

नियमित एरोबिक व्यायाम ब्लड फ्लो को बनाए रखते हैं और धमनियों को नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन करते हैं, जो यौन उत्तेजना की कुंजी है। जो पुरुष और महिलाएं व्यायाम नहीं करते हैं, उनमें उत्तेजना संबंधी समस्याओं का अनुभव होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही, फिट रहने से सकारात्मक आत्म-सम्मान पैदा होता है, जो आपकी सेक्स ड्राइव को भी बढ़ा सकता है।

विश्वास की कमी

7 common life mistakes that can ruin your sex life

हफ्तों पहले हुई अनसुलझी लड़ाई आपके यौन संबंधों के लिए घातक हो सकती है। यौन एक अंतरंग कार्य है जो आपके साथी में आपके विश्वास की मांग करता है. अगर आप स्वयं समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं तो आपको किसी तीसरे व्यक्ति से सहायता की जरूरत हो सकती है पर अनसुलझे मुद्दों को अपने भीतर न जाने दें, वे आपके यौन जीवन का दम घोंट देंगे।

ज्यादा सामान्य होना बंद करना होगा

हर किसी का एक अलग पक्ष होता है। आपको बस इतना धैर्य रखना होगा कि आपका साथी इसे प्रकट कर सके. अगर आप हमेशा बेसिक रूटीन से चिपके रहते हैं तो यह उबाऊ हो जाएगा. कभी-कभी आपको अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना पड़ता है. कुछ नए विकल्पों को आजमाने में संकोच न करें. एडवेंचर फैक्टर को चालू रखें और यौन जीवन को और दिलचस्प बनाने के नए तरीके खोजें.

अत्यधिक मेडिसीन ना लें

कई दवाएं आपकी सेक्स ड्राइव पर सीधा हानिकारक प्रभाव डालती हैं। नए शोध से पता चला है कि जो पुरुष ड्रग्स लेते हैं, उनका यौन जीवन अच्छा नहीं रहता है, भले ही उन्होंने उन्हें लेना बंद कर दिया हो।

Do you know what is most important in life to keep yourself fit?

जिंदगी आपकी है आप इसे जैसे चाहे व्यतीत करें लेकिन हर किसी का जवाब यह होगा कि हम हेल्दी लाइफ जीना ज्यादा पसंद करेंगे क्योंकि एक कहावत है ‘हेल्थ इज वेल्थ’ यानी आप स्वस्थ्य है तो लाइफ सही ट्रैक पर है। लाइफ को सही ट्रैक पर रखने के लिए हम लाएं है आपके लिए कुछ खास टिप्स-

1.सुबह जल्दी उठना- अगर हमें हेल्दी रहना है तो हमें सुबह जल्दी उठना चाहिए क्योंकि सुरज को सुबह-सुबह देखने से हमारे शरीर में ऊर्जा और पोजीटिविटी का संचार होता है। साथ में हमारे मूड को को अच्छा बनाने में मदद करता है। सूर्य की पहली किरण से हमें विटामिन- डी मिलता है और सूर्य की पहली किरण हमारे हड्डियों को मजबूत बनाता है और साथ ही हमारे स्कीन को हेल्दी रखती है।

2. रोजाना व्यायाम पर दें ध्यान-

Do you know what is most important in life to keep yourself fit?

नियमित रूप से हल्के व्यायाम रोजाना करें इससे हमारा मेटाबोलिज्म बेहतर रहता है। व्यायाम करने से हम चुस्त-दुरुस्त रहते है। तनाव जैसी समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है। नियमित एक्सरसाइज से वजन नियंत्रण में रहता है। ब्लड प्रेसर को नियंत्रित करने में मदद करता है। व्यायाम स्कीन को सुंदर और जवान बनाए रखने में मदद करता है।

3. ऐसे खाएं खाना- लोग खाना खाने में हमेशा जल्दबाजी करते हैं जबकि खाना हमेशा आराम से चबा-चबाकर खाना चाहिए। ये आपके स्वस्थ्य और पाचन शक्ति के लिए लाभदायक होता है।

4.भरपूर नींद है जरूरी- अगर सेहत से समझौता नहीं करना चाहते तो नींद पूरी लें। शोध से बात पता चली है कि बहुत सारी बीमारियां हो सकती है, जैसे- तनाव, गुस्सा आना, डिप्रेशन, ह्रदय रोग, वीक इम्यून सिस्टम, हार्मोनल समस्याएं आदि। जैसे अच्छा खानपान हमारे शरीर के लिए आवश्यक है उसी तरह भरपूर नींद हमारे दिमाग को फ्रेश करने के लिए जरूरी होता है।

5.जल ही जीवन है- हमारे शरीर में 70 फीसदी पानी होता है। व्यक्ति को खुद को सेहतमंद और फीट रखने के लिए एक दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। पानी हमारे शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालता है। पानी आपको एक नेचुरल ब्राइट और साफ त्वाचा प्रदान करता है। बता दें कि अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो पानी पीना आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। अच्छे ब्लड सर्कुलेशन के लिए अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। सही मात्रा में पानी पीने से कीडनी स्टोन जैसे समस्या से बचा जा सकता है। इसलिए हेल्दी लाइफ के लिए पानी हमारे लिए बेहद जरूरी है।

खाना में हरी सब्जियां और मौसमी फलों को करें शामिल-

हमारे अच्छी सेहत में हरी सब्जियां फायदेमंद होती हैं। इसमें बहुत से पोषक तत्व व मिनरल्स पाए जाते हैं। यह हमें ह्रदय रोग, कैंसर, कॉलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार साबित होता है। हमारे खाने में हरी सब्जी को रोजाना शामिल करना चाहिए क्योंकि शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन, फाइबर, मिनरल्स, कम मात्रा में कैलोरी होती है। यह इम्यूनिटि को मजबूत बनाने में मदद करता है।

शरीर को रोग या इनफेक्शन से बचाना है तो हमें मौसम के फल का भरपूर सेवन करना चाहिए, क्योंकि कुदरत ने हर मौसम के लिए अलग-अलग फल दिए हैं, खासतौर पर सर्दी तो फलों के लिहाज से ऐसा मौसम है कि बाजार में फल और सब्जियां दोनों भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। मौसमी फल सेहत के मामले में बहुत ही फायदेमंद होते हैं। मौसमी फल खाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के साथ ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है और स्कीन हर समय तरोताजा व जवान सी दिखती है।

फोटो सौजन्य- गूगल

If bones want strong and heart fit then eat makhana daily

मखाना एक तरह का ड्राई फ्रूट है जो खाने में काफी स्वादिष्ट होटा है। पोषक तत्वों से भरपूर मखाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, Calcium, Magnesium और प्रोटीन के गुण पाए जाते हैं। साथ ही इनमें Sodium, Fats की मात्रा भी काफी कम होती। मखाने का इस्तेमाल करने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं दूर होती हैं। जो लोग ब्लड की कमी से जूझ रहे हैं, हेल्थ एक्सपर्ट उन्हें दूध में मखाना उबालकर खाने की सलाह देते हैं। यह ना सिर्फ पाचन तंत्र को दुरुस्त करते हैं बल्कि शरीर में ऊर्जा का भी संचलन करते हैं।

हड्डियां बनती हैं स्ट्रोंग

मखाने में कैल्शियम की काफी मात्रा में पाया जाता है। नियमित तौर पर मखाने का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। आप अगर चाहें तो मखाने को घी में फ्राई कर भी सेवन कर सकते हैं।

दिल को रखे फिट

मखाना खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही इनमें पोषक तत्व मौजूद होते हैं। मखाने में एक्केलाइड नामक तत्व पाया जाता है जो दिल को दुरुस्त रखने में सहायक होता है। मखाने को डेली सेवन करने से दिल का दौरा का खतरा भी कम होता है।

नींद की समस्या

जो लोग नींद ना आने की समस्या का सामना कर रहे हैं उनके लिए भी मखाना जरूरी हो सकता है। रात में सोने से पहले मखाने वाले दूध के सेवन से अच्छी नींद आती है और अनिंद्रा की समस्या दूर हो जाती है।

एनर्जी का संचयन

मखाना का रोजाना इस्तेमाल से शरीर मजबूत बनता है, क्योंकि यह शरीर में एनर्जी को संचयित करता है। दूध में मौजूद प्रोटीन प्रोटीन बॉडी में ऊर्जा को संचयन करता है।

झुर्रियों से दिलाए छुटकारा

मखाने में मौजूद तत्व एजिंग के निशान यानी झुर्रियों से भी छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। रोजाना मखाने का सेवन करने से त्वचा में इलास्टिसिटी बढ़ जाती है।

डाइजेस्टिव सिस्टम दुरुस्त रखने में असरदार

जो लोग पेट की समस्या यानी कब्ज से परेशान रहते हैं, उनके लिए मखाना किसी रामबाण से कम नहीं है। मखाने में मौजूद फाइबर और आयरन तत्व गैस और अपच की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। आप दूध में उबालकर मखाने का सेवन कर सकते हैं।

Motherhood

मां बनना हर महिला के जिंदगी में एक खास मुकाम रखता है। लेकिन कई बार नई माताएं खुद को खो भी देती हैं। हालांकि ये वक्त भी काफी कठिनाइयों भरा होता है पर उससे भी ज्यादा यह एक खूबसूरत अहसास होता है।

अक्सर नई माताएं खुद के लिए वक्त नहीं निकाल पाती हैं जिसकी वजह से वह परेशान हो जाती है। आइये जानते हैं कुछ खास तरीकों के बारे में जिनकी सहायता से आप खुद को खोए बिना इन आसान तरीकों की मदद से मां बनने के अहसास को एंजॉय कर सकती हैं।

बच्चों के साथ बिताए समय

आप बच्चों के साथ कुछ फन एक्टिविटी कर सकती हैं। अपने रोजाना के कामों से समय निकाल कर अपने बच्चे के साथ वक्त बिताएं। ऐसा करने से ना सिर्फ आपको आराम मिलेगा बल्कि आपको अपने बच्चे के साथ स्ट्रॉन्ग बॉन्ड बनाने में भी मदद करेगा।

परफेक्ट बनने की दौड़ में ना रहें

सभी नई मम्मियां हर चीज को पूरी तरह से परफेक्ट करने की खूब कोशिश करती हैं। हालांकि यह कई बार ये संभव नहीं होता है। हम अक्सर गलतियां करते हैं तथा उन्हीं से सीखते हैं, ऐसे में हमें परफेक्ट बनने की दौड़ में नहीं पड़ना चाहिए।

घूमना भी जरूरी है

जरूरी नहीं है कि आप हफ्ते भर घूमने का प्लान बनाएं लेकिन आप एक या दो दिन घूमने-फिरने की योजना बना सकती हैं। आप आस पास किसी मनचाहे जगह पर घूमने जा सकती हैं। यह आपके लिए काफी रिलेक्सिंग की लिहाज से अच्छा हो सकता है।

अपने बॉडी को समझें

ये बात आम है कि नई माताएं पूरी परिवार की फिक्र करती हैं, जिसमें आपके लिए जरूरी है कि आप अपने शरीर की भी थोड़ा सुनें। एक्सरसाइज या योगा रूटीन को पूरी तरह से अपनाएं। अपने परिवार को समझाती रहे कि आपको खुद के लिए एक या दो घंटे की आवश्यकता है। आप अपने बच्चे के सोने के समय को फिक्स जरूर करें और उस बीच खुद को समय दे सकती हैं।

फोटो सौजन्य- गूगल

योग भगाए रोग, यह कहावत सदियों पुरानी है। हमारे ऋषि-मुनि नियमित योग करते थे और स्वस्थ रहते हुए लंबा जीवन जीते थे। योग हमारे मन-मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर को भी फिट रखता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए योग अत्यंत आवश्यक है। योग के महत्व को देश ने ही नहीं बल्कि सारी दुनिया ने भी माना है। इसलिए सारी दुनिया 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाती है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष प्रयास से हुई। इस बार हम 7वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे। कोरोना महामारी के की वजह से पिछले साल की तरह इस बार भी देश में योग दिवस का आयोजन वर्चुअल माध्यम के जरिये करने की तैयारी है।

International Yoga Day

योग से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क एवं आत्मा में भी संतुलन बनाया जा सकता है। यही कारण है कि योग से शारीरिक समस्याओं के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाया जा सकता है। योग की इसी खूबी को जानते हुए दुनिया ने इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लिया है। कोरोना संकट से जूझ रही इस दुनिया ने रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने की दिशा में योग के महत्व को भी भली-भांति समझ लिया है।

कैसे हुई शुरुआत

पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में की थी। पीएम मोदी के इस प्रस्ताव को 11 दिसम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पूर्ण बहुमत से पारित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 सदस्यों में से 177 ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजूरी दी।

पीएम मोदी ने 27 सितम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में कहा था, “योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है। यह मनुष्य और प्रकृति के बीच एक सामंजस्य है। योग हमें विचार, संयम, पूर्णता के साथ ही स्वास्थ्य को लेकर एक समग्र दृष्टिकोण भी प्रदान करता है। योग केवल एक शारीरिक व्यायाम ही नहीं है बल्कि यह अपने भीतर छिपी एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। हमारी बदलती जीवन-शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है, तो आएं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को अपनाने की दिशा में काम करते हैं।”

21 जून का ही दिन क्यों

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को 21 जून के दिन मनाने के पीछे बहुत बड़ा कारण है। भारतीय संस्कृति के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है। 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य जल्दी उदय होता है और देर से ढलता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। कहा जाता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता है। इसी वजह से 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाते हैं।

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया गया। इस दिन करोड़ों लोगों ने योग किया, जो कि एक रिकॉर्ड था। पीएम मोदी के नेतृत्व में करीब 35 हजार से अधिक लोगों और 84 देशों के प्रतिनिधियों ने दिल्ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे। न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वॉयर पर करीब 30 हजार लोगों ने एक साथ योग किया था। इस खास आयोजन ने दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए थे। पहला रिकॉर्ड 35,985 लोगों के साथ योग करना और दूसरा रिकॉर्ड 84 देशों के लोगों द्वारा इस समारोह में हिस्सा लेना। पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी- सद्भाव और शांति के लिए योग।

दूसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

भारत में दूसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2016 का मुख्य आयोजन चंडीगढ़ में हुआ, जिसमें करीब 35 हजार लोग शामिल हुए। इस आयोजन का नेतृत्व भी प्रधानमंत्री मोदी ने ही किया था। इस योग दिवस में 170 देशों ने हिस्सा लिया। दूसरे योग दिवस की थीम थी- युवाओं को जोड़ें।

तीसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

तीसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2017 का मुख्य आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में किया गया, जहां प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 55 हजार लोगों ने हिस्सा लिया, वहीं न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क में भी हजारों लोगों ने एक साथ योग किया। तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी- स्वास्थ्य के लिए योग।

चौथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

International Yoga Day

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2018 का मुख्य कार्यक्रम उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के वन अनुसंधान संस्थान में आयोजित किया गया। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ करीब 50 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन की खास बात यह थी कि इसमें सऊदी अरब भी शामिल हुआ। चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम शांति के लिए योग थी।

5वा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

देश में पांचवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 का मुख्य कार्यक्रम झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए थे। इस वर्ष की थीम थी- योगा फॉर क्लाइमेट एक्शन।

छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

कोरोना वैश्विक महामारी के मद्देनजर 21 जून, 2020 को छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअल माध्यम से मनाया गया। इसकी थीम थी- योगा फॉर हेल्थ – योगा एट होम।

7वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2021 की केंद्रीय थीम ‘योग के साथ रहें, घर पर रहें’ है। इस बार भी इसे आभासी मंच पर ही मनाने की तैयारी है।

फोटो सौजन्य गूगल

परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अभी फिलहाल जो एक तरीका है वो यही है कि लॉकडाउन हो जाओ यानी अपने घर में बंद रहें, सुरक्षित रहें लेकिन जो लोग पूरे दिन बाहर काम करते हैं