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Tag Archives: Sexual intimacy

Summer season is very special for intimacy

हेल्दी रिेलेशनशिप को बरकरार रखने के लिए इंटीमेसी (Intimacy) काफी जरूरी है। मौसम चाहे कोई भी हो। बता दें कि गर्मी के मौसम में अक्सर पसीना और संक्रमण इंटिमेट एरिया को प्रभावित करता है। ऐसे में इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। जो सेक्सुअल जीवन को भी प्रभावित करने लगता है। मूड को अपलिफ्ट करके सेक्स को स्पाइसी बनाने के लिए कुछ स्पेशल टिप्स को जरूर फॉलो करें। आइये यहां जानते हैं गर्मी के मौसम में सेक्स के फायदे और नुकसान और साथ ही हेल्दी सेक्सुअल लाइफ के लिए मजेदार टिप्स-

क्यों गर्मी का मौसम है बहुत खास

हार्वर्ड मेडिकल स्टडी के मुताबिक गर्मी के मौसम में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे आप रोमांटिक रिश्ते के लिए ज्यादा उत्साहित होते हैं। यह आपके लिए ज्यादा आनंददायक भी हो सकता है। दरअसल, गर्मी के दिनों में रक्त प्रवाह में बढ़ोतरी होने लगती है, जिससे यौन उत्तेजना बढ़ने लगती है।

Summer season is very special for intimacy

सूरज की तेज़ रोशनी शरीर में विटामिन-D के स्तर को बढ़ाती है। इससे कामेच्छा बढ़ने लगती है और ये मूड बुस्टर साबित होता है। दरअसल, विटामिन-D की कमी से शरीर में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का स्तर प्रभावित होता है, जिसके कारण सेक्स ड्राइव कम हो जाती है।

कुछ असुविधा भी हो सकती है

गर्मी में चिपचिपाहट और वेजाइनल इंफेक्शन इचिंग, दुर्गंध और रैशेज का प्रोब्लम को बढ़ा देते हैं। इस बारे में गायनीकोलॉजिस्ट डॉ सुरभि सिंह बताती हैं कि समर्स में स्वैटिंग के चलते वेजाइना में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। ऐसे में सेक्स के बाद जेनिटल्स की साफ सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है।

सेक्स के दौरान खुद को हाइड्रेट रखने के साथ रूम टैम्परेचर को उचित बनाए रखें। समर्स में एलर्जी से बचने के लिए गर्मी से बचें और इंटिमेट हाइजीन को बनाए रखना ज़रूरी है। इससे यौन संबधों के दौरान प्लेजर की प्राप्ति होती है।

होम इंटीमेट हेल्‍थ प्यार के लिए भी खास होता है गर्मी का मौसम, यहां जानिए इसे और भी शानदार बनाने के टिप्स
प्यार के लिए भी खास होता है गर्मी का मौसम, यहां जानिए इसे और भी शानदार बनाने के टिप्स
बढ़ती गर्मी ने सभी का हाल बेहाल कर रखा है। गर्म लू के थपेड़े और पसीने से तर बतर देह। पर क्या आप जानते हैं कि यह मौसम आपकी रोमांटिक रिलेशनशिप के लिए बहुत खास होता है। जी हां, ये बिल्कुल सच है।

गर्मी में सेक्स को हेल्दी बनाने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें

1. हाइड्रेट रहना हैं अहम

गर्मी के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखना आवश्यक है। इससे शरीर का तापमान उचित बना रहता है। सेक्स से पहले ठंडे और हेल्दी पेय पदार्थों का सेवन करें, ताकि शरीर में एनर्जी और ठंडक बनी रहती है। बॉडी हीट को मैनेज करने के लिए दिनभर में उचित मात्रा में पानी पीएं।

2. आइस क्यूब का करें इस्तेमाल

Summer season is very special for intimacy

सेक्स सेशन सिज़लिंग बनाने के लिए आइस क्यूब प्रयोग करें। फिर चाहे आरल सेक्स हो या फिर पार्टनर को प्लेजर देने के लिए रबिंग आइस क्यूब का प्रयोग करें। इससे गर्मी में ठंडक मिलने लगती है। इसके अलावा सेक्स टॉयज को भी ठंडा करके इस्तेमाल करें। इससे ऑर्गेज्म की प्राप्ति होती है।

3. रूम टेम्परेचर को रखें बरकरार

चिपचिपाहट की वजह से सेक्स के दौरान संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में गर्मी को दूर करने के लिए एअर प्यूरी फायर, पंखे और एयरकंडीशनर से कमरे के तापमान को सामान्य बनाएं। इससे उमस का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही इंटरकोर्स के दौरान बढ़ने वाली स्वैटिंग की समस्या भी हल हो जाती है।

4. शावर सेक्स है काफी फायदेमंद

स्वैटिंग से अपना बचाव करने के लिए शावर सेक्स ट्राई करें। इससे सेक्स सेशन स्पाइसी होने लगता है और शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं। इससे यौन जीवन में नयापन आने लगता है और बॉन्ड मज़बूत हो जाता है। गर्मी के मौसम में सेक्स के दौरान बढ़ने वाला संक्रमण का खतरा कम होने लगता है।

5. हाइजीन का रखें ध्यान

पहले और बाद में बैक्टीरिया इंफेक्शन से बचने के लिए इंटिमेट हाइजीन तो मेंटेन रखना जरूरी होता है। इससे योनि का हेल्थ भी उचित रहता है। अलावा इसके टॉयज का इस्तेमाल करने से भी हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए, नहीं तो संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।

फोटो सौजन्य- गूगल

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

हर इंसान किसी ना किसी के साथ क्लोज संबंध चाहता है। घनिष्टता (Closeness) या अंतरंगता (Sexual Intimacy) आम तौर पर लोगों के बीच निकटता को दिखाती है। यह संबंध व्यक्तिगत होते हैं। समय के साथ आप दूसरों से जब ज्यादा कनेक्ट होने लगती हैं तो एक दूसरे के प्रति अधिक गहरी भावना महसूस कर सकती हैं। एक-दूसरे के साथ अधिक सहज फील कर सकती हैं। यह अहम नहीं है कि यह लगाव महज भावनात्मक स्तर पर हो। यह फिजिकल स्तर पर भी हो सकता है। अंतरंगता या घनिष्टता आपके कम्पलीट हेल्थ पर पॉजिटिव रूप से असर डाल सकता है।

किसी के साथ इंटीमेट होने से पहले कुछ बातों को जानना है जरूरी

अपने विचारों और भावनाओं को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर करें जिनसे आप प्यार करती हैं। उनके प्रति आपके मन में सम्मान का भाव है। अगर आप सेक्स के स्तर पर किसी के साथ इंटिमेट होने जा रही हैं तो उनके बारे में हर तरह की जानकारी मालूम कर लें। उनकी आदतों, व्यवहार, सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिजीज के प्रति भी जागरूक रहें। ध्यान रहे कि जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। समय के साथ ही किसी व्यक्ति के साथ अंतरंगता निर्मित होती है। यदि अन्तरंग होने के बाद आपको उनके बारे में किसी तरह की बुरी जानकारी मिलती है। तो सिवा पछताने के आपके हाथ में कुछ नहीं रहेगा। अगर अन्तरंग होने वाले साथी से दुर्व्यवहार या हिंसा हो जाती है, तो इससे आपको संकेत मिल गया। आपका रिश्ता संकट में है।

यहां है अन्तरंग से मिलने वाले लाभ

मानसिक स्वास्थ्य को लाभ-

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

अन्तरंगता आपके मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है। हार्मोन लेवल पर इसका पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से ऑक्सीटोसिन पर। इससे आपका तनाव दूर होगा। इंटिमेसी के दौरान अगर कोई आपका स्पर्श करता है, तो खुशी के हार्मोन डोपामाइन का सीक्रेशन अधिक होता है।

शारीरिक स्तर पर भावनात्मक लगाव का प्रभाव

फिजिकल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख बताते हैं, अगर आपकी सर्जरी हुई है। सर्जरी के बाद आपके पास भावनात्मक लगाव रखने वाला व्यक्ति बैठता है, तो तनाव के स्तर में सुधार होता है। बेहतर उपचार और स्वस्थ व्यवहार से घाव जल्दी भरते हैं। इससे उम्र पर भी प्रभाव पड़ता है। अन्तरंगता से आपकी उम्र भी लंबी हो सकती है। भावनात्मक लगाव शारीरिक स्तर पर प्रभावित कर सकता है। ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन लेवल बढ़ता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। ब्लड प्रेशर घटता है। हार्ट हेल्थ सुदृढ़ होता है।

अकेलेपन उबर सकते हैं

जर्नल ऑफ़ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप में प्रकाशित शोध आलेख के मुताबिक अगर आप अकेली रह रही हैं, तो अन्तरंगता यहां आपका अकेलापन दूर कर सकता है। यह अकेलेपन का मुकाबला कर सकती है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि व्यक्ति समाज से कट कर अकेले जीने लगते हैं।

अकेलापन के कारण मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी हुई है। सामाजिक अलगाव के पीछे निश्चित रूप से अंतरंगता की कमी जिम्मेदार है। अकेलापन हमारी सोच, नींद नहीं आने का कारण बनता है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। वहीं यदि आप किसी व्यक्ति के साथ अन्तरंग हैं, तो यह सामाजिक अलगाव और अकेलेपन की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है।

सेक्सुअल इंटिमेसी घटाता है Depression

द इंटिमेट जर्नल के रिसर्च के मुताबिक अगर आप सेक्स लेवल पर किसी के साथ इंटिमेट हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन, सेरोटिनिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन सीक्रेट करता है। ये सभी न्यूरोट्रस्मीटर हैं, जो खुशी और रिलैक्स होने की भावनाओं को बढ़ावा देते हैं। दूसरी ओर स्ट्रेस हार्मोन के लेवल में भी कमी आती है। रसायनों का यह प्राकॉतिक प्रवाह अस्थायी रूप से अपसाद की भावनाओं में सुधार कर सकता है।