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Tag Archives: Love

Relationship

ऑफिस (Office) में सहकर्मियों के साथ आपका रिश्ता सहज और दोस्तों जैसा बन जाता है। भले ही पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ को अलग रखा जाए, लेकिन दफ्तर के कुछ सहकर्मी निजी जीवन का भी हिस्सा बनने लगते हैं। ऑफिस में सहकर्मियों के साथ अधिक समय व्यय करने के कारण उनके बीच कुछ लगाव या आकर्षण होना संभव है। हालांकि, दफ्तर की कुछ मर्यादाएं होती हैं, ऐसे में अपनी पसंद को जाहिर करना थोड़ा कठिन हो जाता है। सहकर्मी इशारों में अपने दिल की बात आपको बताने की कोशिश कर सकता है, हालांकि साथी उनके इशारों को समझ नहीं पाते। ऐसे में सहकर्मी के दिल में छुपी भावनाओं को बेहतर तरीके से समझने के लिए कुछ संकेतों पर ध्यान दें। इन इशारों से जानें कि सहकर्मी आपको पसंद करता है।

हर छोटी डिटेल्स को रखे याद

दफ्तर में साथ काम करने वाला साथी अगर आपकी छोटी-छोटी डिटेल्स या कही गई बातों को याद रखता है तो समझना चाहिए कि उनके जीवन में वह आपको बहुत अहमियत देते हैं। बातों ही बातों में आपने अपनी किसी पसंद या नापसंद का जिक्र किया हो और उन्हें ये बात याद रहे तो समझ जाएं कि वह आपके लिए खास महसूस करते हैं।

आपके जीवन में Interest

सहकर्मी अगर आपको पसंद करता है, तो वह आपके जीवन और परिवार के बारे में दिलचस्पी लेने लगते हैं। खासकर सहकर्मी को आपकी लव लाइफ के बारे में जानना चाहते हैं। उन्हें ये जानने की उत्सुकता रहती है कि आप अकेले हैं या रिलेशनशिप में।

चाहते हैं कि आप उन्हें नोटिस करें

Study on Relationship

अगर सहकर्मी आपके लिए कुछ खास महसूस करता है तो वह आपके साथ वक्त बिताने का मौका तलाशता है। ग्रुप में लंच पर या कहीं बाहर जाने पर ही साथी सहकर्मी आपके आसपास ही रहना चाहते हैं। वह आपके साथ अकेले समय बिताना पसंद करते हैं और चाहते हैं कि आप उन्हें नोटिस करें।

हेल्प के लिए हमेशा रहें तैयार रहना

किसी परेशानी के वक्त दोस्त हमेशा मदद के लिए आगे आ जाते हैं लेकिन जब दफ्तर में कोई सहकर्मी हमेशा ही आपकी मदद के लिए तैयार रहे और साथ ही अपने कार्य क्षेत्र से बाहर आकर वह आपका फेवर करे तो समझ जाएं कि उनके दिल में आपके लिए खास जगह है। वह अन्य साथियों से पहले आपकी मदद करना चाहते हैं। वह आपके काम, या अन्य बातों की तारीफ करने से भी नहीं चूकते हैं।

mother

मां, वह घर छूटे अरसा हो गया है और वैसे ही वह बेफ़िक्री से सोए हुए अरसा हो गया। तुम्हें याद है, मैं हमेशा तुम्हें कह कर सोती थी कि मां मुझे जल्दी उठा देना लेकिन तुमने कभी मुझे सोते हुए नहीं उठाया।

पर सच कहूं तो वो वाली नींद भी वही छूट गई, अब ऐसी नींद आती नहीं। आंखे ना जाने क्यों अलार्म बजने से पहले खुल जाती है।ना जाने किस बात की बेचैनी है। जब से वह घर छूटा है ना, खाना भी अच्छा नहीं लगता। पता नहीं तुम आटे में क्या मिलाया करती थी, वैसी रोटी कहीं खाने को ही नहीं मिलती। कई बार कोशिश की तुम्हारे जैसा स्वाद खाने में लाने की, लेकिन ना जाने क्यों अपने हाथ से बनाया हुआ पनीर भी लौकी जैसा लगता है। और हां, लौक़ी से याद आया तुम्हें याद है, जब जब घर पर लौकी बनती थी तो तुम मेरे लिए कोई और दूसरी सब्जी बना देती थी। मां, तुम कितने अच्छे से जानती थी कि मैं नहीं खाऊंगी, मुझे पसंद नहीं है। तुम्हें पता है मैं अब बड़ी हो गई हूं, अब लौकी बनती है, तो मैं आचार से रोटी खा लेते हूं और जब सवाल करती हूं खुद से की दूसरी सब्जी? तो इस दिले नादान को समझाती हूं कि यह पापा का घर नहीं है।

सब से लेट सो कर, सब से लेट उठती थी मैं। वैसे, सब से लेट तो यहां पर भी सोती हूं, लेकिन सुबह सबसे पहले उठने के लिए। अलार्म कई बार बजती है, कई बार मुझसे यह कहते हुए रूठ जाती है, कि तुम्हें मेरी क्या जरूरत है? मैं उसे कैसे समझाऊं कि मुझे उसकी जरूरत जागने के लिए नहीं, बल्कि कभी गलती से मीठे सपनों में खो कर आंख ना खुलने पर देर ना हो जाए इसलिए हैं।

mother

पतंग को देखकर आसमान में दूर तक उड़ जाने के ख्वाब देखने वाली मैं , ये फिजूल के मतलबी रिश्ते निभाते निभाते मशीन हो गई हूं। तुम्हें पता है मां, अब दिल दुखना ही भूल गया है। पहले कोई दिल दुखाता था, तो उसकी शक्ल ना देखने की कसम खाने वाली मैं, अब झूठा मुस्कुराना सीख गई हूं। दिल अंदर चीख रहा होता है और बाहर कोई सुन नहीं सकता, मेरी हंसी के पीछे इस मासूम की चीख कुछ भी नहीं है। जब तुम पास थी तो एक छोटी सी खरोच भी बहुत बड़ी चोट होती थी, लेकिन अब अक्सर खाना बनाते हुए हाथ जल जाते हैं मेरे, और कमाल देखो मां, तुम्हारी ये बेहतरीन अदाकारा, मुंह से उफ्फ भी नहीं करती।

आज बाजार में एक मां अपनी बच्ची को खिलौना दिला रही थी। बहुत खुश थी वह बच्ची खिलौने लेकर। लेकिन तभी एक ख्याल मन में आया कि आज जब मां पास है तो बाजार के सारे खिलौने अपने लगते हैं,लेकिन जब वही मां पास नहीं होती लोग उसी को खिलौना बना कर खेलते रहते हैं। कभी उसके दिल से और कभी उसके जज्बात से।
तुम बहुत याद आती हो, मां जब कभी सड़क पार करनी होती थी तो तुम और ज्यादा कसकर मेरा हाथ पकड़ लेती थी। आज जब कभी अकेले सड़क पार करती हूं , तो लगता है तुम यहीं हो मेरे साथ।

अब बड़ी हो गई हूं, मां अकेले सड़क पार करने के अलावा जिंदगी की मुश्किलों से लड़ना सीख गई हूं ,समझौते करना सीख गई हूं ,दिल में बहुत सारा दर्द लेकर हंसना सीख गई हूं और इनमें कोई बुराई भी नहीं है। जिंदगी का दूसरा नाम आजमाइश ही तो है। तुमने हर मोड़ पर मेरा साथ दिया है और आगे भी देती रहोगी, लेकिन सबको अकेले ही अपनी जिंदगी के अंधेरों से लड़ना पड़ता है। और मैं डटकर सारे अंधेरों का सामना करूंगी बस तुम ठीक वैसे ही मेरा हाथ पकड़े रखना जैसे तुम सड़क पार करते वक्त पकड़ा करती थी।
‘आई मिस यू मां’
‘आई लव यू लॉट’।

Relationship

बिजी लाइफ के कारण आजकल पति-पत्नी या लव रिलेशनशिप में एक दूसरे पर ज्यादा फोकस नहीं दे पाते हैं, जिससे उनकी जिंदगी में कई तरह की समस्या शुरू हो जाती हैं। कई बार देखा गया है कि वक्त बीतने के साथ आपसी रिश्तों में बदलाव देखने को मिलता है, जैसे- पार्टनर का Ignore करना, साथ में कम समय बिताना, आपस में बातचीत ना करना, ऐसे में रिश्तों में बोरियत आने लगती है और बात लड़ाई-झगड़े तक पहुंच जाती है।

क्या आपके साख भी इस तरह की समस्या है और आप भी अपने पार्टनर का अटेंशन पाना चाहते हैं तो इन टिप्स को फॉलो करें। इससे आपके पार्टनर को आपकी आदत हो जाएगी और एक पल भी दूर नहीं जा पाएगा।

फोन को कहें नो..

दिनभर के काम के बाद जब आप रात में बेड पर जा रहे हैं तो सबसे पहले अपने फोन को बाय-बाय कह दें, क्योंकि सोशल मीडिया और मोबाइल की लत से कई बार साथी को समय नहीं दे पाते और इग्नोर करते हैं। फोन ना करने पर आप एक-दूसरे से बात करेंगे और अपने दिल का हाल शेयर करेंगे। इससे आपके बीच दूरियां नहीं बढ़ेंगी और साथ में अच्छा वक्त बिताने से प्यार भी बढ़ेगा।

कुछ ऐसा करें कि पार्टनर इग्नोर न कर पाए

अपने बिजी लाइफस्टाइ से थोड़ा समय निकालें और वो काम करें जो आपके पार्टनर को अच्छा लगता है। जिससे उसके चेहरे पर मुस्कुराहत आए। ऐसा करने से उसे अच्छा लगेगा और वह आपकी ओर आकर्षित होगा और अच्छा टाइम आपको देगा, जिससे रिलेशनशिप में गैप नहीं आएगा और वो मजबूत होता चला जाएगा।

प्लान बनाइए और फिर खूब घूमे

Relationship

अगर आप चाहते हैं कि आपका पार्टनर आपको ज्यादा से ज्यादा अटेंशन दे, उस पर आपके प्यार का जादू चले तो भागदौड़ भरी जिंदगी में थोड़ा सा रुकिए. एक ट्रैवल लिस्ट बनाइए और उन जगहों पर घूमने जाइए, जो आपके साथी को पसंद हो। ऐसे में बाहर होने से आप एक-दूसरे को ज्यादा से ज्यादा समय दे पाएंगे और अच्छा-खासा समय मिलने से रिलेशनशिप भी बेहतर हो जाएगा.

इग्नोर के बदले इग्नोर करना छोड़े

आप अपने पार्टनर को समय देकर उसका अटेंशन पा सकते हैं। कई बार देखा जाता है कि अगर पार्टनर इग्नोर कर रहा है तो आप भी उसे इग्नोर करने लगते हैं। यह सही नहीं होता। इससे बात बनने की बजाय और भी बिगड़ सकती है। इसलिए बात बंद करने की बजाय पार्टनर के करीब जाएं और अपनापन दिखाएं। इससे रिलेशनशिप में गैप नहीं आ पाएगा, रिश्ता और भी बेहतर हो जाएगा।

थोड़ा मिस भी करना जरूरी

हर समय पार्टनर के साथ रहना, उनकी हर बात को पूरी करना बिल्कुल अच्छी बात है लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होना चाहिए जब आप उनसे दूर हैं और वे आपको मिस करें। इससे आपको उनका अटेंशन मिलेगा और प्यार भी बढ़ेगा पर इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि ज्यादा देर तक बात बंद ना हो या फिर अधिक दूरी भी ना बढ़ें। साथी के थोड़ा मिस करने पर फौरन उनसे बात करें और उनके पास पहुंच जाएं, इससे अटेंशन तो बढ़ेगी ही साथ-साथ आप दोनों के आपसी संबंध में मिठास आएगी।

Whatever happens, take care of your happiness..
जिंदगी में हर इन्सान सुखी रहना चाहता है। चाहे वह धन, शक्ति या फिजिकल सुख हो। लोग इसमें सुख के लिए लिप्त होते हैं। कुछ लोग दुख से भी आनंद हासिल करते हैं, क्योंकि इससे उन्हें प्रसन्नता मिलती है।
Love in First Sight

आपको पहली ही नजर में सामने वाला कैसे अच्छा लगने लगता है? उसकी हर बातें, हरकतें, मुस्कुराहट सबकुछ ऐसा लगता है कि इसे मेरे लिए भगवान ने जमीं पर उतारा है। अगर आप किसी से पहली बार मिल रहे हैं और थोड़ी ही देर में आपको ये लगे कि हम बरसों से एकदूसरे को जानते हैं, मतलब आप दोनों के दिल की धड़कनें एक दूसरे के लिए धड़क रही हैं। हार्ट रेट सिंक्रोनाइज हो जाती है। हथेलियों पर हल्का-हल्का पसीना आने लगता है, जो कि एक सकारात्मक बायोलॉजिकल संदेश है, एक नए रिसर्च से इस पर खुलासा हुआ है।

पहली नजर में पार्टनर का मिलना

If someone music starts tuning of your heart at first sight

यह आपके दिमाग का केमिकल बैलेंस ही तो है जो पहली नजर में किसी को देखने या मिलने पर उसके साथ केमिस्ट्री बिठा लेता है। असल में हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसके दोस्त या पार्टनर में कुछ खास तरह की आदतें होनी चाहिए जो उससे मिलती हों, आमतौर पर ऐसा कम ही होता है क्योंकि अधिकतर लोग यानी पुरुष और महिला इस बात पर सफलता हासिल नहीं कर पाते, या फिर उनकी केमिस्ट्री धीरे-धीरे बिगड़ जाती है।

‘नेचर ह्यूमन बिहेवियर’ जर्नल में प्रकाशित

If someone music starts tuning of your heart at first sight

यह रिसर्च हाल ही में ‘नेचर ह्यूमन बिहेवियर’ जर्नल में प्रकाशित हुई है। इस रिसर्च को करने वाली प्रमुख वैज्ञानिक और नीदरलैंड्स स्थित लीडेन यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता एलिस्का प्रोशाजकोवा ने कहा- ‘आप ऑनलाइन डेटिंग साइट पर किसी को मिस्टर/मिस परफेक्ट समझ कर सर्च करते हैं पर कई बार वो सफल नहीं हो पाते लेकिन जब आप किसी से असल जिंदगी में मिलते हैं और आपको पहली नजर में ही वो अच्छा लगने लगता है तो मानकर चलिए कि आपकी केमिस्ट्री सही जा रही है।

बस यही है, जो मेरा सबसे प्यारा दोस्त या पार्टनर बन सकता है

If someone music starts tuning of your heart at first sight

एलिस्का ने कहा कि यह सिर्फ बाहरी लुक पर निर्भर नहीं करता। इसके साथ-साथ सामने वाले का बिहेव और सोच भी मायने रखता है। आपके भीतर से एक आवाज आती है- बस यही है, जो मेरा सबसे प्यारा दोस्त या पार्टनर बन सकता है। क्योंकि उस समय आपकी और पहली बार मिलने वाले व्यक्ति की धड़कनें समान धुन में चल रही होती हैं। असल में यह एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया है, जो कई तरह के बायोलॉजिकल प्रोसेस के बाद शुरू होता है।

142 हेट्रोसेक्सुअल लड़कों और लड़कियों पर स्टडी की

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बायोलॉजिकल प्रोसेस जैसे देखना, छूना, मन के भीतर बातों का असर आदि। इन सबके पीछे हॉर्मोनल लेवल में बदलाव भी मायने रखता है। एलिस्का ने यह प्रक्रिया समझने के लिए 142 हेट्रोसेक्सुअल लड़कों और लड़कियों पर स्टडी की। इनकी उम्र 18 से 38 वर्ष के बीच थी। इन लोगों को एक खास केबिन में 04 मिनट के लिए ब्लाइंड डेट पर भेजा गया। इन केबिन्स के भीतर पार्टिसिपेंट्स को आई-ट्रैकिंग ग्लासेस, हार्ट रेट मॉनिटर्स, पसीना जांच ने वाली मशीनें लगाई गईं थी।

एकदूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताना चाहते थे !

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कुछ पेयर्स एक दूसरे के प्रति ज्यादा खिंचाव महसूस कर रहे थे। उनकी डेट आगे बढ़ी। कुछ की डेट सफल नहीं हुई। 142 लोगों में से 17 फीसदी पेयर्स ने अगली डेट की मांग की। वो एकदूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताना चाहते थे। उनसे बातें करना चाहते थे, क्योंकि इन जोड़ों ने अपने सामने वाले अट्रैक्टिव पाया और उन्हें ज्यादा रेटिंग भी दी।

..तो वह दूसरे को काफी पसंद आता 

Study on Relationship

ब्लाइंड डेट के दौरान देखा गया कि इन 17 फीसदी पेयर्स के दिल की धड़कनें एकसाथ तेजी से बढ़ती थी, फिर एकसाथ नियंत्रित हो जाती थी। इनकी हथेलियों में पसीना अचानक बढ़ जाता था और अचानक से कम हो जाता था। ये पेयर्स एकदूसरे की आंखों में लगातार देखते रहते, मुस्कुराते, हंसते थे, प्यार से सिर टकराते थे या हाथ पकड़ते थे। यानी अगर जोड़े में से कोई एक किसी तरह की शारीरिक, व्यवहारिक हरकतें करता तो वह दूसरे को काफी पसंद आता था।